एल्विश यादव और सिंगर फाजिलपुरिया की बढ़ी मुसीबतें : मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ED ने जब्त की संपत्तियां, बैक खाते भी सीज

UPT | एल्विश यादव-सिंगर फाजिलपुरिया

Sep 26, 2024 17:30

यूट्यूबर एल्विश यादव और लोकप्रिय गायक फाजिलपुरिया के लिए मुश्किलें बढ़ गई हैं। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले के सिलसिले में दोनों की संपत्तियों को जब्त कर लिया है।

Delhi News : यूट्यूबर एल्विश यादव और लोकप्रिय गायक फाजिलपुरिया के लिए मुश्किलें बढ़ गई हैं। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले के सिलसिले में दोनों की संपत्तियों को जब्त कर लिया है। यह कार्रवाई यादव के खिलाफ एक बड़े मामले के अंतर्गत की गई है, जिसमें उनके संपत्ति के अटैचमेंट के साथ ही फाजिलपुरिया का भी नाम शामिल है।

एल्विश यादव-सिंगर फाजिलपुरिया को झटका
एल्विश यादव, जो हाल ही में 'बिग बॉस ओटीटी 2' के विजेता बने थे, लंबे समय से ईडी के रडार पर थे। उनका नाम रेव पार्टी में सांपों के जहर की सप्लाई करने के आरोप में भी आया है, जिसके चलते उन्हें कुछ समय पहले जेल भी जाना पड़ा था। मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों की जांच के दौरान, ईडी ने यादव और फाजिलपुरिया को पूछताछ के लिए बुलाया था। 

पहले से चल रही जांच
आरोपों के अनुसार, एल्विश यादव ने अवैध तरीके से धन कमाकर संपत्तियों को खरीदा है, जिसमें गायक फाजिलपुरिया ने उनका साथ दिया। प्रारंभ में, नोएडा पुलिस ने यादव को सांपों की तस्करी के मामले में गिरफ्तार किया था, जिसके बाद ईडी ने इस मामले की जांच शुरू की थी। इस मामले में कुल 1200 पन्नों की चार्जशीट दाखिल की गई है, जिसमें मादक पदार्थों के सेवन और रेव पार्टियों का आयोजन करने के आरोपों का भी उल्लेख है।



चार्जशीट में गंभीर आरोप
यादव की गिरफ्तारी के बाद, उन्हें 17 मार्च को न्यायिक हिरासत में भेजा गया था। हालांकि, पांच दिनों की जेल के बाद उन्हें जमानत मिल गई थी। उनके खिलाफ वन्यजीव संरक्षण अधिनियम और नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस (एनडीपीएस) अधिनियम के तहत मामले दर्ज किए गए थे। 

कई विवादों से जुड चुका है नाम
एल्विश यादव ने अपने करियर की शुरुआत एक यूट्यूबर के रूप में की थी, और अपनी लोकप्रियता के चलते उन्होंने कई विवादों को भी जन्म दिया। हाल ही में, उन्हें जान से मारने की धमकी भी मिली थी, जिसके चलते दिल्ली के इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम में एक मैच के दौरान सुरक्षा बढ़ा दी गई थी। इन घटनाक्रमों के चलते, एल्विश यादव और फाजिलपुरिया की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं, और ईडी की कार्रवाई इस बात का संकेत है कि मनी लॉन्ड्रिंग जैसे गंभीर मामलों में कोई भी व्यक्ति बच नहीं सकता।

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