यूपी विधानसभा उपचुनाव : अखिलेश यादव के बयान से कांग्रेस को राहत, इन सीटों पर बन सकती है बात, समझें गुणा-गणित

UPT | UP By Election

Oct 10, 2024 18:05

अखिलेश यादव के बयान से यूपी कांग्रेस के नेताओं ने राहत की सांस ली है। इससे पहले सपा की ओर से करहल, सीसामऊ, फूलपुर, मिल्कीपुर, कटेहरी और मझवां विधानसभा सीट से उम्मीदवार घोषित करने से कांग्रेस को बड़ा झटका लगा था।

Lucknow News : समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के उत्तर प्रदेश में कांग्रेस से गठबंधन जारी रखने की बात कहने के बाद अब सीटों को लेकर चर्चा तेज हो गई है। सपा ने बुधवार को छह सीटों पर अपने उम्मीदवारों की सूची जारी की है। इसके बाद से ही अटकलें लगाई जाने लगी कि हरियाणा विधानसभा चुनाव के परिणाम देखने के बाद सपा यूपी में कांग्रेस के साथ गठबंधन की इच्छुक नहीं है। इसीलिए उसने अचानक प्रत्याशियों के नामों की घोषणा कर दी। भाजपा की ओर से भी ऐसे दावे करते हुए सपा पर कटाक्ष किया गया। वहीं गुरुवार को अखिलेश यादव के स्थिति स्पष्ट करने के बाद नई चर्चा होने लगी है। 

सपा इन सीटों पर उतार चुकी है उम्मीदवार
अखिलेश यादव ने सैफई में अपने पिता मुलायम सिंह यादव की पुण्यतिथि पर आयोजित कार्यक्रम में मीडिया के सवाल पूछने पर कहा कि आज समय नहीं है इस पर चर्चा का। मगर जहां तक इंडिया गठबंधन का सवाल है तो मैं कहना चाहूंगा कि सपा और कांग्रेस का गठबंधन बरकरार रहेगा। अखिलेश यादव के इस बयान से यूपी कांग्रेस के नेताओं ने राहत की सांस ली है। इससे पहले सपा की ओर से करहल, सीसामऊ, फूलपुर, मिल्कीपुर, कटेहरी और मझवां विधानसभा सीट से उम्मीदवार घोषित करने से कांग्रेस को बड़ा झटका लगा था।



अजय राय ने कही ये बात
उत्तर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अजय राय ने गुरुवार को कहा कि हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजे हमारी उम्मीदों के मुताबिक नहीं रहे हैं। हमारी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने कड़ी मेहनत की थी। पार्टी जीत की ओर देख रही है। उन्होंने कहा कि हमें कमियों को ध्यान में रखना होगा और हम उसका समाधान करेंगे। हम मिलकर लड़ेंगे और भाजपा का जो 'जंगल राज' चल रहा है, उसे हमें समाप्त करना होगा। इस तरह अजय राय ने एक बार फिर भाजपा के खिलाफ लड़ाई मिलकर लड़ने की बात कही। 

इस वजह से 10 विधानसभा सीटों पर होगा उपचुनाव
प्रदेश में जिन 10 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने हैं, उनमें कानपुर की सीसामऊ सीट सपा विधायक इरफान सोलंकी को सजा होने के चलते रिक्त हुई है। बाकी 9 सीटों पर विधायकों के सांसद बनने के कारण उपचुनाव होने जा रहा है। इनमें से पांच सीटें करहल, सीसामऊ, मिल्कीपुर, कटेहरी और कुंदरकी पर सपा ने विधानसभा चुनाव 2022 में जीत हासिल की थी। इनमें करहल से अखिलेश यादव, मिल्कीपुर से अवधेश प्रसाद, मुरादाबाद की कुंदरकी से जियाउर रहमान और अंबेडकरनगर की कटेहरी से लालजी वर्मा विजयी हुए थे। जबकि अलीगढ़ की खैर, गाजियाबाद और फूलपुर सीट पर भाजपा उम्मीदवारों ने जीत हासिल की थी। इनमें अलीगढ़ की खैर सीट से अनूप प्रधान, गाजियाबाद सदर से अतुल गर्ग और फूलपुर से भाजपा विधायक प्रवीण पटेल ने जीत दर्ज की थी। जबकि मीरजापुर की मझवां विधानसभा सीट पर निषाद पार्टी के विनोद कुमार बिंद और मीरापुर से रालोद उम्मीदवार चंदन चौहान विजयी हुए थे।

कांग्रेस को इन सीटों की पेशकश कर सकती है सपा
सपा के छह सीटों पर प्रत्याशी घोषित करने के बाद अब चार सीटें कुंदरकी, खैर, गाजियाबाद और मीरापुर बाकी हैं। सपा अब इन्हीं सीटों में से कांग्रेस को ऑफर दे सकती है। कहा जा रहा है कि सपा राष्ट्रीय लोकदल की दो सीटें कांग्रेस को देने की पेशकश कर सकती है। विधानसभा चुनाव 2022 में रालोद ने सपा के साथ गठबंधन के तहत खैर और मीरापुर सीट पर अपने प्रत्याशी उतारे थे, जिसमें उसे मीरापुर से जीत मिली। अब सपा ये सीट कांग्रेस को दे सकती है। हालांकि पार्टी नेताओं के मुताबिक कांग्रेस को गाजियाबाद सदर और मीरापुर सीट दी जा सकती है। गाजियाबाद लोकसभा सीट इस बार भी कांग्रेस के हिस्से में थी। इस लिहाज से सपा चाहती है कि कांग्रेस चाहे तो वहां की सदर सीट से अपना प्रत्याशी खड़ा कर ले। ऐसी स्थिति में सपा खैर से अपना प्रत्याशी उतारेगी। इस तरह मीरापुर या खैर को लेकर सपा एक विकल्प कांग्रेस को दे सकती है।  

अजय राय को लग चुका है झटका
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय शुरुआत से पांच सीटों पर दावा करते रहे हैं। ये सीटें भाजपा और उसके सहयोगी दलों के कब्जे में थी। इस पर भी मीरजापुर की मझवां विधानसभा सीट से डॉ. ज्योति बिंद को सपा उम्मीदवार बनाये जाने से उन्हें बड़ा झटका लगा है। दरअसल अजय राय यहां से अपने बेटे शांतनु राय को चुनाव लड़ाने के इच्छुक बताए जा रहे हैं। अब सपा के छह उम्मीदवार घोषित करने के बाद कांग्रेस के पास ज्यादा विकल्प मौजूद नहीं हैं। 

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