दिल्ली धर्म संसद में उठी सनातन बोर्ड की मांग : धर्माचार्यों ने दिए विवादित बयान, जानिए किसने क्या कहा

UPT | दिल्ली धर्म संसद में उठी सनातन बोर्ड की मांग

Nov 17, 2024 10:28

देशभर के साधु-संतों, धर्माचार्यों और कथावाचकों का जमावड़ा दिल्ली में आयोजित सनातन धर्म संसद में देखने को मिला। इस विशेष आयोजन का नेतृत्व प्रसिद्ध कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर ने किया...

New Delhi News : देशभर के साधु-संतों, धर्माचार्यों और कथावाचकों का जमावड़ा दिल्ली में आयोजित सनातन धर्म संसद में देखने को मिला। इस विशेष आयोजन का नेतृत्व प्रसिद्ध कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर ने किया। जिन्होंने सनातन धर्म की रक्षा के लिए तीन प्रमुख मुद्दों को मंच पर रखा। इनमें देश में सनातन बोर्ड का गठन, कृष्ण जन्मभूमि की मुक्ति और तिरुपति बालाजी मंदिर के प्रसाद में मिलावट का विरोध शामिल थे। धर्म संसद की शुरुआत में देवकीनंदन ठाकुर ने नारा दिया, "अभी नहीं तो कभी नहीं" और "बहुत सह लिया, अब न सहेंगे। हिंदू हक लेकर रहेंगे।" उन्होंने सनातन धर्म को संरक्षित करने के लिए गुरुकुल परंपरा को पुनर्जीवित करने, धर्म परिवर्तन रोकने, और सनातन बोर्ड के गठन की आवश्यकता पर बल दिया।

धर्म के साथ व्यापार और व्यवहार बंद करें : अभय महाराज
धर्म संसद में अभय महाराज ने धर्म विरोधी ताकतों के आर्थिक बहिष्कार की अपील की। उन्होंने कहा,  "जो लोग धार्मिक शिक्षा के नाम पर हिंसा करते हैं। उनके साथ व्यापार और व्यवहार सदा के लिए समाप्त कर देना चाहिए। 'वोट जिहाद' के माध्यम से हमारी एकता को तोड़ा जा रहा है। हिंदुओं को अब जागना होगा, वरना उनका अस्तित्व ही समाप्त हो जाएगा।"

घर-घर में औजार जरूरी : प्रदीप मिश्रा
मध्य प्रदेश के प्रसिद्ध कथावाचक प्रदीप मिश्रा ने आत्मरक्षा पर जोर देते हुए कहा, "सनातनियों के घर में जितने सदस्य हैं। उतने ही औजार भी होने चाहिए। तलवार, फरसे और अन्य शस्त्रों का होना आज के समय की आवश्यकता बन गया है। हमें तैयार रहना होगा, क्योंकि हमारी सहिष्णुता को हमारी कमजोरी समझा जा रहा है।"

सनातन बोर्ड बनेगा और बनकर रहेगा : साध्वी सरस्वती 
सनातन बोर्ड के गठन को लेकर साध्वी सरस्वती ने हुंकार भरी और कहा, "सनातन बोर्ड बनकर रहेगा और जो इसे रोकने का प्रयास करेगा। उसका नामोनिशान मिटा दिया जाएगा। हिंदू महिलाएं एक-एक हजार की तलवार खरीदें और इसे अपने घर का हिस्सा बनाएं। यह समय अपनी सुरक्षा के लिए सजग रहने का है।"

कुंभ क्षेत्र में गैर-हिंदुओं का प्रवेश वर्जित हो : रामविलास वेदांती
अयोध्या के संत रामविलास वेदांती ने सुझाव दिया कि कुंभ मेले के दौरान 40 किमी के दायरे में गैर-हिंदुओं का प्रवेश वर्जित होना चाहिए। उन्होंने कहा, "जिस तरह मक्का में गैर-मुस्लिमों का प्रवेश वर्जित है। उसी प्रकार कुंभ क्षेत्र में गैर-हिंदुओं को प्रतिबंधित किया जाना चाहिए। कांग्रेस जैसे दल आतंकवादियों का समर्थन कर रहे हैं जबकि सनातन धर्म की रक्षा के लिए कोई कदम नहीं उठा रहे।"

शस्त्र और धर्म की रक्षा पर सिख धर्मगुरु की चेतावनी
धर्म संसद में सिख धर्मगुरु बाबा हरजीत सिंह रसूलपुर ने तलवार उठाकर धर्म की रक्षा के लिए शस्त्र धारण करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा, "जब तक आप शस्त्रधारी नहीं बनेंगे, तब तक आप कमजोर बने रहेंगे। अपने धर्म और अस्तित्व को बचाने के लिए यदि आवश्यकता पड़ी, तो शस्त्र उठाना पड़ेगा।"

महाराष्ट्र चुनाव और ओवैसी पर प्रहार
मंच पर महाराष्ट्र चुनाव भी चर्चा का विषय बना। एक धर्मगुरु ने कहा, "असदुद्दीन ओवैसी और उनके भाई हिंदुओं को चुनौती देते हैं। लेकिन हम एक अरब हिंदुओं को समझा कर रखे हुए हैं। जिस दिन ये संयम टूटा, उस दिन इस्लाम का अंत हो जाएगा।" देवकीनंदन ठाकुर ने भी ओवैसी पर तंज कसते हुए कहा, "ओवैसी कहते हैं कि उन्होंने अपने भाई को रोक रखा है। लेकिन सच यह है कि हमने अपने एक अरब हिंदुओं को रोक रखा है। सनातन धर्म के अधिकारों के लिए हमें अब संगठित होना होगा।"

वक्फ बोर्ड बनाम सनातन बोर्ड
धर्म संसद के समापन से पहले देवकीनंदन ठाकुर ने स्पष्ट संदेश दिया, "या तो वक्फ बोर्ड को समाप्त कर दिया जाएगा, या फिर सनातन बोर्ड का गठन होकर रहेगा। अब हमें धर्म के साथ समझौता नहीं करना चाहिए।"

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