यमुना प्राधिकरण की पहल : 15 साल तक नहीं होगी बिजली कटौती, जानिये क्या है प्लान...

UPT | प्रतीकात्मक फोटो

May 23, 2024 15:04

गर्मी के प्रचंड कहर को देखते हुए यमुना प्राधिकरण ने नोएडा में पावर कट्स को रोकने के लिए एक महत्वपूर्ण पहल की है। इसके तहत यमुना प्राधिकरण ने नोएडा में बिजली कटौती को 15 साल के लिए रोकने का प्लान...

Noida News : गर्मी के प्रचंड कहर को देखते हुए यमुना प्राधिकरण ने नोएडा में पावर कट्स को रोकने के लिए एक महत्वपूर्ण पहल की है। इसके तहत यमुना प्राधिकरण ने नोएडा में बिजली कटौती को 15 साल के लिए रोकने का प्लान बनाया है। यमुना प्राधिकरण ने नई तकनीकी उपायों और ऊर्जा संसाधनों का उपयोग करके पावर कटौती को कम करने का निर्णय लिया है। इससे नोएडा में ऊर्जा संबंधी समस्याओं को हल करने में मदद मिलेगी और लोगों को अधिक स्थायी और नियमित बिजली आपूर्ति मिलेगी।

क्या कहते हैं सीईओ
यमुना प्राधिकरण के सीईओ डॉक्टर अरुण वीर सिंह ने कहा कि बिजली की कमी ना हो, इसके लिए प्लान बनाया गया है। इसके लिए 700 करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं। उनका कहना है हमारे पास एक अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट आ रहा है, जिसको बिजली दी जानी है। इसके साथ ही 32,000 रेसिडेंशियल, 3061 इंडस्ट्रियल प्लाट को बिजली दी जानी है। इसके लिए यूपी ट्रांसमिशन और यूपी पावर कॉरपोरेशन से असेसमेंट कराया है। उसके अनुसार, 1000 मेगावाट बिजली अगले 15 सालों के लिए इस क्षेत्र में मिलेगी। उसके लिए अभी तीन सब स्टेशन चालू कर दिए गए हैं। इनमें सेक्टर 32, सेक्टर 18 और सेक्टर 24 के सब स्टेशन शामिल हैं। अभी 30 मेगावाट बिजली यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में कंज्यूम हो रही है। यह अगले 1 साल में 270 से 320 मेगावाट हो जायेगी, जबकि 940 मेगावाट बिजली उपलब्ध है। 300 मेगावाट बिजली और आ जाएगी, तो अगले एक से डेढ़ साल में यह बढ़कर 1240 मेगावाट हो जायेगी।

बिजली की कमी को पूरा करने के इंतजाम 
नई ऊर्जा स्रोतों का विकास :
यमुना प्राधिकरण ने नई और स्वच्छ ऊर्जा स्रोतों के विकास पर ध्यान केंद्रित किया है। सौर ऊर्जा, बायोगैस, विंड ऊर्जा आदि स्रोत बिजली की आपूर्ति में वृद्धि करने में मदद कर सकते हैं।

ऊर्जा संरक्षण और प्रबंधन : ऊर्जा संरक्षण और प्रबंधन के लिए उपयुक्त तकनीकी और प्रबंधन के उपायों का अनुसरण किया जा रहा है। ऊर्जा का नियोजन, ऊर्जा निगरानी और ऊर्जा बचत के लिए नए प्रोग्राम और योजनाओं का शुभारंभ किया जा रहा है।

बिजली संयंत्रों का आधुनीकीकरण : पुराने और अप्रभावी बिजली संयंत्रों को आधुनिक बनाया जा रहा है, ताकि उनकी कार्यक्षमता और ऊर्जा उत्पादन में सुधार हो सके।

बिजली के अधिक आपूर्ति के लिए संवाद : यमुना प्राधिकरण, नगर निगमों, स्थानीय अधिकारियों और अन्य संबंधित संगठनों के साथ संवाद कर रहा है, ताकि बिजली की अधिक संचारित आपूर्ति हो सके।

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