जिले के सैफनी नगर पंचायत क्षेत्र में बिजली विभाग के जेई शिवकुमार को मुरादाबाद भ्रष्टाचार निवारण संगठन की ट्रैप टीम ने 35 हजार रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है।
Dec 21, 2024 13:50
जिले के सैफनी नगर पंचायत क्षेत्र में बिजली विभाग के जेई शिवकुमार को मुरादाबाद भ्रष्टाचार निवारण संगठन की ट्रैप टीम ने 35 हजार रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है।
Rampur News : जिले के सैफनी नगर पंचायत क्षेत्र में बिजली विभाग के जेई शिवकुमार को मुरादाबाद भ्रष्टाचार निवारण संगठन की ट्रैप टीम ने 35 हजार रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई भ्रष्टाचार के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत की गई, जिसमें टीम ने जेई शिवकुमार को उनके निजी वाहन में रिश्वत लेते पकड़ा।
यह है पूरी घटना
सैफनी थाना क्षेत्र के भजनपुर गांव निवासी नासिर पुत्र भूरे ने बताया कि उनके घर में पांच साल पहले बिजली का मीटर लगाया गया था, लेकिन मीटर की वजह से उनका बिजली बिल सही से नहीं बन रहा था। जब नासिर ने इस समस्या को लेकर बिजली घर में तैनात जेई शिवकुमार से संपर्क किया, तो उन्होंने बिल सही करने के बदले 35 हजार रुपये की रिश्वत की मांग की। नासिर ने इस मामले की शिकायत मुरादाबाद भ्रष्टाचार निवारण संगठन की ट्रैप टीम से की। इसके बाद टीम ने शिकायत की पुष्टि करते हुए कार्रवाई की योजना बनाई। ट्रैप टीम प्रभारी सुखबीर सिंह भदौरिया के नेतृत्व में टीम ने गुरुवार को कार्रवाई करते हुए भूड़ा गेट के पास स्थित लतीफी चाय एंड कोल्ड ड्रिंक स्टोर के सामने जेई शिवकुमार को उनकी स्विफ्ट डिजायर कार में रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया।
जेई के खिलाफ कड़ी कार्रवाई
गिरफ्तारी के बाद, जेई शिवकुमार को सैफनी थाना लाया गया, जहां उनके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया। पुलिस ने एंटी करप्शन टीम की उपस्थिति में उसे जेल भेजने की प्रक्रिया पूरी कर ली।
भ्रष्टाचार के खिलाफ मुहिम
इस कार्रवाई के बारे में मुरादाबाद भ्रष्टाचार निवारण संगठन की टीम ने कहा कि यह भ्रष्टाचार के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान का हिस्सा है। टीम ने जनता से अपील की है कि वे भ्रष्टाचार के खिलाफ खुलकर आवाज उठाएं और ऐसे मामलों में अपना सहयोग दें, ताकि सिस्टम में पारदर्शिता लायी जा सके। यह कार्रवाई भ्रष्टाचार के खिलाफ ठोस कदम के रूप में देखी जा रही है और स्थानीय प्रशासन का मानना है कि इस तरह की कार्रवाइयों से भ्रष्टाचार पर काबू पाया जा सकता है।