विधानसभा उपचुनाव : सपा का अयोध्या में जीत का दावा, प्रत्याशियों के चयन पर मंथन शुरू

UPT | समाजवादी पार्टी

Jul 06, 2024 18:08

यूपी में खाली हुई दस विधानसभा सीटों पर जल्द उपचुनाव होना है। ऐसे में उपचुनाव के एलान से पहले ही समाजवादी पार्टी अपने कील कांटे दुरुस्त करना शुरू कर दिए हैं। अखिलेश यादव ने उपचुनाव को लेकर शनिवार को पहली बैठक बुलाई।

Short Highlights
  • सियासी माहौल बरकरार रखने को सपा की तैयारी शुरू
  • उपचुनाव के भी बेहतरीन प्रदर्शन का दावा
Lucknow News : लोकसभा चुनाव के परिणामों के बाद खाली हुई यूपी की 10 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होना है। उत्तर प्रदेश में सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभर कर आई समाजवादी पार्टी इस उपचुनाव में भी कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहती। अपनी जीत से बने सियासी माहौल को बरकरार रखने के लिए समाजवादी पार्टी ने अभी से तैयारी शुरू कर दी है। शनिवार को सपा मुखिया अखिलेश यादव ने पार्टी दफ्तर में उपचुनाव के संबंध में महत्वपूर्ण बैठक बुलाई।

ढाई घंटे तक अखिलेश यादव ने ली मीटिंग
इस बैठक में उपचुनाव वाली सीटों के जिलाध्यक्ष, विधानसभा अध्यक्ष और कुछ लोकसभा के सांसद व सांसद प्रत्याशी भी पहुंचे। सपा मुख्यालय पर शनिवार सुबह 11 बजे अखिलेश यादव की अध्यक्षता में शुरू हुई यह बैठक तकरीबन ढाई घंटे तक चली। समाजवादी पार्टी लोकसभा चुनाव में मिली जीत के ग्राफ को इस उपचुनाव में भी दिखाना चाहती है। इसीलिए उपचुनाव की घोषणा से पहले ही अखिलेश यादव ने प्रत्याशियों के चयन, लोकल मुद्दे और विरोधी नेताओं की पूरी जानकारी के लिए क्षेत्रीय नेताओं संग बैठक की।
 
अयोध्या की मिल्कीपुर सीट पर दोबारा जीत का दावा
अयोध्या से ऐतिहासिक जीत दर्ज करने वाले सपा सांसद अवधेश प्रसाद ने बताया कि अयोध्या जनपद की रिक्त हुई उनकी सीट मिल्कीपुर विधानसभा पर समाजवादी पार्टी एक बार फिर जीत दर्ज करने जा रही है। उन्होंने कहा कि यह सीट सपा की है और 100 प्रतिशत उसको ही दोबारा मिलने वाली है। अयोध्या की जनता समाजवादी पार्टी के साथ है। गोरखपुर से लोकसभा प्रत्याशी रही काजल निषाद ने दावा किया कि समाजवादी पार्टी इस उपचुनाव के भी अपन बेहतरीन प्रदर्शन दिखाने वाली है। उन्होंने कहा कि अभी प्रत्याशियों के चयन में समय है लेकिन पार्टी विधानसभाओं की पूरा जोड़ गणित प्राप्त कर रही है।

सपा के सियासी माहौल बरकरार रखने का भी इम्तेहान
गौरतलब है कि यूपी की 10 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होना है। इनमें चार सीटें सपा के विधायकों के सांसद बनने और एक सीट कानपुर के इरफान सोलंकी को सजा होने से खाली हुई है। इसके अलावा बीजेपी की तीन और राष्ट्रीय लोकदल के साथ निषाद पार्टी की भी एक एक सीट खाली है। जिन पर उपचुनाव होना है। इस पूरे उपचुनाव में सबसे ज्यादा दाव समाजवादी पार्टी का लगा है। सपा को न केवल अपनी पांच सीटें बचानी है बल्कि प्रदेश में बना एक सियासी माहौल भी बरकरार रखना है। 

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