मीना मंच-पॉवर एंजल्स सशक्तीकरण : बालिकाओं के विकास और नेतृत्व क्षमता बढ़ाने पर फोकस, कार्यक्रम तैयार

UPT | महिला सशक्तीकरण

Dec 27, 2024 17:26

अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर 8 मार्च 2025 को, हर जनपद में 'मिशन शक्ति मेला' का आयोजन किया जाएगा। इस मेले में महिला सशक्तीकरण के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले नोडल अधिकारियों को सम्मानित किया जाएगा। यह आयोजन महिलाओं के अधिकारों और सशक्तिकरण को प्रोत्साहित करने का एक बड़ा मंच होगा।

Lucknow News : प्रदेश सरकार ने महिला सशक्तीकरण को नई दिशा देने के लिए मीना मंच और पॉवर एंजल्स के सशक्तीकरण, नेतृत्व क्षमता और जीवन कौशल शिक्षा के लिए विस्तृत कार्यक्रम लागू किया है। इसके तहत राज्य के उच्च प्राथमिक विद्यालयों, कम्पोजिट विद्यालयों और केजीबीवी (कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय) में 448.89 लाख रुपये की धनराशि आवंटित की गई है।

45000 से अधिक सुगमकर्ताओं को किया जाएगा प्रशिक्षित
ब्लॉक स्तर पर कार्यशालाओं का आयोजन, बालिकाओं के लिए नेतृत्व और जीवन कौशल शिक्षा कार्यक्रम के तहत ब्लॉक स्तर पर 28 दिसंबर 2024 से जनवरी 2025 के बीच 2-दिवसीय उन्मुखीकरण कार्यशालाओं का आयोजन होगा। इन कार्यशालाओं में सुगमकर्ताओं को प्रशिक्षित किया जाएगा, जो बालिकाओं के आत्मविश्वास, आत्मसम्मान और नेतृत्व क्षमता के विकास में मदद करेंगे। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य बालिकाओं को सशक्त बनाना है। इसके तहत बालिकाओं को आत्मनिर्भरता, आत्मसम्मान, नेतृत्व क्षमता और जीवन कौशल की शिक्षा दी जाएगी। राज्य के लगभग 45000 से अधिक सुगमकर्ताओं को प्रशिक्षित किया जाएगा, ताकि वे अपने-अपने विद्यालयों में मीना मंच और पॉवर एंजल्स के कार्यक्रम को प्रभावी ढंग से संचालित कर सकें।



मिशन शक्ति मेला और सम्मान समारोह, प्रगति के पंख एक्टिविटी बुक का वितरण
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर 8 मार्च 2025 को, हर जनपद में 'मिशन शक्ति मेला' का आयोजन किया जाएगा। इस मेले में महिला सशक्तीकरण के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले नोडल अधिकारियों को सम्मानित किया जाएगा। यह आयोजन महिलाओं के अधिकारों और सशक्तिकरण को प्रोत्साहित करने का एक बड़ा मंच होगा। राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (SCERT) द्वारा 'प्रगति के पंख' नामक एक विशेष एक्टिविटी बुक तैयार की गई है। यह पुस्तक 12 सत्रों पर आधारित है और इसे कक्षा 6, 7 और 8 की लगभग 1.20 लाख बालिकाओं को प्रदान किया जाएगा। यह पुस्तक बालिकाओं में नेतृत्व क्षमता का विकास करेगी और उन्हें समाज में प्रभावी भूमिका निभाने के लिए प्रेरित करेगी।

डिजिटल शिक्षा और मॉनिटरिंग की दिशा में प्रयास
कार्यक्रम की प्रगति की निगरानी के लिए गूगल फॉर्म और व्हाट्सएप जैसे डिजिटल उपकरणों का उपयोग किया जाएगा। प्रत्येक विद्यालय को साप्ताहिक गतिविधियों की रिपोर्ट प्रस्तुत करनी होगी। यह पहल डिजिटल गवर्नेंस और शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने के प्रयासों में सहायक होगी।

महिला सशक्तीकरण की व्यापक योजना
बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) संदीप सिंह ने इस पहल को महिला सशक्तीकरण और शिक्षा सुधार का एक बड़ा कदम बताया। उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम बालिकाओं को उनके शारीरिक, मानसिक और बौद्धिक विकास में मदद करेगा। मिशन शक्ति अभियान के तहत, महिला पुलिस सहायता केंद्र, महिला हेल्पलाइन और अन्य योजनाओं ने महिला सुरक्षा और सशक्तिकरण को नई ऊंचाईयों पर पहुंचाया है।

डिजिटल इंडिया के तहत की जा रही पहल
महानिदेश स्कूल शिक्षा कंचन वर्मा के अनुसार, यह पहल डिजिटल इंडिया के अंतर्गत की गई है, जिससे कार्यक्रम की प्रगति को सही तरीके से ट्रैक किया जा सके और उसकी गुणवत्ता सुनिश्चित हो सके। स्मार्ट मॉनिटरिंग और डिजिटल रिपोर्टिंग विभाग की डिजिटल शिक्षा और गवर्नेंस को सुदृढ़ बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। डिप्टी डायरेक्टर डॉ. मुकेश सिंह ने कहा कि मिशन शक्ति मेला का आयोजन सरकार की महिला सुरक्षा और महिला सशक्तीकरण की योजनाओं को जमीन पर उतारने का प्रयास है। इस मेले में नोडल अधिकारियों का सम्मान करना सरकार की महिला अधिकारिता को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद के संयुक्त निदेशक डॉ. पवन सचान का कहना है कि 'प्रगति के पंख' एक्टिविटी बुक प्रदान करने से बालिकाओं में नेतृत्व क्षमता का विकास होने में मदद मिलेगी।

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