चर्चा में है रतन टाटा की वसीयत : 10 हजार करोड़ की संपत्ति का मालिक कौन? इन लोगों का भी लिखा नाम

UPT | चर्चा में है रतन टाटा की वसीयत

Oct 25, 2024 21:31

देश के प्रमुख उद्योगपतियों में से एक रतन टाटा का हाल ही में निधन हो गया। उनके निधन से पहले उन्होंने अपने प्यारे कुत्ते टीटो की देखभाल का खास ध्यान रखा। टीटो, जिसे रतन टाटा ने छह साल पहले अपने पुराने कुत्ते के निधन के बाद गोद लिया था

Short Highlights
  • चर्चा में है रतन टाटा की वसीयत
  • 10 हजार करोड़ है टाटा की संपत्ति 
  • समाज कल्याण में जाएगा बड़ा हिस्सा
New Delhi : देश के प्रमुख उद्योगपतियों में से एक रतन टाटा का हाल ही में निधन हो गया। उनके निधन से पहले उन्होंने अपने प्यारे कुत्ते टीटो की देखभाल का खास ध्यान रखा। टीटो, जिसे रतन टाटा ने छह साल पहले अपने पुराने कुत्ते के निधन के बाद गोद लिया था, अब उनके लंबे समय से कुक रहे राजन शॉ के पास रहेगा। रतन टाटा का कुत्तों के प्रति गहरा लगाव था, और वे हमेशा आवारा कुत्तों के लिए सहानुभूति दिखाने का प्रयास करते थे।

10 हजार करोड़ है टाटा की संपत्ति
रतन टाटा की संपत्ति का अनुमान लगभग 10,000 करोड़ रुपये है, जिसमें उनकी वसीयत के अनुसार विभिन्न लाभार्थियों को संपत्ति बांटी गई है। उनके फाउंडेशन, भाई जिमी टाटा, सौतेली बहनों शिरीन और डीना जेजीभॉय, और घरेलू स्टाफ मेंबर्स को भी इस वसीयत में शामिल किया गया है। विशेष रूप से, उनके बटलर सुब्बैया के लिए भी व्यवस्था की गई है, जो पिछले तीन दशकों से उनके साथ थे। इसके अलावा, उनके एग्जीक्यूटिव एसिसटेंट शांतनु नायडू को भी वसीयत में महत्वपूर्ण स्थान दिया गया है।



समाज कल्याण में जाएगा बड़ा हिस्सा
रतन टाटा की संपत्तियों में अलीबाग में एक समुद्र किनारे का बंगला, मुंबई का जुहू तारा रोड पर घर और विभिन्न बैंक खाते शामिल हैं। टाटा संस में उनकी 0.83% हिस्सेदारी भी रतन टाटा एंडोमेंट फाउंडेशन को ट्रांसफर की जाएगी। उनकी वसीयत के अनुसार, चैरिटी और सामाजिक कल्याण को प्राथमिकता दी गई है। टाटा समूह के वर्तमान चेयरमैन एन चंद्रशेखरन इस फाउंडेशन का नेतृत्व करेंगे और रतन टाटा के सामाजिक सेवा के दृष्टिकोण को आगे बढ़ाने का प्रयास करेंगे। इस तरह, रतन टाटा की संपत्ति का एक बड़ा हिस्सा समाज के कल्याण में निवेश किया जाएगा।

कुछ संपत्तियों की नीलामी के भी आसार
रतन टाटा की वसीयत में उनके करीबी पारिवारिक सदस्यों जैसे कि जिमी टाटा, शिरीन और डीनना जेजीभॉय के लिए भी प्रावधान किया गया है। इसके अलावा, उनके घरेलू स्टाफ, जैसे कि राजन शॉ और बटलर सुब्बैया, जिन्हें रतन टाटा ने दशकों तक काम करने दिया, के लिए भी खास व्यवस्था की गई है। रतन टाटा के निधन के बाद उनकी संपत्तियों का भविष्य अभी निर्धारित नहीं हुआ है। कोलाबा में उनके निवास और ताज वेलिंगटन में रखी गई 20-30 लग्जरी गाड़ियों का प्रबंधन अभी विचाराधीन है। इन संपत्तियों का नीलामी या संग्रहालय में प्रदर्शनी के लिए अधिग्रहण करने का विकल्प भी मौजूद है। अलीबाग का बंगला और जुहू तारा रोड का घर भी संपत्ति का हिस्सा हैं, जिनके भविष्य के बारे में निर्णय लेना बाकी है। रतन टाटा की संपत्ति का प्रबंधन उनके परिवार के सदस्यों और वकीलों द्वारा किया जाएगा।

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