यौन उत्पीड़न पीड़िता की पहचान उजागर करने पर सख्त कार्रवाई : पूर्व मंत्री समेत छह लोगों को पुलिस ने थमाया नोटिस

UPT | सांकेतिक फोटो।

Sep 30, 2024 00:04

पुलिस ने यौन उत्पीड़न से पीड़ित एक नाबालिग छात्रा की पहचान सोशल मीडिया पर उजागर करने के मामले में पूर्व मंत्री नरेंद्र वर्मा समेत छह लोगों को नोटिस जारी किया है। पुलिस ने इन्हें तुरंत पोस्ट हटाने का निर्देश दिया है, साथ ही स्पष्टीकरण देने की हिदायत भी दी है।

Sitapur News : पुलिस ने यौन उत्पीड़न से पीड़ित एक नाबालिग छात्रा की पहचान सोशल मीडिया पर उजागर
करने के मामले में पूर्व मंत्री नरेंद्र वर्मा समेत छह लोगों को नोटिस जारी किया है। पुलिस ने इन्हें तुरंत पोस्ट हटाने का निर्देश दिया है, साथ ही स्पष्टीकरण देने की हिदायत भी दी है। अगर संतोषजनक जवाब नहीं मिलता, तो इनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

महमूदाबाद की घटना और शिक्षक पर लगे गंभीर आरोप
मामला महमूदाबाद क्षेत्र का है, जहां 24 सितंबर को कक्षा 6 की एक छात्रा को उसी स्कूल के शिक्षक संजय गुप्ता ने फेल करने की धमकी देकर अपने कमरे में बुलाया और उसके साथ अश्लील हरकतें की। छात्रा के पिता ने इस मामले में पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद पुलिस ने शिक्षक के खिलाफ पॉक्सो एक्ट और अन्य धाराओं के तहत केस दर्ज किया। आरोपी शिक्षक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।

सोशल मीडिया पर पीड़िता की पहचान का खुलासा
इस घटना के बाद, कुछ लोगों ने सोशल मीडिया पर पीड़िता और उसके परिवार की पहचान उजागर करते हुए पोस्ट की। इन पोस्टों में फोटो, वीडियो और शिकायत की जानकारी भी साझा की गई थी। इस कृत्य को गंभीर मानते हुए पुलिस ने सख्त कदम उठाए और नरेंद्र वर्मा, सोनू वर्मा, संजय वर्मा, शिवेंद्र यादव, प्रशांत वंशवार, और शिवम वर्मा को नोटिस जारी किया। पुलिस ने उन्हें तुरंत पोस्ट हटाने और इस कृत्य का स्पष्टीकरण देने के लिए कहा है। अगर कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिलता है, तो कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

यौन उत्पीड़न पीड़िता की पहचान सार्वजनिक करना अपराध
सीतापुर के एसपी चक्रेश मिश्र ने स्पष्ट किया कि सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन के अनुसार, यौन उत्पीड़न से संबंधित किसी भी पीड़िता या उसके परिजनों की पहचान को सार्वजनिक करना कानूनी अपराध है। ऐसा करने पर संबंधित व्यक्ति के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो सकती है। महमूदाबाद के इस मामले में सोशल मीडिया पर पीड़िता की पहचान उजागर करने वालों को पुलिस ने चिन्हित किया है और छह लोगों को नोटिस जारी किया गया है।

पुलिस की सख्त चेतावनी
पुलिस ने स्पष्ट रूप से कहा है कि यदि संबंधित लोग संतोषजनक स्पष्टीकरण नहीं देते हैं, तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस कार्रवाई से साफ है कि प्रशासन यौन उत्पीड़न से पीड़ितों की गोपनीयता को गंभीरता से ले रहा है और इसे बनाए रखने के लिए सख्त कदम उठा रहा है। सरकार और कानून की यह सख्ती इस बात का संकेत है कि पीड़िता की सुरक्षा और सम्मान सर्वोपरि है, और ऐसे मामलों में लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। 

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