Mukhtar Ansari Death : मुख्तार अंसारी का पोस्टमार्टम AIIMS से कराने की मांग, बेटे उमर ने डीएम को लिखी चिट्ठी

UPT | मुख्तार अंसारी ( फाइल फोटो)

Mar 29, 2024 18:31

मुख्तार अंसारी के बेटे उमर अंसारी ने जिलाधिकारी बांदा को चिट्ठी लिखी है। उमर अंसारी ने चिट्ठी के जरिए अपने पिता मुख्तार अंसारी का पोस्टमार्टम AIIMS से कराने की मांग की है।

Mukhtar Ansari Death : माफिया डॉन और पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी का गुरुवार को उत्तर प्रदेश के बांदा के एक अस्पताल में निधन हो गया। अस्पताल ने बताया कि मुख्तार अंसारी को गुरुवार रात करीब 8:25 बजे अस्पताल लाया गया, जहां नौ डॉक्टरों की एक टीम ने उनकी देखभाल की थी। भरसक प्रयासों के बावजूद हार्ट अटैक के कारण मरीज की मृत्यु हो गई। वहीं,मुख्तार अंसारी के परिवार वालों ने उन्हें खाने में जहर देने का शक जाहिर करते हुए पोस्टमार्टम कराने की मांग जिलाधिकारी बांदा को चिट्ठी लिखकर की है। 

बेटे को नहीं है यूपी सरकार और प्रशासन पर भरोसा 
मुख्तार अंसारी के बेटे उमर अंसारी ने जिलाधिकारी बांदा को चिट्ठी लिखी है। उमर अंसारी ने चिट्ठी के जरिए अपने पिता मुख्तार अंसारी का पोस्टमार्टम AIIMS से कराने की मांग की है। उमर अंसारी ने बताया कि उन्होंने एक पत्र लिखकर मांग की है कि अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान दिल्ली (AIIMS) के डॉक्टरों द्वारा पोस्टमॉर्टम किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा," मैंने एक पत्र लिखकर कहा है कि इसे दिल्ली एम्स के डॉक्टरों द्वारा किया जाना चाहिए। हमें यहां की चिकित्सा व्यवस्था, सरकार और प्रशासन पर भरोसा नहीं है...आप जानते हैं मैं क्यों कह रहा हूं  ये...पंचनामा हो गया। जिलाधिकारी को निर्णय लेना है, देखते हैं वह क्या फैसला लेते हैं। उन्होंने कहा कि पोस्टमॉर्टम शुरू नहीं हुआ है।" 

उमर अंसारी ने कहा, "हमें उम्मीद है कि अदालत उन संदेहों की जांच में मदद करेगी जो हम व्यक्त कर रहे हैं। हम कानूनी परामर्श लेंगे। हमें पूरा विश्वास है कि यह प्राकृतिक मौत नहीं बल्कि सुनियोजित हत्या है।" 

नौ डॉक्टरों की एक टीम ने की थी देखभाल
वहीं अस्पताल की आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, अंसारी को गुरुवार रात करीब 8:25 बजे अस्पताल लाया गया। विज्ञप्ति में कहा गया है कि मरने से पहले नौ डॉक्टरों की एक टीम ने उनकी देखभाल की थी। 

बड़े भाई बोले, प्रशासन ने नहीं दी जानकारी
उधर, मुख्तार अंसारी के बड़े भाई सिबगतुल्लाह अंसारी ने शुक्रवार को दावा किया कि प्रशासन ने उन्हें जानकारी नहीं दी और उन्हें अपने भाई की मृत्यु के बारे में मीडिया के माध्यम से पता चला। सिबगतुल्लाह ने कहा, मैंने इसे मीडिया में देखा और इसके बारे में पता चला। प्रशासन ने मुझे सूचित नहीं किया। वह 18 मार्च से काफी अस्वस्थ थे और उन्हें कोई इलाज नहीं दिया जा रहा था, 25-26 मार्च को उनकी तबीयत काफी खराब हो गई तो उन्हें मेडिकल कॉलेज लाया गया वो भी औपचारिकता के तौर पर कुछ घंटों के लिए और फिर उन्हें वापस भेज दिया गया और कहा गया कि उनकी हालत स्थिर है। उसे कुछ भी सही इलाज नहीं दिया गया।  परिवार की आशंकाओं पर उन्होंने कहा, यह महीनों पहले व्यक्त किया गया था और हाई कोर्ट भी, सुप्रीम कोर्ट भी लिखित में भी दिया गया था लेकिन  लेकिन कोई संज्ञान नहीं लिया गया। इससे पहले, उमर अंसारी ने दावा किया था कि उनके पिता को खाने में जहर दिया गया था।

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