सीएम योगी ने कहा कि विधायिका लोकतंत्र का एक मजबूत स्तंभ है, जो सत्ता और विपक्ष के संतुलन से चलता है। उन्होंने कहा कि हमारे विचारों में मतभेद हो सकता है, लेकिन संवाद की प्रक्रिया बाधित नहीं होनी चाहिए। चर्चा और संवाद ही समस्याओं का समाधान निकालने का माध्यम है।