दिल्ली में वायु प्रदूषण बढ़ा : सीएम आतिशी ने यूपी पर फोड़ा ठीकरा, पराली जलाने को जिम्मेदार ठहराया

UPT | आतिशी सिंह

Oct 20, 2024 16:05

बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए दिल्ली सरकार सक्रिय हो गई है और मुख्यमंत्री आतिशी ने पर्यावरण मंत्री गोपाल राय के साथ मिलकर आनंद विहार का दौरा किया...

Short Highlights
  • दिल्ली में बढ़ रही प्रदूषण की समस्या
  • मुख्यमंत्री आतिथी ने आनंद विहार का किया दौरा
  • यूपी में को ठहराया जिम्मेदार
New Delhi News : उत्तर प्रदेश के पड़ोसी राज्य दिल्ली में प्रदूषण की स्थिति लगातार गंभीर होती जा रही है। हाल के दिनों में कई इलाकों का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 300 के स्तर को पार कर चुका है। विशेष रूप से रविवार को आनंद विहार में AQI 445 तक पहुंच गया, जिसे बेहद खराब श्रेणी में रखा गया है। इस बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए दिल्ली सरकार सक्रिय हो गई है और मुख्यमंत्री आतिशी सिंह ने पर्यावरण मंत्री गोपाल राय के साथ मिलकर आनंद विहार का दौरा किया।

धूल नियंत्रण के लिए 99 टीमों का गठन
मुख्यमंत्री आतिशी ने बताया कि दिल्ली में प्रदूषण को कम करने के लिए कठोर कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि 99 टीमों का गठन किया गया है, जो पूरे शहर में धूल नियंत्रण उपायों की निगरानी कर रही हैं। ये टीमें विभिन्न निर्माण स्थलों पर जाकर धूल नियंत्रण के सभी मानकों का पालन कर रही हैं। इसके अलावा, दिल्ली में 325 से ज्यादा एंटी स्मॉग गन तैनात करने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है।
यूपी को ठहराया जिम्मेदार
सीएम आतिशी ने यह भी कहा कि प्रदूषण नियंत्रण के लिए पीडब्ल्यूडी और एमसीडी जैसे विभागों को एक साथ मिलकर काम करना होगा। आनंद विहार विशेष रूप से चिंताजनक क्षेत्र है, क्योंकि यह दिल्ली और यूपी की सीमा पर स्थित है। यहां आने वाली बसों की संख्या भी अधिक है, जो प्रदूषण का मुख्य कारण बनती है। इसके साथ ही, दिल्ली की मुख्यमंत्री ने प्रदूषण के बढ़ने के मुख्य कारणों में पराली जलाने को बताया है। उन्होंने कहा कि हरियाणा और उत्तर प्रदेश में पराली जलाने की गतिविधियां अधिक हुई हैं, जिससे वायु गुणवत्ता पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा है। साथ ही उन्होंने कहा कि धूल नियंत्रण के लिए कई उपायों को लागू किया जा रहा है, जैसे कि स्मॉग गन का उपयोग और सड़कों को गीला रखा जाना।

यूपी सरकार से करेंगी बात
आनंद विहार में धूल को नियंत्रित करने के लिए सभी सड़कों की मरम्मत की गई है और अतिक्रमण हटाने का अभियान भी चलाया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने यूपी सरकार से बात करने का आश्वासन दिया, क्योंकि आनंद विहार में प्रदूषण की मुख्य वजह यूपी से आने वाली बसें हैं। इसके अलावा, छठ पूजा के समय जल प्रदूषण की समस्या पर भी उन्होंने चर्चा की, यह बताते हुए कि कई बार अनुपचारित अपशिष्ट यमुना में छोड़े जाते हैं।



पर्यावरण मंत्री ने भी जताई चिंता
वहीं पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने भी चिंता व्यक्त की कि आनंद विहार में प्रदूषण का स्तर खतरनाक स्थिति में पहुंच गया है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश से आने वाली डीजल बसें प्रदूषण को बढ़ा रही हैं। उन्होंने यूपी सरकार से अनुरोध किया कि कौशांबी बस डिपो में पानी का छिड़काव किया जाए ताकि धूल को नियंत्रित किया जा सके।

बीजेपी नेता ने दिल्ली सरकार पर लगाया आरोप
इस बीच, यमुना नदी में प्रदूषण पर गोपाल राय ने कहा कि कुछ राजनीतिक दल समस्या उत्पन्न करते हैं और फिर उस पर वीडियो बनाते हैं। उन्होंने यह भी बताया कि सफाई अभियान चल रहा है और छठ पूजा की तैयारी की जा रही है। वहीं, बीजेपी सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने दिल्ली सरकार पर आरोप लगाया कि प्रदूषण नियंत्रित करने की जिम्मेदारी उनकी है और यह मुख्यमंत्री और मंत्री की जवाबदेही बनती है।

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