यूपी विधानसभा की नवीनीकृत दर्शक दीर्घा का उद्घाटन : सीएम योगी आदित्यनाथ बोले- विपक्ष के लिए भी प्रसन्नता का पल

UPT | सीएम योगी आदित्यनाथ विधानसभा की प्रकाशित दो पुस्तकों के विमोचन के दौरान

Dec 16, 2024 15:50

सीएम योगी ने कहा कि विधायिका लोकतंत्र का एक मजबूत स्तंभ है, जो सत्ता और विपक्ष के संतुलन से चलता है। उन्होंने कहा कि हमारे विचारों में मतभेद हो सकता है, लेकिन संवाद की प्रक्रिया बाधित नहीं होनी चाहिए। चर्चा और संवाद ही समस्याओं का समाधान निकालने का माध्यम है।

Lucknow News : उत्तर प्रदेश विधानसभा में नवीनीकृत दर्शक दीर्घा का उद्घाटन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को किया। इस अवसर पर उन्होंने इसे प्रदेश की 25 करोड़ जनता और लोकतंत्र के सशक्तीकरण को समर्पित किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि विधानसभा लोकतंत्र का पवित्र मंदिर है और इसकी दर्शक दीर्घा जनता के लिए फर्स्ट इंप्रेशन का माध्यम है। उन्होंने इस कार्य को सत्ता और विपक्ष की सामूहिक सहमति का परिणाम बताया।

दर्शक दीर्घा का उद्घाटन : लोकतंत्र को नई पहचान
मुख्यमंत्री ने नवीनीकृत दर्शक दीर्घा का उद्घाटन करते हुए इसे लोकतंत्र का अहम हिस्सा बताया। उन्होंने कहा कि यह न केवल सत्ता पक्ष के लिए, बल्कि विपक्ष के लिए भी गर्व का क्षण है। दर्शक दीर्घा के माध्यम से विधानसभा की गरिमा और भव्यता का संदेश आमजन तक पहुंचेगा। इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने मुख्यमंत्री समेत सभी मंत्रियों और नेता प्रतिपक्ष को संविधान की मूल प्रति भेंट की। साथ ही मुख्यमंत्री ने विधानसभा द्वारा प्रकाशित दो नई पुस्तकों का विमोचन भी किया, जिनमें देश की आजादी से अब तक के मुख्यमंत्री और नेता विपक्ष की जानकारी संकलित है।



लोकतंत्र और आधुनिकता का समावेश
सीएम योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश विधानसभा ने लोकतंत्र के साथ आधुनिकता को भी आत्मसात किया है। उन्होंने ई-विधान को विधानसभा की एक बड़ी उपलब्धि बताया, जिससे पेपरलेस कामकाज सुनिश्चित हो रहा है। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ हमारी विधानसभा ही नहीं, बल्कि 25 करोड़ जनता के लिए गर्व का विषय है। इसके साथ ही विधानसभा के गलियारों का भी सुंदरीकरण किया गया है, जो इसकी भव्यता को और बढ़ाता है।

1952 के नियमों में संशोधन लोकतंत्र की नई दिशा
मुख्यमंत्री ने विधानसभा के पुराने नियमों में संशोधन का जिक्र करते हुए कहा कि 1952 में लागू किए गए संचालन नियमों को समय के साथ अद्यतन करना जरूरी था। संशोधन के बाद अब प्रश्नकाल में एक साथ 20 प्रश्नों का जवाब मंत्रियों से लिया जा सकता है, जिससे लोकहित के मुद्दों पर बेहतर चर्चा हो रही है। उन्होंने कहा कि यह सही लोकतंत्र का उदाहरण है, जहां सत्ता और विपक्ष दोनों मिलकर कार्य करते हैं।

विधायिका लोकतंत्र का मजबूत स्तंभ
सीएम योगी ने कहा कि विधायिका लोकतंत्र का एक मजबूत स्तंभ है, जो सत्ता और विपक्ष के संतुलन से चलता है। उन्होंने कहा कि हमारे विचारों में मतभेद हो सकता है, लेकिन संवाद की प्रक्रिया बाधित नहीं होनी चाहिए। चर्चा और संवाद ही समस्याओं का समाधान निकालने का माध्यम है। मुख्यमंत्री ने संविधान की मूल प्रति के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि संविधान का प्रत्येक पृष्ठ भारत की आत्मा और भावनाओं को दर्शाता है। यह सभी सदस्यों को न केवल पढ़ना चाहिए, बल्कि इसे आने वाली पीढ़ियों के लिए भी संरक्षित करना चाहिए। उन्होंने संविधान के 75 वर्षों के उपलक्ष्य में इसकी प्रति सभी सदस्यों को उपलब्ध कराने का सुझाव भी दिया।

सीएम योगी के निर्देश पर हुआ दर्शक दीर्घा का सुंदरीकरण
विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने बताया कि दर्शक दीर्घा को सुशोभित करने का विचार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का था। उन्होंने कहा कि दुनिया के सभी प्रमुख संसद भवन और विधानसभाएं दर्शनीय होती हैं, इसलिए उत्तर प्रदेश विधानसभा को भी ऐसा स्वरूप दिया गया है, जो देश-विदेश से लोगों को आकर्षित करे। दर्शक दीर्घा में संविधान के मूल पन्नों को भी प्रदर्शित किया गया है, ताकि लोग हमारे संविधान की महानता को समझ सकें। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह दिन प्रदेश के लोकतांत्रिक इतिहास में ऐतिहासिक है। उन्होंने विधान सभा अध्यक्ष और सभी सदस्यों को इस सफलता का श्रेय देते हुए कहा कि यह सामूहिक प्रयास का परिणाम है।

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