यूपी के सरकारी विद्यालयों में लगाए जाएंगे स्मार्ट क्लास सेटअप : टेक्निकल प्रोजेक्ट मैनेजमेंट यूनिट संभालेगी जिम्मा

UPT | Smart Class

Sep 13, 2024 17:06

विद्यालयों को स्मार्ट क्लास और ई-लर्निंग सुविधाओं से लैस करने के लिए कई प्रमुख उपकरण और तकनीकी संसाधन स्थापित किए जाएंगे। इन संसाधनों में इंटरैक्टिव बोर्ड, डिस्प्ले और ऑडियो-विजुअल सिस्टम जैसे आधुनिक उपकरण शामिल हैं, जो शिक्षण प्रक्रिया को और अधिक प्रभावी और रोचक बनाएंगे।

Short Highlights
  • इंटरैक्टिव बोर्ड, इंटरैक्टिव डिस्प्ले और आधुनिक ऑडियो विजुअल सिस्टम होंगे स्थापित
  • यूपीएलसी को सौंपा गया जिम्मा
Lucknow News : बेसिक व माध्यमिक विद्यालयों को स्मार्ट क्लास सेटअप से युक्त करने की दिशा में प्रदेश सरकार ने अहम फैसला किया है। इसके तहत बेसिक व माध्यमिक विद्यालयों के कायाकल्प के लिए तैयार की गई कार्ययोजना के अनुसार, स्कूलों को स्मार्ट क्लास सेटअप से युक्त करने के लिए एक टेक्निकल प्रोजेक्ट मैनेजमेंट यूनिट का गठन जल्द ही किया जाएगा। इस काम को पूरा करने का जिम्मा उत्तर प्रदेश इलेक्ट्रॉनिक्स कॉर्पोरेशन लिमिटेड (यूपीएलसी) को सौंपा गया है। विभाग ने इस प्रक्रिया की शुरुआत कर दी गई है।

स्मार्ट क्लास में होंगे इंटरैक्टिव बोर्ड, डिस्प्ले और ऑडियो-विजुअल सिस्टम
विद्यालयों को स्मार्ट क्लास और ई-लर्निंग सुविधाओं से लैस करने के लिए कई प्रमुख उपकरण और तकनीकी संसाधन स्थापित किए जाएंगे। इन संसाधनों में इंटरैक्टिव बोर्ड, डिस्प्ले और ऑडियो-विजुअल सिस्टम जैसे आधुनिक उपकरण शामिल हैं, जो शिक्षण प्रक्रिया को और अधिक प्रभावी और रोचक बनाएंगे। इस परियोजना को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए एक विशेष टेक्निकल प्रोजेक्ट मैनेजमेंट यूनिट (TPMU) का गठन किया जाएगा। इसके लिए यूपीएलसी में पहले से इंपैनल्ड एजेंसी का निर्धारण और कार्यावंटन की प्रक्रिया शुरू हो गई है। एजेंसी तय होने के बाद टीपीएमयू का गठन किया जाएगा, जो इस प्रक्रिया को सुचारू रूप से क्रियान्वित करेगी। टीपीएमयू बेसिक व माध्यमिक शिक्षा विभागोंके साथ समन्वय स्थापित कर सभी विद्यालयों में स्मार्ट क्लास सेटअप की स्थापना सुनिश्चित करेगी।

सभी कार्यों की रेगुलर मॉनिटरिंग
टीपीएमयू सबसे पहले विद्यालयों में स्मार्ट क्लास और ई-लर्निंग सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार करेगी। यह प्रक्रिया टीपीएमयू यूपीएलसी व शिक्षा विभाग के सहयोग से पूरी करेगी। इसके बाद स्मार्ट क्लास इंफ्रास्ट्रक्चर्स की स्थापना और विभिन्न चरणों में डीपीआर के अनुसार काम कराए जाएंगे। टीपीएमयू तीन वर्षों की कार्यावधि के हिसाब से काम करेगी, जिसमें कार्यों की नियमित रूप से मॉनिटरिंग से लेकर प्रगति रिपोर्ट बनाई जाएगी। इसके अलावा, डाटा एनालिटिक्स, संसाधन प्रबंधन, स्टेकहोल्डर जुड़ाव, दस्तावेजीकरण और जोखिम प्रबंधन जैसे कार्य भी सुनिश्चित किए जाएंगे, ताकि परियोजना की सफलता और उसकी प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित हो सके।

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