पावर कारपोरेशन में गड़बड़झाला : उपसचिव प्रशांत कुमार निलंबित, पांच के प्रमोशन निरस्त, जानें पूरा मामला

UPT | पावर कारपोरेशन उपसचिव प्रशांत कुमार निलंबित।

Aug 30, 2024 11:56

पावर कारपोरेशन में हाल ही में हुए प्रमोशन में गड़बड़ी मिलने पर अधिशासी अभियंता (उपसचिव) प्रशांत कुमार को निलंबित कर दिया गया है। इसके साथ ही पांच अभियंताओं का प्रमोशन निरस्त कर दिया गया।

Lucknow News : यूपी पावर कारपोरेशन में पांच दिन पहले हुए अधिशासी अभियंताओं के प्रमोशन में गड़बड़झाला सामने आया है। कारपोरेशन में पांच अधिशासी अभियंताओं को नियमों के विपरीत अधीक्षण अभियंता बना दिया गया था। प्रमोशन में गड़बड़ी मिलने पर इन अभियंताओं की पदोन्नति को निरस्त कर दिया गया। इसके साथ ही सूची तैयार करने वाले अधीक्षण अभियंता (उपसचिव) प्रशांत कुमार को निलंबित कर पावर कारपोरेशन मुख्यालय शक्ति भवन से दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम आगरा के निदेशक (कार्मिक एवं प्रशासन) कार्यालय में संबद्ध कर दिया गया है।

चयन समिति के सामने रखी गलत जानकारी 
पावर कारपोरेशन ने 24 अगस्त को 40 अधिशासी अभियंताओं को अधीक्षण अभियंता के पद पर पदोन्नति दी थी। जब इस सूची पर आपत्ति उठाई गई तो जांच में पाया गया कि पांच अभियंताओं की सेवा अवधि पदोन्नति के लिए अर्हकारी नहीं थी। कारपोरेशन में कार्यरत अधिशासी अभियंता अजय कुमार सिन्हा, प्रतीश प्रांजल, ट्रांसमिशन के नंद किशोर, केस्को के मदन लाल और और पारेषण खंड इटावा के रजनीश कुमार की सेवा अवधि पदोन्नति के लिए अर्हकारी नहीं पाई गई। पदोन्नति के लिए सहायक अभियंता और अधिशासी अभियंता पद का कार्यकाल 15 साल होना चाहिए। इसके बाद ही अधीक्षण अभियंता पद पर पदोन्नति हो सकती है। इसके अलावा इन अभियंताओं का विवरण भी लेखा शाखा द्वारा सत्यापन नहीं कराया गया और चयन समिति के सामने गलत जानकारी प्रस्तुत की गई थी।

दोषियों के खिलाफ होगी कार्रवाई 
पावर कारपोरेशन के अध्यक्ष आशीष कुमार गोयल ने कहा कि पांच अधिशासी अभियंताओं का नाम चयन समिति के सामने गलत तरीके से रखे गए थे। सभी की पदोन्नति निरस्त कर सूची बनाने वाले अधीक्षण अभियंता को निलंबित कर दिया गया है। मामले की जांच कराई जा रही है। दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

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