गूंज रहा सीएम योगी का नारा : देवेंद्र फडणवीस ने किया 'बंटेंगे तो कटेंगे' का समर्थन, कहा- यह ही भारत का इतिहास रहा है

UPT | देवेंद्र फडणवीस

Nov 15, 2024 12:16

देवेंद्र फडणवीस ने अपने एक बयान में सीएम योगी के 'बंटेंगे तो कटेंगे' के नारे को उचित बताया है। उन्होंने कह कि भारतीय इतिहास गवाह है कि जब-जब समाज विभाजित हुआ, तब-तब देश को गुलामी झेलनी पड़ी।

Short Highlights
  • सीएम योगी के 'बंटेंगे तो कटेंगे' के नारे को उचित बताया है।
  • नारे का मकसद समाज को चेतावनी देना है
  • नारे को भारत के इतिहास से जोड़ा है।
New Delhi News : महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के विवादित नारे "बंटेंगे तो कटेंगे" का समर्थन करते हुए इसे भारत के इतिहास से जोड़ा है। इस नारे पर विभिन्न प्रतिक्रियाएं आई हैं। जहां एक पक्ष इसे समाज में विभाजन पैदा करने वाला मानता है, वहीं भाजपा इसे समाज को एकता का संदेश देने और अलर्ट करने वाला मानती है। फडणवीस ने कहा कि इस नारे में कुछ भी गलत नहीं है, बल्कि यह भारत के इतिहास की सच्चाई को बयान करता है कि जब-जब देश ने विभाजन का रास्ता अपनाया, तब-तब उसे नुकसान झेलना पड़ा है।

नारे को भारत के इतिहास से जोड़ा
फडणवीस ने अपने बयान में कहा कि योगी जी का यह नारा पूर्णतः उचित है। भारतीय इतिहास गवाह है कि जब-जब समाज विभाजित हुआ, तब-तब देश को गुलामी झेलनी पड़ी। चाहे वह जातियों के आधार पर हो, राज्यों के आधार पर हो या फिर समुदायों के आधार पर, विभाजन ने हमेशा देश को कमजोर किया है। देश का विभाजन इसका सबसे बड़ा उदाहरण है। इसलिए ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ का नारा हमें एकता बनाए रखने और विभाजन से बचने के लिए सचेत करता है। उन्होंने कहा कि जब भी समाज में विभाजन होता है, तो आंतरिक और बाहरी ताकतें इसका फायदा उठाने का प्रयास करती हैं। इस नारे का मकसद समाज को चेतावनी देना है कि आपसी मतभेदों को दरकिनार कर देश की अखंडता और समृद्धि के लिए एकजुट रहना चाहिए। 

नारे को उचित ठहराने की कोशिश
फडणवीस का यह बयान तब आया है जब भाजपा के ही कुछ नेताओं, जैसे पंकजा मुंडे और अशोक चव्हाण, ने इसे गैर-जरूरी करार दिया था। इस पर फडणवीस का कहना है कि देश के इतिहास को देखना चाहिए, जो यह बताता है कि विभाजन ने हमेशा देश को कमजोर किया है। इसलिए इस नारे पर सवाल उठाने का कोई मतलब नहीं है। उनका कहना है कि समाज को एकता का संदेश देना और विभाजन के दुष्परिणामों के प्रति सचेत करना गलत नहीं हो सकता।

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ओबीसी वर्ग पर पीएम मोदी के बयान का भी दिया समर्थन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा विपक्ष पर ओबीसी वर्ग को विभाजित करने के आरोप पर भी फडणवीस ने अपना रुख स्पष्ट किया। उन्होंने कहा कि विपक्ष का नेतृत्व कर रहे राहुल गांधी ने विदेश में अपने बयानों से यह स्पष्ट किया है कि उनका इरादा जातिगत विभाजन को बढ़ावा देने का है। फडणवीस ने कहा कि राहुल गांधी ने अमेरिका में संविधान और आरक्षण के विषय पर बयान दिए, जो भारतीय समाज के भीतर जातिगत विभाजन को बढ़ावा देने का संकेत देते हैं। यह उनकी मानसिकता को उजागर करता है और उनके इरादों को स्पष्ट करता है।

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कांग्रेस जातियों में फूट डालने की कोशिश कर रही है 
फडणवीस ने कहा कि महाराष्ट्र जैसे राज्य में 350 से अधिक ओबीसी जातियां हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस नेतृत्व इन जातियों में फूट डालने की कोशिश कर रहा है। भाजपा के अनुसार, यह राजनीति समाज को तोड़ने का प्रयास है, जिसका भाजपा पूरी तरह विरोध करती है। फडणवीस का मानना है कि इस तरह के जातिगत विभाजन की कोशिशों से भाजपा समाज को बचाने और एकजुट रखने का प्रयास कर रही है।

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