संभल में कल्कि विष्णु मंदिर की बारीक जांच : सुदर्शन चक्र जैसी है गुंबद की बनावट, ASI ने छह तीर्थ और 20 कूपों का किया सर्वे

UPT | कल्कि विष्णु मंदिर

Dec 22, 2024 12:34

संभल में लखनऊ से भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) की टीम ने दो दिन तक चलने वाले सर्वे के दौरान छह प्रमुख तीर्थ स्थल और 20 प्राचीन कूपों की जांच की...

Sambhal News : संभल में लखनऊ से भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) की टीम ने दो दिन तक चलने वाले सर्वे के दौरान छह प्रमुख तीर्थ स्थल और 20 प्राचीन कूपों की जांच की। इस दौरान, टीम ने संभल के प्राचीन कल्कि विष्णु मंदिर का विशेष रूप से बारीकी से निरीक्षण किया, जहां उन्होंने लगभग 30 मिनट बिताकर हर पहलू की गहन जांच की और आवश्यक साक्ष्य एकत्र किए। यह मंदिर सर्वे में सबसे अधिक समय लिया गया स्थान था। प्रशासन ने एएसआई से संभल के तीर्थों और कूपों की सटीक जानकारी के लिए एक पत्र लिखा था, जिसमें 19 कूप और पांच तीर्थ स्थलों का उल्लेख था, लेकिन इस सूची में कल्कि विष्णु मंदिर और कृष्ण कूप को शामिल नहीं किया गया था।

पहले दिन 19 कूपों की जांच
दरअसल, पहले दिन यानी शुक्रवार को, एएसआई की टीम ने संभल और आसपास के 19 कूप और पांच तीर्थ स्थलों का सर्वे किया था। शनिवार को प्रशासन ने कल्कि विष्णु मंदिर और कृष्ण कूप को भी शामिल करने का निर्णय लिया। एसडीएम वंदना मिश्रा की अगुवाई में टीम फिर से इन स्थलों पर पहुंची और वहां की बारीकी से जांच की। पंडित महेंद्र शर्मा, जो मंदिर की देखभाल करते हैं, उन्होंने बताया कि उनके परिवार ने इस मंदिर की देखभाल पिछले कई पीढ़ियों से की है। वह स्वयं इस परंपरा के दसवें सदस्य हैं। मंदिर की आकृतियां प्राचीन हैं और उनके पिता पंडित महेश प्रसाद शर्मा ने भी इसके बारे में जानकारी दी थी। मंदिर का आकार अष्टकोणीय है और इसकी ऐतिहासिक महत्वता बहुत अधिक है।



पर्यटन विभाग कर रहा 86 लाख का निवेश
कल्कि विष्णु मंदिर में पर्यटन विभाग की ओर से कई विकास कार्य किए जा रहे हैं। पंडित महेंद्र शर्मा के बेटे अनुज शर्मा ने बताया कि मंदिर के विकास के लिए 86 लाख रुपये की राशि खर्च की जाएगी। इस परियोजना के तहत तीन रुकने के कमरे और यज्ञशाला का निर्माण किया जाएगा। हालांकि, उन्होंने यह भी बताया कि मंदिर के आसपास कुछ अतिक्रमण हो गए हैं, जिन्हें कई बार प्रशासन से हटाने की मांग की गई, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई।

पुराणों में है भगवान कल्कि का जिक्र
कल्कि विष्णु मंदिर से संबंधित एक महत्वपूर्ण धार्मिक विश्वास है कि कलियुग में भगवान कल्कि का अवतरण संभल में होगा। यह विश्वास हिंदू समुदाय के बीच प्रचलित है और इसके बारे में पुराणों में भी उल्लेख है। पंडित महेंद्र शर्मा ने बताया कि मंदिर में मिलने वाले संकेत इस भविष्यवाणी को सही ठहराते हैं और इनसे संबंधित सभी जानकारी मंदिर में मौजूद है।

प्राचीन सुदर्शन चक्र के आकार का गुंबद
कल्कि विष्णु मंदिर के गुंबद की विशेष बनावट भी चर्चा का विषय है। यह गुंबद प्राचीन सुदर्शन चक्र के आकार का है और इसमें उभरी हुई आकृतियां हैं। पंडित महेंद्र शर्मा और उनके बेटे अनुज शर्मा ने इन आकृतियों को संरक्षित करने के लिए कई बार पुरातत्व विभाग से अनुरोध किया है, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। उन्होंने बताया कि पुरातत्व विभाग की एक टीम पहले भी मंदिर का दौरा कर चुकी है, लेकिन संरक्षण की प्रक्रिया अभी भी पूरी नहीं हो पाई है।

