Muharram-2024 : लखनऊ में 17 जुलाई को निकलेगा आशूरा का जुलूस, जानें क्या है महत्व

UPT | मोहर्रम का जुलूस

Jul 15, 2024 00:53

लखनऊ के विक्टोरिया स्ट्रीट स्तिथ नाजिम साहब के इमामबाड़े से आशूरा का जुलूस भरी दोपहर उठकर कर्बला तालकटोरा जाता है। इस मौके पर छोटे बच्चे और महिलाएं भी नंगे पैर चलती हैं। शिया समुदाय के लोग इस दिन काले कपड़े पहनकर शोक मनाते हैं।

Lucknow News : इमाम हुसैन की शहादत में मनाए जाने वाली मोहर्रम की तारीख अब नजदीक आ रही है। मोहर्रम महीने की दस तारीख को इमाम हुसैन की कर्बला में जंग के दौरान शहादत हुई थी। इस दिन को यौमे आशूरा के नाम से जाना जाता है। लखनऊ में शिया समुदाय के लोग बड़े पैमाने पर सड़कों पर निकलकर मातम करते हैं। इमाम हुसैन की शहादत के गम में अपने आप को छुरी और जंजीर से मारकर लहू लुहान कर लेते हैं। कई जगह पर चाकू और तलवार से सर पर कमा भी लगाई जाती है। 

​​​​​​कर्बला तालकटोरा तक जाएगा जुलूस
लखनऊ के विक्टोरिया स्ट्रीट स्तिथ नाजिम साहब के इमामबाड़े से आशूरा का जुलूस भरी दोपहर उठकर कर्बला तालकटोरा जाता है। इस मौके पर छोटे बच्चे और महिलाएं भी नंगे पैर चलती हैं। शिया समुदाय के लोग इस दिन काले कपड़े पहनकर शोक मनाते हैं। पैगम्बर ए इस्लाम हजरत मोहम्मद साहब के नवासे इमाम हुसैन को आज से तकरीबन 1400 साल पहले कर्बला में भूखा प्यासा शहीद कर दिया गया था। उनके साथ कर्बला में इस दौरान कई छोटे बच्चे और महिलाएं भी थीं। लेकिन, उस वक्त के बादशाह यजीद ने किसी को नहीं बक्शा। इसी गम में हर साल मोहर्रम महीने का आगाज होते ही लखनऊ में मातम और मजलिसों का दौर शुरू हो जाता है।

लखनऊ में पुलिस की कड़ी मुस्तैदी
मोहर्रम महीने और कांवड़ यात्रा को एक साथ देखते हुए उत्तर प्रदेश पुलिस भी मुस्तैद नजर आ रही है। लखनऊ में आरएएफ के साथ आरआरएफ, पीएसी और कई जिलों की फोर्स कैंप कर रही है। पुराने लखनऊ में जगह जगह सीसीटीवी कैमरे लगा दिए गए हैं। पुलिस जुलूस पर भी ड्रोन कैमरे से निगरानी बनाए रखती है। सीएम योगी आदित्यनाथ की सख्ती के बाद किसी तरह की कोई नई रवायत या परंपरा को भी शुरू करने की इजाजत नहीं है। 

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