कन्याकुमारी में वे जो ड्रामा कर रहे हैं, वहां करीब 10,000 लोग उनके लिए लगे हुए हैं। यह देश के पैसे की बर्बादी है। उन्हें पता है कि वहां आचार संहिता लागू है। खर्च कौन उठाएगा? अगर आपको भगवान पर इतनी ही आस्था है तो अपने घर पर करें या अपनी जेब से खर्च उठाएं।