बसपा प्रमुख मायावती ने पूछा, कहां हैं 'अच्छे दिन': गरीबी हटाओ का झूठा नारा देती रही बीजेपी और कांग्रेस

UPT | बसपा प्रमुख मायावती ने पूछा, कहां हैं 'अच्छे दिन'

Apr 26, 2024 17:06

बसपा सुप्रीमो ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर बीजेपी और कांग्रेस पर निशाना साधा है। मायावती ने कहा है कि बीजेपी और कांग्रेस दोनों पार्टियां गरीबी हटाओ का झूठा नारा देती रही हैं लेकिन, क्या अब तक अच्छे दिन आ गये हैं, इस बार सोच समझकर वोट करें।

Lucknow News : बसपा प्रमुख मायावती ने शुक्रवार को कहा कि देश के बेरोजगार लोगों, किसानों, महिलाओं और अन्य वंचित वर्गों को यह विचार करना चाहिए कि वे बीजेपी के लिए अच्छे दिन लाए हैं, लेकिन अच्छे दिन लाने के उनके बहुप्रचारित वादे का क्या हुआ।

मताधिकार का प्रयोग करने का आग्रह
कांग्रेस के "गरीबी हटाओ" के नारे की तरह भाजपा भी अपने वादों को पूरा करने में विफल रही है। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो ने एक्स पर अपनी पोस्ट में कहा कि उन्होंने लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण के दिन मतदाताओं से अपने मताधिकार का प्रयोग करने का आग्रह किया।  दूसरे चरण का मतदान 13 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 88 संसदीय सीटों पर चल रहा है। उत्तर प्रदेश में दूसरे चरण में अमरोहा, मेरठ, बागपत, गाजियाबाद, गौतमबुद्धनगर, बुलंदशहर, अलीगढ़ और मथुरा सीटों पर मतदान चल रहा है। 
 

1. देश में आज लोकसभा के लिए दूसरे चरण के मतदान में खासकर गरीबों, बेरोजगारों, किसानों, महिलाओं व अन्य वंचितों को यह जरूर सोचना है कि भाजपा के अच्छे दिन तो आपने ला दिए लेकिन आपके ’अच्छे दिन’ लाने के उनके बहुप्रचारित लुभावने वादे का क्या हुआ? बल्कि उनका जीवन इतना त्रस्त क्यों?

— Mayawati (@Mayawati) April 26, 2024 मायावती ने कहा कि "देश और इसके लगभग 125 करोड़ मेहनती लोगों का हित किसी व्यक्ति विशेष या पार्टी को वोट देने के बजाय 'अच्छे दिन' लाने के लिए मतदान करने में निहित है, जो गरीबी और बेरोजगारी से मुक्त हो। 'अच्छी सरकार' के लिए वोट करने के लिए आगे आएं। यह बहुजन समर्थक है, इसलिए, 'पहले वोट फिर जलपान।

बसपा अकेले लड़ रही चुनाव
आपको बता दें कि बसपा अकेले लोकसभा चुनाव लड़ रही है। पार्टी प्रमुख मायावती और उत्तराधिकारी व राष्ट्रीय संयोजक आकाश आनंद लगातार जनसभाएं कर जनता को लुभाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। इन जनसभाओं में भाजपा और कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा जा रहा है। जनता को बताया जा रहा है कि कैसे इन सरकारों ने जनहित में कोई काम नहीं किया है।

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