Digital Arrest : एसटीएफ ने साइबर ठग को दबोचा, डॉक्टर से ऐंठे थे 48 लाख रुपये

UPT | पकड़ा गया साइबर ठग कृष्ण कुमार।

Dec 27, 2024 19:24

यूपी एसटीएफ ने लखनऊ में डॉक्टर को डिजिटल अरेस्ट कर 48 लाख रुपये की ठगी करने वाले जालसाज गिरोह के एक और आरोपी गिरफ्तार किया है।

Lucknow News : यूपी एसटीएफ ने लखनऊ में डॉक्टर को डिजिटल अरेस्ट कर 48 लाख रुपये की ठगी करने वाले जालसाज गिरोह के एक और आरोपी गिरफ्तार किया है। आरोपी ने विकास नगर निवासी डॉक्टर अशोक सोलंकी से ठगी की थी। टीम ने इसे दुबग्गा स्थित अवध अस्पताल के पास से पकड़ा है। इस मामले में एसटीएफ पहले ही पांच लोगों को हरियाणा के गुरुग्राम और तीन को लखनऊ से पकड़ चुकी है। एसटीएफ के एडिशनल एसपी विशाल विक्रम सिंह के मुताबिक, सर्विलांस की मदद से एसटीएफ की टीम ने साइबर ठग कृष्ण कुमार उर्फ सुनील को गिरफ्तार किया। वह दुबग्गा हरदोई रोड से गाजियाबाद के मुरादनगर जलालाबाद कर रहने वाला है। 

22 अगस्त को दर्ज कराई थी शिकायत
एसपी ने बताया कि 22 अगस्त को डॉ. सोलंकी ने साइबर क्राइम थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पीड़ित के मुताबिक, 20 अगस्त को जब वह अपने क्लीनिक से लौट रहे थे, तो उन्हें एक अज्ञात नंबर से फोन आया। फोन करने वाले ने खुद को फेडेक्स सर्विस, अंधेरी ईस्ट, मुंबई से बताया और कहा कि उनका एक पार्सल ईरान के अरमान अली के नाम पर भेजा गया है।



दो दिन डिजिटल अरेस्ट रख 48 लाख हड़पे
फोनकर्ता ने बताया कि पार्सल में चार एक्सपायर्ड पासपोर्ट, लैपटॉप, पेन ड्राइव, चार क्रेडिट कार्ड, 420 ग्राम प्रतिबंधित मादक पदार्थ और तीन किलो खिलौने भेजे गए हैं। आपके आधार कार्ड के जरिए लेनदेन में किया गया है। कंपनी ने इस मामले में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। डॉक्टर को झांसे में लेकर दो दिन तक डिजिटल अरेस्ट का बहाना बनाया। कभी मुंबई क्राइम ब्रांच, कभी ईडी, सीबीआई और कभी नारकोटिक्स विभाग का अधिकारी बनकर बातचीत की। इस तरह से झांसे में लेकर 48 लाख रुपये ऐंठ लिए थे।

जालसाज के पास से ये सामान हुआ बरामद
पकड़े गए जालसाज कृष्ण कुमार के पास से एक मोबाइल फोन, छह डेबिट कार्ड, तीन चेक बुक, एक बैंक खाता किट, एक साइन किया हुआ चेक, एक इंटरनेट बैंकिंग सिक्योरिटी कोड डिवाइस, दो सिम कार्ड, 202 पन्नों का व्हाट्सएप स्क्रीनशॉट, इसमें बैंक खातों की पूरी जानकारी थी, और 2040 रुपये बरामद हुए हैं।

बीटेक छोड़कर बीएससी किया
कृष्ण कुमार ने पूछताछ में बताया कि वर्ष 2016 में गाजियाबाद के आधुनिक इंस्टीट्यूट दुहाई में बीटेक में एडमिशन लिया था, लेकिन एक साल बाद बीटेक छोड़कर हापुड़ की मोनार्ड यूनिवर्सिटी से बीएससी की डिग्री हासिल की। अक्टूबर 2023 में उसकी मुलाकात मुरादाबाद के रहने वाले मेडिकल स्टोर संचालक राहुल चौहान से हुई।

चीन से संचालित हो रहा है गिरोह
राहुल ने उसको गेमिंग स्कैमिंग, मिक्सिंग व स्टाक पर काम करने के बारे में बताया। आरोपी कृष्ण कुमार राहुल व उसके साथी मुहफिजुद्दीन से संपर्क कर साइबर ठगी का काम करने लगा। मुहफिजुद्दीन कंबोडिया में मौजूद चाइनीज गैंग के संपर्क में था। इस गिरोह ने डिजिटल अरेस्ट, स्टाक फ्राड, गेमिंग फ्राड के माध्यम से लोगों को जाल में फंसाकर ठगी की। 

मेडिकल स्टोर संचालक से ली ट्रेनिंग
राहुल ने उसकों गेमिंग स्कैम, मिक्सिंग और स्टॉक ट्रेडिंग से जुड़ी धोखाधड़ी के बारे में बताया। इसके बाद कृष्ण कुमार ने राहुल और उसके साथी मुहफिजुद्दीन से सम्पर्क किया और साइबर ठगी करने लगा। मुहफिजुद्दीन कंबोडिया में स्थित एक चीन के गिरोह के सम्पर्क में था। यह गिरोह डिजिटल अरेस्ट, स्टॉक फ्रॉड और गेमिंग फ्रॉड के जरिए लोगों को जाल में फंसाकर ठगी करता था।

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