ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी की तैयारी : 67 हजार करोड़ रुपये के निवेश से यूपी को मिलेगी 13,250 मेगावाट बिजली 

फ़ाइल फोटो | नवीकरणीय ऊर्जा उत्पादन।

Feb 13, 2024 19:26

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी का आयोजन होने जा रहा है। प्रदेश को नवीकरणीय ऊर्जा (रिन्यूएबल एनर्जी) का पावर हाउस बनाने की योजना है। इसके लिए आठ परियोजनाओं का शुभारंभ होगा। 

Short Highlights
  • उत्तर प्रदेश में नवीकरणीय ऊर्जा उत्पादन की आठ परियोजनाओं का शुभारंभ होगा
  • इससे राज्य की छवि हरित ऊर्जा में अग्रणी के रूप में स्थापित होगी
Lucknow News : ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी के अवसर पर उत्तर प्रदेश में नवीकरणीय ऊर्जा उत्पादन की आठ परियोजनाओं का शुभारंभ होगा। पम्प स्टोरेज प्रोजेक्ट्स (पीएसपी) में विद्युत उत्पादन का उद्घाटन उत्तर प्रदेश को ‘पावर सरप्लस स्टेट’ का दर्जा प्राप्त करने की दिशा में अभूतपूर्व कदम साबित होगा।

सोन नदी से लिया जाएगा पानी
ग्रीनको ग्रुप, टोरेंट पावर ग्रुप, जेएसडब्ल्यू नियो एनर्जी लिमिटेड, एसीएमई क्लीनटेक सॉल्यूशंस, अमुनरा इन्फ्राटेक एवं एग्रीटेक प्रा. लि. तथा अवाडा वॉटर बैटरी प्राइवेट जैसी दूरदर्शी संस्थाएं नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र की इस क्रांतिकारी पहल का नेतृत्व कर रही हैं। इन आठ परियोजनाओं में से छह सोनभद्र तथा दो मिर्ज़ापुर व चंदौली जिलों में स्थित हैं। इनकी सामूहिक क्षमता 13,250 मैगावाट है। सोनभद्र की परियोजनाओं के लिए जल सोन नदी से लिया जाएगा, जबकि मिर्जापुर तथा चंदौली के लिए जल का स्रोत अदवा डैम तथा मूसाखण्ड डैम होंगे।

इन गांवों की होगी कायापलट 
नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र की अधिकतम परियोजनाओं का शुभारंभ उत्तर प्रदेश में ऊर्जा के केंद्र के रूप में पहचान पाने वाले सोनभद्र जनपद में हो रहा है। पम्प स्टोरेज प्रोजेक्ट पर्यावरण के अनुकूल तथा संधारणीय ऊर्जा के स्रोत माने जाते हैं। इस क्षेत्र की प्रख्यात पम्प स्टोरेज परियोजनाओं में सबसे प्रमुख है ग्रीनको का 3600 मैगावाट वाला गुरार संयंत्र। सोन नदी पर निर्मित इस परियोजना के लिए जलाशय को एक बार भरने के लिए 43.66 एमसीएम तथा वार्षिक रिकूपिंग के लिए 27.629 एमसीएम जल की आवश्यकता होगी। यह परियोजना गुरार, गारवा, पिंडारी, रानीदेव, मुहुना तथा बैजनाथ जैसे ओबरा तहसील के अंतर्गत आने वाले ग्रामों की कायापलट कर सकती है। 

सुलभ और नवीकरणीय ऊर्जा का उत्पादन 
टोरेंट पावर ने सोन नदी पर 1750 मेगावाट की क्षमता वाला पम्प स्टोरेज संयंत्र स्थापित किया है। सोनभद्र जनपद में निर्मित यह संयंत्र एक स्वच्छ एवं पर्यावरण अनुकूल परियोजना है, जो कि रिवराइन इकोसिस्टम को न परिवर्तित करती है, न ही नुकसान पहुंचाती है। इन परियोजनाओं की लागत तो कम है ही, साथ ही पावर स्टोरेज की लागत भी कम है। क्लोज्ड लूप पम्प स्टोरेज परियोजना सस्ती, सुलभ व पूर्णतः नवीकरणीय ऊर्जा का उत्पादन करती है। टोरेंट पावर परियोजना के निकटतम क्षेत्रों के आर्थिक व सामाजिक उत्थान के उद्देश्य से सीएसआर गतिविधियां करवाने हेतु कटिबद्ध है। ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी के साथ ही उत्तर प्रदेश में संधारणीय व हरित ऊर्जा क्रांति के लिए मंच तैयार हो जाएगा। इससे राज्य की छवि हरित ऊर्जा में अग्रणी के रूप में स्थापित होगी।

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