ज्ञानवापी विवाद : मस्जिद के बहाने ओवैसी ने एक बार फिर साधा मोदी पर निशाना, बोले- मुसलमानों को भरोसा नहीं

UPT | ओवैसी ने एक बार फिर साधा मोदी पर निशाना

Feb 02, 2024 21:09

ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के नेता और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने ज्ञानवापी मामले को लेकर नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी की सरकार मुसलमानों से उनकी मस्जिद को छीनना चाहती है।

Short Highlights
  • असदुद्दीन ओवैसी ने साधा सरकार पर निशाना
  • कहा- हमारी हर मस्जिद छीनना चाहती है सरकार
  • लोकसभा में संबोधन के दौरान बोला हमला
New Delhi : ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के नेता और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने ज्ञानवापी मामले को लेकर नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी की सरकार मुसलमानों से उनकी मस्जिद को छीनना चाहती है। ओवैसी ने कहा कि नरेंद्र मोदी इस देश को हिंदू राष्ट्र बनाना चाहते हैं।

'6 दिसंबर के बारे में बात करने की नहीं हिम्मत'
लोकसभा में अपने संबोधन के दौरान ओवैसी ने कहा कि 'ऐसा लग रहा है वह प्रधानमंत्री नहीं है, बल्कि पुजारी सम्राट बन चुके हैं। 22 जनवरी की बुनियाद 6 दिसंबर 1992 को रखी गई थी। इसकी बुनियाद 1986 में ताले खोलकर रखी गई थी। 22 जनवरी की बुनियाद जीबी पंत ने रखी थी।' ओवैसी ने कहा कि आज इस मुल्क में किसी में भी हिम्मत नहीं है कि 6 दिसंबर की बात की जाए।

ज्ञानवापी का बिना नाम लिए किया जिक्र
ओवैसी ने केंद्र पर हमला बोलते हुए कहा कि 'आप बताइए मेरे पास बचा क्या है। मेरे पास आर्टिकल 32 बचा है, जिसे बाबा साहेब अंबेडकर ने दिया। आज मुल्क के 17 करोड़ मुसलमान भारत के प्रधानमंत्री पर भरोसा नहीं करते। मुझे आज भी कानून और संविधान पर भरोसा है। 600 साल की मेहरौली की मस्जिद को आपने बगैर नोटिस दिए ध्वस्त कर दिया।' ओवैसी ने आगे कहा कि 'भारत के प्रधानमंत्री और उनकी सरकार मुसलमानों ने पहचान को छीनना चाहते हैं। ख्वाजा अजमेरी के दर पर चादर बिछाइए, लेकिन आप जो चादर मुझसे छीनना चाहते हैं, वो मेरी मस्जिद है। आप हर मस्जिद को छीनना चाहते हैं।'

'भारत को हिंदू राष्ट्र बनाना चाहते हैं नरेंद्र मोदी'
ओवैसी ने लोकसभा में कहा कि 'आप 500 साल की बात करते हैं। मैं आपसे कहता हूं कि 500 साल पर मत जाइए। बौद्ध पर जाइए, जैनिज्म पर जाइए। कहां रुकेंगे। इस देश को आजादी मिली 1947 में। संविधान मिला हमें बाबा साहेब अंबेडकर से बराबरी का। उससे पहले तो राजा-रजवाड़े थे। लोकतंत्र नहीं था। आप इसे वहां ले जाते हैं। नरेंद्र मोदी दिखाना चाहते हैं कि उन्होंने इस देश को हिंदू राष्ट्र बना दिया।'

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