धार्मिक-ऐतिहासिक शहर है संभल 
संभल एक ऐतिहासिक और धार्मिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण शहर है। यह नगर पौराणिक रूप से 68 तीर्थ स्थलों, 19 कूपों, 36 पुरे और 52 सरायों के लिए प्रसिद्ध है। एएसआई की टीम इन सभी स्थलों का सर्वे करके उनका काल निर्धारण करेगी, ताकि इन धार्मिक धरोहरों का संरक्षण किया जा सके। हालांकि, वर्तमान में इन तीर्थ स्थलों में से 54 विलुप्त हो चुके हैं और 14 कूपों की जानकारी ही सार्वजनिक हुई है। भारतीय इतिहास संकलन समिति इन धार्मिक स्थलों की जानकारी एकत्र करने में जुटी हुई है।

इन कूपों और तीर्थों का किया गया सर्वे
  • चतुर्मुख ब्रहम कूप – यह कूप पानी की टंकी के पास ग्राम आलम सराय, संभल में स्थित है।
  • अमृत कूप – यह कूप मंदिर दुर्गा कालोनी, संभल में स्थित है।
  • अशोक कूप – यह कूप मोहल्ला हल्लू सराय, संभल में स्थित है।
  • सप्तसागर कूप – यह कूप सर्थलेश्वर मंदिर के पास, सरथल चौकी, मोहल्ला कोट पूर्वी, संभल में स्थित है।
  • बलि कूप – यह कूप पुरानी तहसील के पास, कूचे वाली गली, संभल में स्थित है।
  • धर्म कूप – यह कूप हयातनगर, संभल में स्थित है।
  • ऋषिकेश कूप – यह कूप शिव मंदिर के पास, मोहल्ला कोट पूर्वी, संभल में स्थित है।
  • परासर कूप – यह कूप कल्कि मंदिर के पास, मोहल्ला कोट पूर्वी, संभल में स्थित है।
  • अकर्ममोचन कूप – यह कूप संभल कोतवाली के सामने, मोहल्ला ठेर, संभल में स्थित है।
  • धरणि बाराह कूप – यह कूप जामा मस्जिद चौकी के नीचे, मोहल्ला कोट गर्वी, संभल में स्थित है।
  • भद्रका आश्रम तीर्थ – यह तीर्थ होज भदेसरा, संभल में स्थित है।
  • स्वर्गदीप तीर्थ/सती मठ – यह तीर्थ गांव जलालपुर मोहम्मदाबाद, संभल में स्थित है।
  • चक्रपाणि तीर्थ – यह तीर्थ गांव जलालपुर मोहम्मदाबाद, संभल में स्थित है।
  • प्राचीन कूप – यह कूप एक रात वाली मस्जिद के पास, मोहल्ला कोट गर्वी, संभल में स्थित है।
  • प्राचीन कूप – यह कूप जामा मस्जिद परिसर, मोहल्ला कोट गर्वी, संभल में स्थित है।
  • प्राचीन कूप – यह कूप बाल विद्या मंदिर के सामने, मोहल्ला चमन सराय, संभल में स्थित है।
  • प्राचीन कूप – यह कूप न्यारियों वाली मस्जिद के पास, मोहल्ला खग्गू सराय, संभल में स्थित है।
  • प्राचीन कूप – यह कूप गद्दियों वाला मोहल्ला, कोट पूर्वी, संभल में स्थित है।
  • प्राचीन कूप – यह कूप सेठों वाली गली, मोहल्ला कोट पूर्वी, संभल में स्थित है।
  • प्राचीन कूप – यह कूप एजेंटी चौराहे के पास, मोहल्ला डूंगर सराय, संभल में स्थित है।
  • प्राचीन मंदिर व कूप – यह मंदिर और कूप मोहल्ला खग्गू सराय, संभल में स्थित है।
  • प्राचीन तीर्थ/शमशान/मंदिर – यह तीर्थ आर्य कोल्ड स्टोर के पास, अजीजपुर असदपुर, संभल में स्थित है।
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