हरदोई में बाबा शंभू नाथ मंदिर का कच्चा मार्ग जर्जर : पुजारी और ग्रामीणों ने जताई नाराजगी

UPT | विरोध करते ग्रामीण

Dec 16, 2024 16:16

हरदोई में स्थित ऐतिहासिक बाबा शंभू नाथ मंदिर तक जाने वाला कच्चा मार्ग जर्जर हो गया है, जिससे मंदिर आने वाले भक्तों को काफी परेशानी हो रही है। पुजारी राजाराम और स्थानीय निवासियों ने अपनी नाराजगी जताते हुए प्रशासन से मार्ग के डामरीकरण की मांग की है, ताकि भक्तों को सुविधा हो सके।

Short Highlights
  • ग्रामीणों की मांग- मंदिर से मदारपुर लिंक मार्ग तक जाने वाले कच्चे मार्ग को जल्द बनवाया जाए
  • इसी ग्राम पंचायत में 84 कोसीय परिक्रमा का पड़ाव भी ठहरता है
  • जहां परिक्रमार्थी बाबा शंभू नाथ मंदिर दर्शन करने आते हैं

Hardoi News : उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले के कोथावां विकासखंड स्थित हर्रेया ग्राम पंचायत के भैंसड़हा गांव के बाहर स्थित है 300 वर्ष पुराना बाबा शंभू नाथ का मंदिर। यह मंदिर स्थानीय भक्तों के लिए एक धार्मिक स्थल के रूप में अत्यधिक महत्वपूर्ण है। हर वर्ष यहां बड़ी संख्या में भक्त आते हैं और बाबा के दर्शन करते हैं। विशेषत: भागवत कथा, रामायण जैसी धार्मिक आयोजनों का आयोजन भी इस मंदिर में होता है। बाबा शंभू नाथ की आस्था से जुड़ी मान्यताएं इस मंदिर के प्रति लोगों के श्रद्धा और विश्वास को प्रगाढ़ करती हैं। भक्तों का कहना है कि बाबा उनकी मनोकामनाएं पूरी करते हैं।  इस मंदिर से जुड़े एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल के रूप में 84 कोसीय परिक्रमा पड़ाव हरैया ग्राम पंचायत में ही स्थित है, जहां परिक्रमार्थी शंभू नाथ मंदिर के परिसर और आसपास के बाग-बगिचों में विश्राम करते हैं। 

कच्चे मार्ग के कारण भक्तों को हो रही समस्याएं
हालांकि, मंदिर के पास आने का मार्ग पूरी तरह से कच्चा है, जिससे भक्तों को आने-जाने में कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। विशेष रूप से बारिश के मौसम में कच्चे मार्ग में जलभराव हो जाता है और इस कारण वाहन यहां तक नहीं पहुंच पाते। कई बार भक्तों को अपनी गाड़ी रास्ते में ही खड़ी करनी पड़ती है और फिर उन्हें पैदल ही मंदिर तक आना पड़ता है। इस समस्या को लेकर मंदिर के पुजारी और क्षेत्र के ग्रामीणों ने नाराजगी जताई है। 

66 वर्षीय पंडित राजाराम, जो पिछले 32 वर्षों से बाबा शंभू नाथ की सेवा में लगे हुए हैं, कहते हैं कि इस मार्ग का डामरीकरण होना बेहद जरूरी है ताकि भक्तों को कोई परेशानी न हो। उनका मानना है कि कच्चे मार्ग का डामरीकरण होने से यहां आने वाले भक्तों को कोई असुविधा नहीं होगी और वे आसानी से मंदिर तक पहुंच पाएंगे।

विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल की नाराजगी
इस समस्या को लेकर विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के उपाध्यक्ष निर्भय सिंह ने भी नाराजगी जताई है। उन्होंने बताया कि बाबा शंभू नाथ का यह प्राचीन मंदिर है और यहां भक्त दूर-दूर से आते हैं। लेकिन कच्चे मार्ग के कारण उन्हें काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। विशेषकर बारिश के मौसम में जलभराव होने के कारण भक्तों को परेशानी होती है। उनका कहना है कि कच्चे मार्ग का डामरीकरण कराना चाहिए, ताकि भक्तों को कोई समस्या न हो। 

क्षेत्र पंचायत और जिला प्रशासन से डामरीकरण की मांग
इस मामले को लेकर स्थानीय जनप्रतिनिधियों और ग्रामीणों ने प्रशासन से डामरीकरण की मांग की है। ग्राम पंचायत के प्रधान प्रतिनिधि वीरेंद्र मौर्य ने बताया कि इस कच्चे मार्ग की स्थिति बेहद खराब है। उन्होंने कहा कि इस मार्ग के डामरीकरण की बात पहले ही जिला पंचायत सदस्य और विधायक के संज्ञान में लाई जा चुकी है। उनके अनुसार, यदि यह 1 किलोमीटर का कच्चा मार्ग डामरीकरण हो जाए तो यह बहुत फायदेमंद साबित होगा।

जिला पंचायत सदस्य और ग्रामीणों की साझा मांग
जिला पंचायत सदस्य महेंद्र प्रताप सिंह ने भी इस कच्चे मार्ग को चौड़ा करने की मांग की है। उनका कहना है कि कागज पर यह मार्ग 4 मीटर चौड़ा है, लेकिन उन्हें लगता है कि यह कम है और इसे 6 मीटर चौड़ा किया जाना चाहिए। गांव के सभी ग्रामीण इस काम के लिए पूरी तरह से सहमत हैं और वे चाहते हैं कि जल्द से जल्द यह मार्ग बनवाया जाए ताकि वे बिना किसी कठिनाई के मंदिर आ सकें। 

खंड विकास अधिकारी का आश्वासन
खंड विकास अधिकारी कोथावां महेश चंद्र ने इस मुद्दे पर अपना बयान दिया है। उन्होंने कहा कि यह मार्ग सांसद निधि और विधायक निधि से बनवाया जा सकता है। इस मुद्दे पर क्षेत्र पंचायत की बैठक और प्रधान विधायक से चर्चा की जाएगी। उन्होंने आश्वासन दिया कि यह मामला प्रशासन के संज्ञान में लाया गया है और जल्द ही इस पर कार्रवाई की जाएगी।

Also Read