पीएम मोदी की शिकायत पर भड़के रालोद नेता : कहा- घटिया राजनीति कर रही कांग्रेस, जानें पूरा मामला...

UPT | रालोद नेता मलूक नागर

Nov 15, 2024 16:07

कांग्रेस ने महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री और गृहमंत्री पर गंभीर आरोप लगाए हैं। पार्टी का कहना है कि कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों के खिलाफ भ्रामक और अपमानजनक टिप्पणियां की हैं।

Short Highlights
  • कांग्रेस का कहना है कि पार्टी के प्रमुख नेताओं पर पिछड़ा वर्ग विरोधी बताने का आरोप लगाया गया है
  • कांग्रेस द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के विरुद्ध शिकायत दर्ज कराई गई
  • रालोद नेता ने रखा अपना पक्ष और कहा कि कांग्रेस के नेताओं को अपने बयानों पर ध्यान देना चाहिए।
New Delhi News : चुनावी माहौल में राजनीतिक बयानबाजी का सिलसिला तेज हो गया है। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के विरुद्ध चुनाव आयोग में दर्ज कराई गई शिकायत ने नया विवाद खड़ा कर दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह पर चुनाव प्रचार के दौरान "गलत और झूठी बयानबाजी" का आरोप लगाए गए है। इस मुद्दे पर राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) ने भी अपना पक्ष रखा है। उन्होंने कहा कि शिकायत करने का पूरा अधिकार है, लेकिन कांग्रेस के नेताओं को अपने बयानों पर भी ध्यान देना चाहिए।

कांग्रेस की शिकायत 
कांग्रेस ने महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री और गृहमंत्री पर गंभीर आरोप लगाए हैं। पार्टी का कहना है कि दोनों नेताओं ने कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों के खिलाफ भ्रामक और अपमानजनक टिप्पणियां की हैं। कांग्रेस का कहना है कि इन बयानों में पार्टी के प्रमुख नेताओं जैसे पूर्व प्रधानमंत्रियों जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी और राजीव गांधी को अनुसूचित जाति, जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग विरोधी बताने का आरोप लगाया गया है। कांग्रेस ने इन आरोपों को जनता को गुमराह करने की एक सोची-समझी साजिश करार दिया है। चुनाव आयोग को लिखे पत्र में कांग्रेस ने मांग की है कि पीएम मोदी और अमित शाह के बयानों की जांच की जाए और उनके खिलाफ उचित कार्रवाई की जाए।

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रालोद की प्रतिक्रिया
रालोद नेता मलूक नागर ने इस विवाद पर महत्वपूर्ण टिप्पणी की है। उन्होंने कहा कि लोकतांत्रिक व्यवस्था में प्रत्येक नागरिक को शिकायत दर्ज कराने का अधिकार है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को भी चुनाव आयोग में शिकायत करने का पूरा अधिकार है, लेकिन उन्होंने कांग्रेस की नीयत पर सवाल उठाते हुए कहा कि पार्टी को पहले अपने नेताओं के बयानों पर भी ध्यान देना चाहिए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस जिस तरह से निचले स्तर की राजनीति पर उतर आई है, उसे अपने गिरेबान में झांककर देखना चाहिए। अगर वे सुर्खियों में बने रहने के लिए प्रधानमंत्री और गृहमंत्री जैसे सर्वोच्च पदों पर बैठे नेताओं पर आरोप लगा रहे हैं, तो यह उनकी हताशा को दर्शाता है।
चुनाव आयोग की कार्रवाई
चुनाव आयोग पर अब दबाव है कि वह इस मामले की निष्पक्षता से जांच करे। हालांकि, चुनाव प्रचार के दौरान शिकायतें आम बात हैं, लेकिन इस तरह के उच्च स्तर पर किए गए आरोपों ने इसे गंभीर बना दिया है। चुनाव आयोग को यह सुनिश्चित करना होगा कि सभी पक्षों के साथ न्याय हो और लोकतांत्रिक प्रक्रिया पर कोई आंच न आए।

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