UP News : गर्भवती महिलाएं फ्री में करा सकेंगी अल्ट्रासाउंड, प्रदेश के 1861 निजी केंद्रों पर दी जा रही सुविधा

UPT | प्रदेश के 1861 निजी केंद्रों पर दी जा रही सुविधा

Nov 11, 2024 18:02

सरकार ने प्रदेश की गर्भवती महिलाओं को निजी अल्ट्रासाउंड केंद्रों पर मुफ्त अल्ट्रासाउंड की सुविधा शुरू की है। अब तक 6 लाख से अधिक गर्भवती महिलाएं इस सुविधा का लाभ उठा चुकी हैं।

Lucknow News : उत्तर प्रदेश सरकार प्रदेशवासियों को सुगम, सस्ता और उच्च गुणवत्ता वाला स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए निरंतर कदम उठा रही हैं। इसी क्रम में सरकार ने प्रदेश की गर्भवती महिलाओं को निजी अल्ट्रासाउंड केंद्रों पर मुफ्त अल्ट्रासाउंड की सुविधा शुरू की है। अब तक 6 लाख से अधिक गर्भवती महिलाएं इस सुविधा का लाभ उठा चुकी हैं। इस सुविधा का उद्देश्य गर्भवती महिलाओं को स्वास्थ्य सेवाओं की बेहतर उपलब्धता सुनिश्चित करना है, ताकि उन्हें इलाज के लिए भटकना न पड़े और वे सुलभ और आसान तरीके से स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ उठा सकें।

मान्यता प्राप्त निजी केंद्रों पर मुफ्त सुविधा
सरकार ने यह सुविधा पूरे प्रदेश में उपलब्ध कराई है, जहां गर्भवती महिलाएं राज्य के किसी भी जिले के इम्पैनल्ड निजी अल्ट्रासाउंड केंद्रों पर मुफ्त अल्ट्रासाउंड करवा सकती हैं। इस योजना के तहत अब तक कुल 1 हजार 861 निजी अल्ट्रासाउंड केंद्रों को इस कार्यक्रम में शामिल किया गया है। इसका मुख्य उद्देश्य महिलाओं को घर के पास ही गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध कराना है।



ई-रुपी वाउचर के माध्यम से मिलेगी सुविधा
गर्भवती महिलाओं को यह मुफ्त अल्ट्रासाउंड सुविधा ई-रुपी वाउचर के माध्यम से दी जा रही है। इस वाउचर के द्वारा महिलाएं बिना किसी भुगतान के निजी अल्ट्रासाउंड केंद्रों पर जाकर अपनी जांच करवा सकती हैं। सरकार के निर्देश पर फरवरी 2023 से यह सुविधा शुरू की गई, जो प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत प्रदान की जा रही है।

गर्भवती महिलाओं को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) की निदेशक डॉ. पिंकी जोवल ने इस बारे में जानकारी देते हुए कहा सरकार का उद्देश्य गर्भवती महिलाओं को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराना है। इसके साथ ही उन्हें सही समय पर सही उपचार मिल सके और वे स्वस्थ बच्चे को जन्म दे सकें। उन्होंने बताया कि इस योजना के तहत अब तक 14 लाख 50 हजार 238 ई-रुपी वाउचर जारी किए जा चुके हैं, जिनमें से 6 लाख 81 हजार 341 वाउचर का उपयोग किया जा चुका है।

समयसीमा के भीतर वाउचर का उपयोग जरूरी
गर्भवती महिलाओं को जारी किए गए ई-रुपी वाउचर की समयसीमा एक महीने की होती है। एक माह के अंदर वाउचर का उपयोग न करने पर यह स्वतः समाप्त हो जाता है। हालांकि, यदि कोई महिला निर्धारित समयसीमा में इसका लाभ नहीं उठा पाती, तो उसे नया वाउचर प्राप्त करने का भी अवसर दिया जाता है।

वाउचर जारी करने की प्रक्रिया
ई-रुपी वाउचर हर महीने की 1, 9, 16 और 24 तारीख को जारी किए जाते हैं। यह वाउचर महिला चिकित्सालय, संयुक्त चिकित्सालय, सीएचसी, और पीएचसी में उपलब्ध होते हैं। मुख्यमंत्री के निर्देश पर इस योजना का प्रचार-प्रसार तेजी से किया जा रहा है। आशा कार्यकत्रियां घर-घर जाकर इस योजना के बारे में जानकारी दे रही हैं, ताकि अधिक से अधिक गर्भवती महिलाएं इसका लाभ उठा सकें।

स्वास्थ्य विभाग द्वारा योजना का व्यापक प्रचार  
सीएम योगी ने उच्च स्तरीय बैठकों में इस योजना को और प्रभावी बनाने के लिए प्रचार-प्रसार के कदम उठाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि इस पहल के माध्यम से यह सुनिश्चित किया जाएगा कि हर गर्भवती महिला को सही समय पर स्वास्थ्य सेवाएं मिलें। सरकार के इस संकल्प के तहत अब स्वास्थ्य विभाग द्वारा इस योजना का व्यापक प्रचार किया जा रहा है, ताकि प्रदेश की हर गर्भवती महिला इस सुविधा का लाभ उठा सके।

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