ब्रज क्षेत्र के विकास पर सरकार का फोकस : 16 किलोमीटर लंबे बाईपास का होगा निर्माण, श्रद्धालुओं को मिलेगी सहूलियत

UPT | ब्रज क्षेत्र के विकास पर सरकार का फोकस

Oct 11, 2024 20:20

उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से वृंदावन में 16.75 किलोमीटर लंबे बाईपास का निर्माण पीएम गति शक्ति पहल के तहत प्रस्तावित है। इस परियोजना से जहां श्रद्धालुओं के लिए बांके बिहारी के दर्शन आसान होंगे

Short Highlights
  • ब्रज क्षेत्र के विकास पर सरकार का फोकस
  • परिवहन चुनौतियों में आएगी कमी
  • लाखों श्रद्धालुओं को होगी सहूलियत
Lucknow News : उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से वृंदावन में 16.75 किलोमीटर लंबे बाईपास का निर्माण पीएम गति शक्ति पहल के तहत प्रस्तावित है। इस परियोजना से जहां श्रद्धालुओं के लिए बांके बिहारी के दर्शन आसान होंगे, वहीं व्यापार और उद्योगों को भी बढ़ावा मिलेगा। नई दिल्ली में आयोजित नेटवर्क प्लानिंग ग्रुप (एनपीजी) की 81वीं बैठक में प्रस्तावित वृंदावन बाईपास के निर्माण और श्रद्धालुओं की सहूलियतों की समीक्षा की गई।

रोजगार के पैदा होंगे अवसर
राज्य के प्रमुख धार्मिक स्थलों का नवीनीकरण और विकास तेजी से हो रहा है। इस पहल से न केवल श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं मिल रही हैं, बल्कि इन स्थलों के आसपास के क्षेत्रों में भी व्यापार, पर्यटन और रोजगार के नए अवसर उत्पन्न हो रहे हैं। प्रदेश में बुनियादी ढांचे का विस्तार तीव्र गति से हो रहा है। पिछले कुछ वर्षों में सरकार की नीतियों और विकास योजनाओं ने उत्तर प्रदेश को आर्थिक रूप से मजबूत किया है।



लाखों श्रद्धालुओं को होगी सहूलियत
बांके बिहारी के दर्शन के लिए हर साल देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु वृंदावन पहुंचते हैं, लेकिन हाल के वर्षों में गाड़ियों की संख्या में वृद्धि के कारण वृंदावन में जाम की समस्या विकराल हो गई है। प्रस्तावित वृंदावन बाईपास का निर्माण इस समस्या का समाधान करेगा। इसके चलते श्रद्धालुओं को बांके बिहारी के दर्शन करने में आसानी होगी और यात्रा का समय भी कम होगा।

कनेक्टिविटी होगी मजबूत
वृंदावन बाईपास राष्ट्रीय राजमार्ग-44 को यमुना एक्सप्रेसवे से जोड़ते हुए क्षेत्र की कनेक्टिविटी को और मजबूत करेगा। इस बाईपास के माध्यम से यात्रा का समय, जो पहले डेढ़ घंटे का था, अब सिर्फ 15 मिनट रह जाएगा। इसके साथ ही यह परियोजना वृंदावन में यातायात दबाव को कम करेगी, जिससे पर्यटन और औद्योगिक विकास को गति मिलेगी।

परिवहन चुनौतियों में आएगी कमी
वृंदावन बाईपास परियोजना का मुख्य उद्देश्य कनेक्टिविटी को बढ़ाना और क्षेत्रीय विकास को गति देना है। इससे परिवहन चुनौतियों में कमी आएगी और सामाजिक-आर्थिक विकास को भी बढ़ावा मिलेगा। बाईपास से पर्यटकों की संख्या में वृद्धि होने की उम्मीद है, जिससे स्थानीय व्यापार में तेजी आएगी। इसके साथ ही, क्षेत्रीय विकास और औद्योगिक गतिविधियों को भी नया बल मिलेगा। वृंदावन बाईपास से वृंदावन में पर्यटकों और श्रद्धालुओं की संख्या में बढ़ोतरी होगी, साथ ही व्यापार और उद्योग को भी नई दिशा मिलेगी। यह परियोजना प्रदेश के विकास के नए आयाम स्थापित करेगी और उत्तर प्रदेश को समृद्धि और प्रगति की ओर ले जाएगी।

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