विधान परिषद में लाल बिहारी यादव पहले से सपा दल के नेता हैं। लेकिन, उच्च सदन में नेता प्रतिपक्ष का पद हासिल करने के लिए सपा के पास सदस्यों की संख्या नहीं थी। बीते दिनों रिक्त हुए 13 सीटों पर चुनाव कार्यक्रम घोषित किया गया था। इनमें सत्तारूढ़ दल और विपक्ष ने अपने संख्याबल के हिसाब से ही प्रत्याशी मैदान में उतारें इस वजह से सभी 13 प्रत्याशी 14 मार्च को निर्विरोध निर्वाचित हुए।