संभल में मानवता शर्मसार : नवजात बच्ची को सरसों के खेत में जिंदा दफनाया, रोने की आवाज सुन ग्रामीणों ने बचाया

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Nov 04, 2024 16:12

भाई दूज के पवित्र दिन जब लोग अपनी बहनों की सुरक्षा का संकल्प लेते हैं, उसी दिन उत्तर प्रदेश के संभल जिले के नखासा थाना क्षेत्र के मन्नीखेड़ा गांव में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई।

Sambhal News : भाई दूज के पवित्र दिन जब लोग अपनी बहनों की सुरक्षा का संकल्प लेते हैं, उसी दिन उत्तर प्रदेश के संभल जिले के नखासा थाना क्षेत्र के मन्नीखेड़ा गांव में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई। गांव के पास एक सरसों के खेत में किसी ने नवजात बच्ची को जिंदा मिट्टी में दफना दिया। संयोगवश, बच्ची का चेहरा मिट्टी से पूरी तरह ढका नहीं था, जिससे उसकी रोने की आवाज बाहर तक पहुंची और आसपास के कुछ बच्चों ने उसे सुन लिया। बच्चों ने शोर मचाया तो ग्रामीण मौके पर पहुंचे और बच्ची को बचा लिया।

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रोने की आवाज सुन ग्रामीणों ने बचाया
रविवार की शाम को मन्नीखेड़ा गांव में कुछ बच्चे खेल रहे थे जब उन्हें सरसों के खेत से रोने की आवाज सुनाई दी। आवाज सुनते ही बच्चों ने गांववालों को बुलाया। जल्दी-जल्दी मिट्टी हटाकर लोगों ने बच्ची को बाहर निकाला और देखा कि उसकी नाल भी अभी तक नहीं कटी थी, जिससे यह अनुमान लगाया गया कि उसका जन्म कुछ घंटे पहले ही हुआ था। तुरंत ही ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद बच्ची को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया।



नवजात की आंख और नाक में भर गई थी मिट्टी 
जिला अस्पताल में बच्ची का इलाज कर रहे डॉक्टर जफर कमाल ने बताया कि नवजात की स्थिति को देखकर यह प्रतीत होता है कि उसका जन्म बहुत ही हाल ही में हुआ था। जन्म के तुरंत बाद उसे खेत में दफना दिया गया, जिससे उसकी आंख और नाक में मिट्टी भर गई थी। डॉक्टरों ने उस मिट्टी को साफ कर दिया है, और बच्ची की हालत अब स्थिर है। डॉक्टरों के अनुसार, जन्म के बाद बच्चों को विशेष देखभाल की जरूरत होती है, ऐसे में मिट्टी में दबी रही यह बच्ची स्वस्थ है, जो एक चमत्कार से कम नहीं है।

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मामला की जांच शुरु
पुलिस ने इस घटना को संज्ञान में लेते हुए जांच शुरू कर दी है। पुलिस का मानना है कि बच्ची को शाम के समय खेत में दफनाया गया होगा और ऐसा करने वाले लोग आसपास के ही हो सकते हैं। पुलिस उन लोगों का पता लगाने का प्रयास कर रही है, जिन्होंने इस निर्दयी घटना को अंजाम दिया। ग्रामीणों में इस घटना को लेकर गहरा आक्रोश है। उनका कहना है कि ऐसे घिनौने अपराध के लिए दोषियों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए। समाज में बेटियों के प्रति इस तरह के संवेदनहीन रवैये पर लोगों ने चिंता जताई है और प्रशासन से ऐसी घटनाओं पर सख्त कदम उठाने की मांग की है।

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