कॉन्स्टेबल बना दो आईपीएस अफसरों के लिए खतरा : वीडियो जारी करके कहा- गोली मार दूंगा, तत्काल सस्पेंड के बाद जांच शुरू

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Dec 27, 2024 14:12

उन्नाव पुलिस लाइन में तैनात सिपाही अखिलेश यादव ने 25 दिसंबर को एक वीडियो जारी किया। जिसमें उसने जातिवाद और मानसिक के साथ शारीरिक शोषण का आरोप लगाया।

Unnao News : उत्तर प्रदेश में एक सिपाही द्वारा दो आईपीएस अफसरों को गोली मारने की धमकी देने का मामला सामने आया है। जिसके बाद पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया है। उन्नाव पुलिस लाइन में तैनात सिपाही अखिलेश यादव ने 25 दिसंबर को एक वीडियो जारी किया। जिसमें उसने जातिवाद और मानसिक के साथ शारीरिक शोषण का आरोप लगाया। इस वीडियो में अखिलेश ने कहा कि पुलिस विभाग में उसके खिलाफ सुनवाई नहीं हो रही और उसने दो वरिष्ठ आईपीएस अधिकारियों यशवीर सिंह और अजय पाल शर्मा को गोली मारने का निर्णय लिया है। वीडियो के सामने आने के बाद उन्नाव के एसपी दीपक भूकर ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं। फिलहाल सिपाही को निलंबित कर दिया गया है।

अखिलेश यादव ने जारी किया था वीडियो
वीडियो में सिपाही अखिलेश यादव ने कहा, "मैं जाति (यादव) के चलते उपेक्षित महसूस कर रहा हूं। पुलिस विभाग के 30 अधिकारियों से मैं लड़ नहीं सकता, लेकिन आईपीएस यशवीर सिंह और अजय पाल शर्मा को गोली मार दूंगा।" इस धमकी से पुलिस विभाग में खलबली मच गई और अधिकारियों ने तुरंत सिपाही से पूछताछ शुरू कर दी।

अखिलेश ने महिला सिपाही से लव मैरिज की थी
पुलिस विभाग में पदोन्नति और न्याय न मिलने के कारण सिपाही अखिलेश ने इस कदम को उठाया था। जांच में यह भी सामने आया कि अखिलेश ने वर्ष 2020 में दीपा नाम की महिला सिपाही से लव मैरिज की थी, लेकिन उनका रिश्ता ज्यादा लंबा नहीं चल सका। दोनों के बीच विवाद बढ़ने के बाद मामला पुलिस तक पहुंचा और बाद में दीपा की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। इस मामले में अखिलेश पर आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगा और उसके खिलाफ एक केस दर्ज हुआ।

अफसरों ने मांगी 80 हजार रुपये की रिश्वत
अखिलेश ने अपने वीडियो में यह भी कहा कि उसने प्रधानमंत्री के साथ मुख्यमंत्री और कई अफसरों को पत्र लिखे थे, लेकिन उसे न्याय नहीं मिला। उसने दावा किया कि अफसरों ने उसे 80 हजार रुपये की रिश्वत भी मांगी और मामले को दबाने की कोशिश की। उसने यह आरोप भी लगाया कि वह 9 महीने से गुमराह किया जा रहा था और मानसिक उत्पीड़न का शिकार हो रहा था।

इस वजह से आईपीएस अफसरों की हत्या करना चाहता है कॉन्स्टेबल
अखिलेश ने अपने वीडियो में यह भी कहा कि उसने कई बार इस्तीफा दिया और इच्छामृत्यु की मांग की। उसने 172 पन्नों की एक रिपोर्ट भी तैयार की थी, जिसमें उसने पुलिस विभाग के भ्रष्टाचार के बारे में विस्तार से लिखा। उसने बताया कि वह इन 30 भ्रष्ट अफसरों को सजा दिलवाना चाहता था, लेकिन क्योंकि वह 30 लोगों को एक साथ नहीं मार सकता था। उसने केवल दो आईपीएस अधिकारियों को निशाना बनाने का निर्णय लिया था।

लव मैरिज से पत्नी की संदिग्ध मौत तक की कहानी
अखिलेश यादव जौनपुर के रहने वाले हैं। वह वर्ष 2018 बैच के पुलिस सिपाही हैं। उनकी पहली तैनाती सोनभद्र पुलिस लाइन में हुई, जहां उनकी मुलाकात दीपा नाम की महिला सिपाही से हुई। दोनों के बीच अफेयर हुआ और 2020 में उन्होंने मंदिर में शादी कर ली। हालांकि, कुछ महीनों बाद दोनों के बीच विवाद शुरू हो गया। अखिलेश को शक था कि दीपा का किसी अन्य कॉन्स्टेबल से अफेयर है। जिसके चलते उन्होंने अगस्त 2021 में दीपा को तलाक दे दिया।

फिर हो गया तबादला
इसके बाद दीपा की मां ने ससुराल वालों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई और सिपाही अखिलेश के खिलाफ प्रताड़ना का मामला दर्ज किया। पुलिस जांच में सिपाही को दोषी पाया गया और उसे सस्पेंड कर दिया गया। कुछ समय बाद अखिलेश को जमानत मिल गई और उसका तबादला उन्नाव के असोहा थाने में कर दिया गया।

पत्नी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत
अखिलेश की पत्नी दीपा ने 13 मार्च 2023 को संदिग्ध परिस्थितियों में अपनी जान दी। ससुराल वालों ने आरोप लगाया कि अखिलेश ने उसे आत्महत्या के लिए उकसाया था। हालांकि, अखिलेश का कहना था कि जिस दिन दीपा की मौत हुई, वह घटनास्थल से 500 किमी दूर था और उसके पास इसके कोई प्रमाण नहीं थे।

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