सीतापुर के आश्रम में भारी हंगामा : कंकाल मिलने से सनसनी, सेक्स रैकेट के आरोप में भीड़ ने घेरा, पुलिस के पसीने छूटे

UPT | एएसपी सहित कई थानों की फोर्स मौके पर पहुंची

Oct 02, 2024 13:07

यूपी के सीतापुर में काल भैरव आश्रम में ग्रामीणों का मानना है कि कुछ संदिग्ध लोगों की आवाजाही रहती है। गांव के लोगों को आश्रम के अंदर जाने नहीं दिया जाता है।

Short Highlights
  • संदना थान क्षेत्र के लक्ष्मणपुर-हिंदौरा गांव का मामला
  • काल भैरव आश्रम में कंकाल मिलने से बवाल
  • आश्रम में सेक्स रैकेट के आरोप पर ग्रामीणों का हंगामा
     
Sitapur News : यूपी के सीतापुर में आश्रम की आड़ में सेक्स रैकेट चलाए जाने के आरोप के चलते देर रात सैकड़ों ग्रामीण लाठी-डंडे लेकर आश्रम पहुंच गए। ग्रामीणों ने वहां जमकर उपद्रव किया। सूचना मिलते ही एएसपी डॉ. प्रवीण रंजन सिंह और कई थानों की पुलिस के साथ पीएसी भी मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने आक्रोशित भीड़ को शांत कराने की कोशिश की, लेकिन ग्रामीणों का दबाव बढ़ता ही गया। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा, जिसमें कई ग्रामीण घायल हुए और कई वाहन भी क्षतिग्रस्त हो गए।

पुलिस ने भीड़ को किया नियंत्रित
काल भैरव आश्रम के आसपास का इलाका अचानक से सुरक्षा बलों के हवाले हो गया। भीड़ को नियंत्रित करने में पुलिस को कई घंटे लग गए। स्थिति शांत होने के बाद अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) ने स्थानीय निवासियों के साथ बातचीत की। इस दौरान ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि मुनेंद्र स्वास्थ्य भी मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों को शांत करवाया। ग्रामीणों ने आश्रम में अवैध गतिविधियों के आरोप लगाए।
 
ये है पूरा मामला
यह मामला संदना थान क्षेत्र के लक्ष्मणपुर-हिंदौरा गांव का है, जहां के जंगल में काल भैरव आश्रम स्थित है। इस आश्रम का संचालन उत्तराखंड के तारामणि द्वारा किया जा रहा है। मंगलवार रात इस आश्रम में भारी तनाव देखने को मिला। ग्रामीणों का कहना है कि यहां कुछ संदिग्ध व्यक्तियों की आवागमन बनी रहती है और उन्हें आश्रम के अंदर जाने की अनुमति नहीं दी जाती। गांव वालों का यह भी आरोप है कि जब ग्रामीण मवेशी चराने जंगल आते हैं, तो उन्हें मंदिर के अंदर जाकर पानी पीने की इजाजत भी नहीं मिलती। इसके अलावा, ग्रामीणों ने गंभीर आरोप लगाया है कि आश्रम में बाहर की महिलाओं और किशोरियों का लगातार आना-जाना रहता है। हाल ही में, पश्चिम बंगाल की एक युवती मंदिर में मिली थी, जिसे पुलिस ने उसके परिजनों को सौंप दिया था।

आश्रम के बाहर महिला की चीखें सुनकर भड़के ग्रामीण
ग्रामीणों के अनुसार, मंगलवार रात गांव का एक निवासी कमलेश जब आश्रम के सामने से गुजर रहा था, तभी उसे अंदर से किसी महिला के चिल्लाने की आवाज सुनाई दी। कमलेश ने यह जानकारी गांव वालों को दी, जिसके बाद ग्रामीणों में आक्रोश फैल गया। 8 से 10 गांव के सैकड़ों लोग लाठी-डंडे लेकर आश्रम पहुंच गए और उपद्रव करने लगे। सूचना मिलने पर थाना पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन ग्रामीणों के बढ़ते दबाव को देखकर पुलिस बैक फुट पर आ गई। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया, जिसमें कई ग्रामीण घायल हो गए।

एएसपी का बयान
इस पूरे मामले पर एएसपी डॉ. प्रवीण रंजन सिंह ने कहा कि ग्रामीणों द्वारा यह अफवाह फैलाई गई है कि आश्रम में लड़कियां आती-जाती हैं और अंदर से महिला के चिल्लाने की आवाजें सुनाई देती हैं। आश्रम की तलाशी के दौरान कोई महिला नहीं मिली। ग्रामीणों ने यह भी आरोप लगाया कि करीब 20 दिन पहले आश्रम परिसर के पास कंकाल बरामद हुआ था। एएसपी ने आश्वासन दिया कि ग्रामीणों के सभी आरोपों की गहनता से जांच की जाएगी, और यदि किसी प्रकार का मामला सामने आया, तो कार्रवाई की जाएगी

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