यूपी के भगवान हो गए धनवान : पढ़िये देश के अमीर मंदिरों में कैसे शुमार हुए दो टेंपल...

UPT | अयोध्या राम मंदिर और काशी विश्वनाथ मंदिर

Sep 28, 2024 16:37

भारत एक ऐसा देश है जहां धर्म और आस्था की गहराई बहुत अधिक है। यहां विभिन्न धर्मों के पुजारी और भक्त अपनी आस्था के अनुसार पूजा-पाठ करते हैं। मंदिरों में भक्ति और श्रद्धा का भाव हमेशा...

Noida News : भारत एक ऐसा देश है जहां धर्म और आस्था की गहराई बहुत अधिक है। यहां विभिन्न धर्मों के पुजारी और भक्त अपनी आस्था के अनुसार पूजा-पाठ करते हैं। मंदिरों में भक्ति और श्रद्धा का भाव हमेशा देखने को मिलता है। खासकर उत्तर प्रदेश, दक्षिण भारत और उत्तराखंड जैसे राज्यों में मंदिरों की सालाना आय आश्चर्यजनक होती है।

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उत्तर प्रदेश के मंदिरों की बात करें तो यहां के कुछ मंदिरों की सालाना आय लाखों और करोड़ों में होती है। भक्तों की भारी भीड़ और दान देने की प्रवृत्ति इन मंदिरों को आर्थिक दृष्टि से बेहद समृद्ध बनाती है। श्रद्धालुओं का मानना है कि दान से न केवल पुण्य मिलता है, बल्कि उनकी इच्छाएं भी पूरी होती हैं। इस प्रकार, मंदिरों में दान की राशि लगातार बढ़ती जाती है।


अयोध्या राम मंदिर
प्रभु राम के अयोध्या स्थित मंदिर में विराजमान होने के बाद से राम भक्तों की संख्या में अप्रत्याशित वृद्धि हुई है। प्रतिदिन एक लाख से ज्यादा भक्त श्रद्धा के साथ मंदिर में दर्शन और पूजन करने के लिए पहुंच रहे हैं। इस आस्था के साथ ही भक्त दिल खोलकर मंदिर निर्माण में दान भी दे रहे हैं। जिससे राम मंदिर की आर्थिक स्थिति में उल्लेखनीय सुधार हुआ है। हाल ही में ट्रस्ट द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार अयोध्या राम मंदिर की सालाना आय 400 करोड़ रुपए तक पहुंच गई है। यह राशि देश के अन्य प्रसिद्ध मंदिरों की आय के बराबर है। यदि पिछले वित्तीय साल की बात करें तो रामलला को विभिन्न माध्यमों से 363 करोड़ रुपए का दान प्राप्त हुआ। यह आंकड़ा इस बात का प्रमाण है कि भक्तों की श्रद्धा और योगदान में निरंतर वृद्धि हो रही है। पिछले पांच सालों में रामलला को लगभग 55 अरब रुपए का दान मिला है। इसके साथ ही 13 क्विंटल चांदी और 20 किलो सोना भी भक्तों द्वारा अर्पित किया गया है।

काशी विश्वनाथ मंदिर
धार्मिक और आध्यात्मिक नगरी काशी हाल के वर्षों में एक महत्वपूर्ण कायाकल्प से गुजरी है। इस कायाकल्प ने न केवल श्रद्धालुओं की संख्या में वृद्धि की है, बल्कि आर्थिक दृष्टि से भी इस नगरी की आय में अभूतपूर्व बढ़ोतरी दर्ज की गई है। सात साल पहले काशी विश्वनाथ मंदिर की आय मात्र 20.14 करोड़ रुपये थी। जो अब बढ़कर 86.79 करोड़ रुपये हो गई है। यह वृद्धि 66.65 करोड़ रुपये की है। जो इस बात का संकेत है कि काशी के प्रति श्रद्धालुओं का आकर्षण काफी बढ़ा है। वित्तीय वर्ष 2023-24 में काशी विश्वनाथ मंदिर की आय में 42.43 प्रतिशत की वृद्धि देखने को मिली है, जो 83.34 करोड़ रुपये रही। हालांकि इस दौरान व्यय में भी वृद्धि हुई है। वित्तीय वर्ष 2023-24 में मंदिर का कुल व्यय 25.32 करोड़ रुपये रहा।

तिरुपति बालाजी मंदिर
यह मंदिर भारत का सबसे धनवान मंदिर माना जाता है। जहां हर साल करोड़ों रुपये का दान प्राप्त होता है। यह मंदिर भक्ति और श्रद्धा का एक अद्वितीय उदाहरण है।

स्वर्ण मंदिर
पंजाब के स्वर्ण मंदिर की इनकम 500 करोड़ रुपये है। पंजाब की सालाना आय भी 500 करोड़ रुपये है। हर दिन यहां लाखों लोग दर्शन के लिए जाते है।

वैष्णो देवी मंदिर
वैष्णो देवी मंदिर के मंदिर में भक्तों का हमेशा तांता लगा रहता है। हर दिन माता के दर्शन के लिए यहां लाखों हजारों लोग जाते है। वैष्णो देवी मंदिर जम्मू एंड कश्मीर की इनकम 400 करोड़ है।

श्री सिद्धि विनायक मंदिर
श्री सिद्धि विनायक मंदिर महाराष्ट्र में है। इसकी सालाना इनकम लगभग 100- 150 करोड़ रुपये होगी।

अक्षरधाम मंदिर
अक्षरधाम मंदिर ये नई दिल्ली में है। इसकी इनकम 60-100 करोड़ रुपये होगी। यहां पर रोज काफी लोग आते हैं और इसकी सुंदरता का आनंद लेते हैं।

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