मिशन शक्ति 5.0 : यूपी में अक्टूबर से दिसंबर तक महिला सशक्तिकरण पर कार्यक्रम, सुरक्षा के प्रति बढ़ेगी जागरूकता

UPT | CM Yogi Adityanath

Oct 04, 2024 22:37

मिशन शक्ति के पांचवें चरण के अंतर्गत अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस, ऑपरेशन मुक्ति, बाल कार्निवाल, वीरांगना दिवस, और स्वावलंबन कैंप जैसे कार्यक्रम प्रमुख रूप से शामिल हैं।

Lucknow News : प्रदेश में महिलाओं की सुरक्षा, सम्मान और सशक्तिकरण के प्रति प्रतिबद्ध सरकार ने 'मिशन शक्ति' अभियान के पांचवें चरण की शुरुआत करने की तैयारी पूरी कर ली है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस चरण का शुभारंभ शारदीय नवरात्रि में करेंगे। यह चरण न केवल महिलाओं को सशक्त बनाने की दिशा में एक और बड़ा कदम होगा, बल्कि इसमें बच्चों को भी शामिल किया गया है। यह अभियान अक्टूबर से शुरू होकर दिसंबर तक जारी रहेगा, जिसके अंतर्गत विभिन्न जागरूकता और समर्थन गतिविधियों का आयोजन होगा।

महिला सशक्तिकरण के लिए कार्यक्रम
इस चरण में महिला सशक्तिकरण और बाल कल्याण के लिए कई महत्वपूर्ण कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जिनका उद्देश्य समाज में महिलाओं और बच्चों के अधिकारों के प्रति जागरूकता बढ़ाना और उन्हें सरकार की विभिन्न योजनाओं से लाभान्वित करना है। मिशन शक्ति के पांचवें चरण के अंतर्गत अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस, ऑपरेशन मुक्ति, बाल कार्निवाल, वीरांगना दिवस, और स्वावलंबन कैंप जैसे कार्यक्रम प्रमुख रूप से शामिल हैं।




अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस समारोह
इस बार 11 अक्टूबर तक अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस के उपलक्ष्य में कई कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इस समारोह के तहत लैंगिक समानता, बालिकाओं की शिक्षा और उनके अधिकारों को लेकर समाज में जागरूकता फैलाने के लिए सेमिनार का आयोजन किया जाएगा। सफल महिलाओं के साथ संवाद, कन्या जन्मोत्सव, घरेलू हिंसा और कार्यस्थल पर लैंगिक उत्पीड़न जैसे विषयों पर चर्चा होगी। हर आंगनबाड़ी और बालिका गृह में कन्या पूजन और विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।

ऑपरेशन मुक्ति अभियान
21 से 31 अक्टूबर तक ऑपरेशन मुक्ति नामक विशेष अभियान चलाया जाएगा, जिसमें बाल विवाह और बाल श्रम के खिलाफ लड़ाई पर जोर दिया जाएगा। इस दौरान, बाल विवाह और बाल श्रम के मामलों में बच्चों को रेस्क्यू कर उन्हें बाल कल्याण योजनाओं से जोड़ा जाएगा। यह अभियान विभिन्न विभागों और अधिकारियों के सहयोग से चलाया जाएगा।

बाल कार्निवाल आयोजित किया जाएगा
10 से 14 नवंबर तक 'बाल कार्निवाल' का आयोजन किया जाएगा, जिसमें बच्चों की रचनात्मकता और प्रतिभा को प्रोत्साहित करने के लिए कई गतिविधियाँ आयोजित की जाएंगी। इस कार्निवाल में योग, मेडिटेशन, नाटक, खेलकूद प्रतियोगिताएं और पेंटिंग प्रतियोगिताएं होंगी। 14 नवंबर को बाल दिवस के अवसर पर कार्निवाल का समापन समारोह होगा, जिसमें बच्चों द्वारा तैयार किए गए नाटक, संगीत और अन्य कार्यक्रमों का प्रदर्शन किया जाएगा। इन कार्यक्रमों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले बच्चों को पुरस्कृत किया जाएगा।

वीरांगना दिवस रूप में मनाया जाएगा
19 नवंबर को वीरांगना दिवस के रूप में मनाया जाएगा। इस दिन समाज में योगदान देने वाली साहसी और प्रेरणादायक महिलाओं को सम्मानित किया जाएगा। इन महिलाओं की कहानियों को समाज के हर वर्ग तक पहुँचाया जाएगा ताकि वे अन्य महिलाओं और बालिकाओं के लिए प्रेरणास्त्रोत बन सकें। साथ ही, महिला आश्रय गृहों और बाल देखरेख संस्थानों में रानी लक्ष्मीबाई के जीवन पर नुक्कड़ नाटक और स्टोरी टेलिंग सत्र का आयोजन होगा।

स्वावलंबन कैंप का आयोजन 
30 नवंबर से शुरू होने वाले स्वावलंबन कैंप में महिलाओं और बच्चों को सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए एक व्यापक अभियान चलाया जाएगा। इसमें मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना, बाल सेवा योजना, निराश्रित महिला पेंशन, और अन्य योजनाओं के तहत आवेदन प्रक्रिया को सरल बनाने के लिए वन विंडो सुविधा प्रदान की जाएगी। इसके माध्यम से योजनाओं के प्रचार-प्रसार के साथ-साथ महिलाओं को संरक्षण प्रदान करने वाले कानूनों और प्रावधानों के बारे में भी जानकारी दी जाएगी।

विशेष हेल्पलाइन और आकस्मिक सहायता
इस चरण के दौरान महिलाओं और बच्चों को आकस्मिक सहायता प्रदान करने के लिए संचालित हेल्पलाइन सेवाओं, जैसे 1098 चाइल्ड हेल्पलाइन, 181 महिला हेल्पलाइन, 1090 विमन पावरलाइन, 112 पुलिस सहायता सेवा के बारे में व्यापक प्रचार किया जाएगा। वन स्टॉप क्राइसिस सेंटर जैसी सेवाओं की भी जानकारी दी जाएगी, जिससे जरूरतमंद महिलाओं और बच्चों को सहायता और समर्थन आसानी से मिल सके।

महिला सुरक्षा जागरूकता कार्यक्रम
6 दिसंबर को जिलाधिकारियों के साथ एक विशेष संवाद कार्यक्रम का आयोजन होगा, जिसमें यौन हिंसा, लैंगिक असमानता, घरेलू हिंसा, कन्या भ्रूण हत्या, और कार्यस्थल पर लैंगिक उत्पीड़न जैसे मुद्दों पर चर्चा होगी। 10 दिसंबर को हर ग्राम पंचायत स्तर पर महिला और बाल सभाओं का आयोजन किया जाएगा, जहां संवेदनशील मुद्दों पर खुलकर बात की जाएगी।

महिला सशक्तिकरण की ओर एक पहल 
योगी सरकार का यह प्रयास न केवल महिलाओं और बच्चों को सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, बल्कि समाज में लैंगिक समानता और न्याय के संदेश को फैलाने का भी एक बड़ा अवसर है। मिशन शक्ति के पांचवें चरण के तहत चलने वाली ये सभी गतिविधियाँ महिलाओं और बच्चों के जीवन को सुरक्षित और स्वावलंबी बनाने की दिशा में एक सार्थक पहल साबित होंगी।

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