ईडी के सामने पेश हुए पूर्व आईएएस अफसर मोहिन्दर सिंह : सवालों की झड़ी लगने पर बोले- अब कुछ याद नहीं

UPT | ED-Retired IAS Mohinder Singh

Oct 16, 2024 19:30

पूछताछ के दौरान स्मारक घोटाले से जुड़े सवालों पर मोहिन्दर सिंह ने कहा कि इतनी पुरानी बातों का उन्हें पूरी तरह से ध्यान नहीं है। उन्होंने इस बात का भी दावा किया कि अधिकतर फैसले अन्य अफसरों ने किए थे।

Lucknow News : लखनऊ में स्मारक घोटाले और नोएडा प्राधिकरण फर्जीवाड़े में फंसे पूर्व आईएएस अधिकारी मोहिन्दर सिंह बुधवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के सामने पेश हुए। दोपहर करीब दो बजे ईडी के लखनऊ जोनल कार्यालय में पहुंचने के बाद मोहिन्दर सिंह से पूछताछ शुरू हुई। ईडी की तीन सदस्यीय टीम ने उन्हें कई सवालों में घेरा, जिनमें से कई सवालों पर मोहिन्दर सिंह ने गोल-मोल जवाब दिए।

पुरानी बातों को लेकर कुछ याद नहीं
पूछताछ के दौरान स्मारक घोटाले से जुड़े सवालों पर मोहिन्दर सिंह ने कहा कि इतनी पुरानी बातों का उन्हें पूरी तरह से ध्यान नहीं है। उन्होंने इस बात का भी दावा किया कि अधिकतर फैसले अन्य अफसरों ने किए थे। जब ईडी के अफसरों ने उनसे दस्तावेज दिखाकर सवाल किए, तो उन्होंने गोल-मोल जवाब दिए और कहा कि उन्होंने दस्तावेजों को पूरी तरह से नहीं देखा था।



मोहिन्दर सिंह के घर से बरामद हुए करोड़ों के दस्तावेज
ईडी के सूत्रों के अनुसार, नोएडा प्राधिकरण में फर्जीवाड़े के मामले में जब मोहिन्दर सिंह के चंडीगढ़ स्थित आवास पर छापा मारा गया, तो वहां से सात करोड़ रुपये के हीरे और महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद हुए। इन दस्तावेजों से कई महत्वपूर्ण जानकारियां प्राप्त हुईं, जिसके बाद ईडी ने उन्हें नोटिस भेजकर पूछताछ के लिए बुलाया। पहले तीन नोटिस पर उपस्थित न होने के बाद बुधवार को मोहिन्दर सिंह ने ईडी के सामने पेश होकर अपने बयान दर्ज कराए।

स्मारक घोटाले में ठेकेदारों को मिली मिलीभगत पर सवाल
पूछताछ के दौरान, ईडी के अधिकारियों ने मोहिन्दर सिंह से पूछा कि एक ही ठेकेदार की विभिन्न कंपनियों को काम कैसे मिल गया। इस पर मोहिन्दर सिंह ने कहा कि टेंडर प्रक्रिया के तहत जिसे ठेका मिला, उसे ही काम दिया गया। उन्होंने यह भी कहा कि ठेकेदारों ने अपने रिश्तेदारों और दोस्तों के नाम पर अलग-अलग कंपनियाँ बनाई होंगी, और उन्हें इस बारे में जानकारी नहीं थी।

मायावती सरकार में प्रमुख पदों पर रहे मोहिन्दर सिंह
मोहिन्दर सिंह, जो मायावती सरकार के कार्यकाल में प्रमुख सचिव, आवास विकास विभाग और नोएडा प्राधिकरण के सीईओ रहे हैं, को ईडी ने कई बार नोटिस भेजे थे। ईडी सूत्रों के अनुसार, उनसे उन दस्तावेजों पर भी सवाल किए गए जिन पर उनके हस्ताक्षर पाए गए हैं। फाइलों के साथ सवाल पूछे जाने पर मोहिन्दर सिंह ने कहा कि यह मामला बहुत पुराना है और उन्हें सबकुछ याद नहीं है।

भ्रष्टाचार के मामलों में आगे की कार्रवाई
ईडी ने इस मामले में आगे की कार्रवाई के संकेत दिए हैं, और यह स्पष्ट किया है कि मोहिन्दर सिंह से और पूछताछ की जाएगी। एजेंसी का कहना है कि फर्जीवाड़े और ठेके में मिलीभगत से संबंधित सभी दस्तावेजों की जांच की जाएगी ताकि सच्चाई सामने आ सके।
 

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