राज्‍यसभा चुनाव 2024 : असमंजस खत्म, राजा भैया ने खोले अपने पत्‍ते, कहा- मेरा वोट मोदी और योगी के साथ

UPT | रघुराज प्रताप सिंह उर्फ़ राजा भैया

Feb 26, 2024 16:15

असमंजस खत्म, रघुराज प्रताप सिंह उर्फ़ राजा भैया के दोनों विधायक भाजपा प्रत्याशी को वोट देंगे। राजा विधान सभा पहुंचे, वोटिंग रिहल्सल में हिस्सा लिया...सपा की उम्मीदों...

Lucknow News : उत्तर प्रदेश की राज्‍यसभा सीटों पर 27 फरवरी को वोटिंग होनी है। इसके लिए बीजेपी ने आठ कैंडिडेट तो सपा ने अपने तीन कैंडिडेट मैदान में उतरे हैं। इस बीच, कुंडा के विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया ने साफ कर दिया है कि वह भारतीय जनता पार्टी के साथ है। इसके चलते बीजेपी के सभी आठों प्रत्याशियों की जीत तय मानी जा रही है। इसके अलावा राजा भैया आज सोमवार की शाम भारतीय जनता पार्टी के डिनर में शामिल होंगे।
 
राजा भैया ने सोमवार को लखनऊ में वोटिंग रिहल्सल कार्यक्रम में कहा कि जनसत्‍ता दल का वोट बीजेपी के साथ है। मुझे मॉक वोटिंग प्रशिक्षण की कोई आवश्‍यकता नहीं है। 32 साल हो गए हैं विधायक रहते हुए...पर भोजन अवश्‍य करेंगे।
 

#WATCH लखनऊ: जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया ने राज्यसभा चुनाव में अपने समर्थन पर कहा, "जनसत्ता दल का वोट भाजपा के साथ है।" pic.twitter.com/OXNKsN2o0m

— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 26, 2024
बता दें कि 10 सीटों पर 11 उम्‍मीदवार होने के कारण वोटिंग की नौबत आ गई है। बीजेपी ने आठवें उम्‍मीदवार के रूप में संजय सेठ को उतारा है।

समाजवादी पार्टी की तीसरी सीट फंसी
राजा भैया के बीजेपी को समर्थन करने के बाद अखिलेश यादव के माथे पर लकीरें आ गई हैं। साथ ही इससे समाजवादी पार्टी के तीसरी सीट पर पेच भी फंस गया है। समाजवादी पार्टी के पास कुल 108 वोट है। कांग्रेस के साथ गठबंधन का ऐलान हो चुका है तो उसके 2 वोट भी सपा के खाते में जाएंगे। उसे अपने तीनों उम्मीदवारों को जिताने के लिए  एक और वोट की जरूरत है। पल्लवी पटेल समाजवादी पार्टी से नाराज हैं। अगर वह सपा उम्मीदवार को वोट न दें तो फिर सपा को 2 वोट की जरूरत होगी। वहीं, दो विधायक जेल में है. अगर उन्हें मतदान में शामिल होनेकी अनुमति नहीं मिलती है तो सपा को 4 वोट की जरूरत होगी। 

पहले भी राजा भैया ने किया है खेल
इससे पहले  2018 में भी राजा भैया ने खेल किया था। उस समय सपा ने जया बच्चन और दूसरी सीट पर बसपा के भीम राव आंबेडकर को समर्थन देने की घोषणा की थी। उस समय उन्होंने सपा विधायकों के साथ बैठक की थी. जिसमें राजा भैया भी शामिल हुए थे। अखिलेश यादव ने पार्टी विधायकों के साथ-साथ राजा भैया से बीएसपी उम्मीदवार के पक्ष में वोट करने की अपील की थी। इसके बावजूद राजा भैया ने बसपा उम्मीदवार की बजाय भाजपा प्रत्याशी को वोट दिया था। 

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