सरकारी अस्पतालों की सुरक्षा होगी चाक-चौबंद : सीसीटीवी से लेकर अटेंडेंट एंट्री तक का प्लान तैयार, 6 सितंबर तक सभी अस्पतालों में लागू

UPT | Government Hospital Security

Sep 01, 2024 18:15

अस्पतालों में डॉक्टरों और मेडिकल स्टाफ के साथ होने वाली मारपीट और झगड़े की घटनाओं पर रोक लगाने के लिए दिल्ली सरकार ने सख्त कदम उठाने का फैसला किया है। स्वास्थ्य विभाग ने सभी सरकारी अस्पतालों को सुरक्षा के कड़े इंतजाम और साफ-सफाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।

Short Highlights
  • मेडिकल स्टॉफ की सुरक्षा के लिए सिक्योरिटी प्लान तैयार
  • 6 सितंबर तक सभी अस्पतालों में लागू होंगे नए नियम
Government Hospital Security : दिल्ली सरकार के सेक्रेटरी ने डॉक्टर्स और मेडिकल स्टॉफ की सुरक्षा सुनिश्चित कराने के लिए एक पूरा सिक्योरिटी प्लान तैयार करने के लिए भी आदेश दिए हैं> जिसको 6 सितंबर तक सभी अस्पतालों में लागू भी करवाना अनिवार्य होगा।

अस्पतालों में अब सुरक्षा के कड़े इंतजाम 
अस्पतालों में डॉक्टरों और मेडिकल स्टाफ के साथ होने वाली मारपीट और झगड़े की घटनाओं पर रोक लगाने के लिए दिल्ली सरकार ने सख्त कदम उठाने का फैसला किया है। स्वास्थ्य विभाग ने सभी सरकारी अस्पतालों को सुरक्षा के कड़े इंतजाम और साफ-सफाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। अस्पतालों के चिकित्सा निदेशकों और अधीक्षकों को सख्त आदेश दिए गए हैं ताकि मरीजों और उनके परिजनों के साथ होने वाली दुर्व्यवहार की घटनाओं पर रोक लगाई जा सके।

स्वास्थ्य विभाग के सेक्रेटरी ने तैयार किया प्लान
हेल्थ सेक्रेटरी की मीटिंग में अस्पताल परिसर, वार्ड और खासकर डॉक्टर के उस एरिया में जहां वह इलाज करते हैं, वहां की सुरक्षा व्यवस्था को चुस्त दुरुस्त करना अनिवार्य बताया है। स्वास्थ्य सचिव एसबी दीपक कुमार ने सभी अस्पतालों को 6 सितंबर तक सिक्योरिटी प्लान लागू करने के निर्देश दिए हैं। अस्पतालों के चिकित्सा निदेशकों और अधीक्षकों को सुरक्षा इंचार्ज, फैकल्टी मेंबर्स, रेजिडेंट डॉक्टर्स और पुलिस अथॉरिटीज के साथ मिलकर सुरक्षा प्लान तैयार करने को कहा गया है। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग मुख्यालय को भी इस संबंध में रिपोर्ट भेजनी होगी। साथ ही हर 15 दिनों के भीतर सिक्योरिटी प्लान को लेकर रिव्यू किया जाएगा।

अस्पताल सीसीटीवी कैमरों से होंगे लैस
सभी अस्पतालों को सीसीटीवी कैमरों से पूरी तरह से लैस करने और कंट्रोल रूम सेटअप तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं। कंट्रोल रूम 24x7 संचालित होंगे और सीसीटीवी कैमरों की फीड प्राप्त करेंगे। अलार्म सिस्टम को भी सिक्योरिटी प्लान में शामिल करने के आदेश दिए गए हैं, जिसका एक्सेस कंट्रोल रूम, चिकित्सा अधीक्षकों/चिकित्सा निदेशकों के रूम और जरूरी व्यक्तियों को दिया जाएगा। यह कदम अस्पतालों में डॉक्टरों और मेडिकल स्टाफ की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उठाए गए हैं।

सिक्योरिटी गार्ड और  पास सिस्टम पर सख्ती लागू
अस्पताल में अनावश्यक तौर पर एंट्री करने वाले अटेंडेंट को रोकने के लिए सख्त आदेश दिए गए। साथ ही उन सभी सिक्योरिटी गार्डों को प्रॉपर तरीके से ट्रेंड किया जाए जो अस्पताल के मेन गेट और रजिस्ट्रेशन एरिया के एंट्रेंस पर पोस्टेड है। स्वास्थ्य सचिव की ओर से आदेश दिए गए हैं कि सभी अस्पताल कर्मियों को आइडेंटी कार्ड इश्यू किए जाएं और सभी अस्पताल स्टॉफ जिसमें फैकल्टी/डॉक्टर/नर्स/पैरामेडिकल और अन्य स्टॉफ आदि शामिल हैं, सभी को अस्पताल परिसर में रहते हुए इसको पहनना जरूरी सुनिश्चित किया जाए। वही प्रॉपर पास सिस्टम को सख्ती के साथ लागू कराया जाए।

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