Rahul Gandhi Wrote Letter to Speaker : राहुल गांधी के भाषण पर चली थी कैंची, लोकसभा स्पीकर को लिखी चिट्‌ठी, बोले- मोदी जी की दुनिया में सच मिटाया जा सकता है...

UPT | राहुल गांधी संसद में बोलते हुए

Jul 02, 2024 14:47

राहुल गांधी ने लिखा कि उन्होंने सदन में तथ्यों और जमीनी हकीकत को रखने की कोशिश की थी. राहुल गांधी ने दावा किया जो अंश हटाया गया है वो नियम 380 के तहत नहीं आता…

Short Highlights
  • राहुल गांधी ने लोकसभा स्पीकर को लिखी चिट्‌ठी
  • राहुल गांधी ने पत्र में क्या लिखा 
  • संसद में दिया राहुल गांधी भाषण विवादों में आया 
Rahul Gandhi Speech : लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने अपने भाषण से हटाई गई टिप्पणियों और अंशों को लेकर अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र लिखा है। इसमें उन्होंने अनुरोध किया है कि टिप्पणियों को फिर से बहाल किया जाए। राहुल गांधी ने पत्र में लिखा कि सभापति को सदन की कार्यवाही से कुछ टिप्पणियों को हटाने की शक्तियां प्राप्त हैं। राहुल गांधी ने लिखा कि उन्होंने सदन में तथ्यों और जमीनी हकीकत को रखने की कोशिश की थी। राहुल गांधी ने दावा किया जो अंश हटाया गया है वो नियम 380 के तहत नहीं आता। यही नहीं, राहुल गांधी ने अनुराग ठाकुर के भाषण का हवाला देते हुए कहा है कि जब उनकी स्पीच आरोपों से भरी हुई थी, लेकिन उसमें से सिर्फ एक शब्द को ही हटाया गया था। 

राहुल गांधी ने पत्र में क्या लिखा 
राहुल गांधी ने पत्र में लिखा है कि, '1 जुलाई 2024 को राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान मेरे भाषण से निकाली गई टिप्पणियों और अंशों के संदर्भ में लिख रहा हूँ। आपको कुछ टिप्पणियों को निकालने का अधिकार है, लेकिन शर्त केवल उन शब्दों की है, जिनकी प्रकृति लोकसभा में प्रक्रिया और कार्य संचालन नियमों के नियम 380 में निर्दिष्ट की गई है। हालाँकि मैं यह देखकर हैरान हूँ कि मेरे भाषण के काफी हिस्से को कार्यवाही से निकालने की आड़ में हटा दिया गया है। मेरी सुविचारित टिप्पणियों को रिकॉर्ड से हटा देना संसदीय लोकतंत्र के सिद्धांतों के खिलाफ है।

राहुल गांधी ने आगे लिखा कि, 'मैं 2 जुलाई की लोकसभा की बिना सुधारी गई बहस के प्रासंगिक अंश संलग्न कर रहा हूँ। मैं यह कहना चाहता हूँ कि, जो भाग हटाया गया है वह नियम 380 के दायरे में नहीं आता। मैं सदन में जो बताना चाहता था, वह जमीनी हकीकत है, तथ्यात्मक स्थिति है। सदन का प्रत्येक सदस्य जो जनता की सामूहिक आवाज का प्रतिनिधित्व करता है, उसे भारतीय संविधान के अनुच्छेद 105(1) के अनुसार अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता प्राप्त है।'

'मेरे विचार संसदीय लोकतंत्र के मूल सिद्धांतों के विरुद्ध नहीं है। इस संदर्भ में मैं श्री अनुराग ठाकुर के भाषण की ओर भी ध्यान आकर्षित करना चाहता हूं, जिनका भाषण आरोपों से भरा था, हालांकि, आश्चर्यजनक रूप से केवल एक शब्द हटाया गया है! आपके प्रति उचित सम्मान के साथ, यह चुनिंदा निष्कासन तर्क को सही नहीं बताता है। मैं अनुरोध करता हूं कि कार्यवाही से हटाई गई टिप्पणियों को बहाल किया जाए।'

संसद में दिया राहुल गांधी का भाषण विवादों में आया 
बता दें 1 जुलाई को संसद में छठे सत्र के दौरान कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने नेता प्रतिपक्ष के तौर पर पहला भाषण दिया। इस दौरान उन्होंने भाजपा, अल्पसंख्यक, NEET विवाद और अग्निपथ योजना जैसे मुद्दों पर केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला। संसद में दिया राहुल गांधी यह भाषण विवादों में आ गया। जिसके बाद 2 जुलाई को लोकसभा स्पीकर के आदेश पर राहुल के बयान से सभी विवादित अंशों को संसद के रिकॉर्ड से हटा दिया गया। इनमें हिंदुओं और PM नरेंद्र मोदी, BJP, RSS पर किए गए कमेंट्स भी शामिल थे। मंगलवार को राहुल गांधी को जब इस बात की भनक लगी तो उन्होंने कहा- मोदी जी की दुनिया में सच्चाई मिटाई जा सकती है, हकीकत में सच को नहीं मिटाया जा सकता।

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