नीट मामले में सुप्रीम कोर्ट ने सुनाया अंतिम फैसला : कहा- 'पेपर लीक केवल पटना तक सीमित', NTA को दी सलाह

UPT | नीट मामले में सुप्रीम कोर्ट ने सुनाया अंतिम फैसला

Aug 02, 2024 13:29

देश की सर्वोच्च अदालत ने NEET पेपर लीक मामले पर अपना अंतिम फैसला सुनाया है। कोर्ट ने कहा कि यह एक व्यापक सिस्टमैटिक फेलियर नहीं है, बल्कि पेपर लीक का प्रभाव केवल हजारीबाग और पटना तक सीमित रहा।

Short Highlights
  • नीट मामले में कोर्ट ने सुनाया अंतिम फैसला
  • NTA को दिए कई सुझाव
  • गिरफ्तार किए गए थे कई आरोपी
New Delhi : देश की सर्वोच्च अदालत ने NEET पेपर लीक मामले पर अपना अंतिम फैसला सुनाया है। कोर्ट ने कहा कि यह एक व्यापक सिस्टमैटिक फेलियर नहीं है, बल्कि पेपर लीक का प्रभाव केवल हजारीबाग और पटना तक सीमित रहा। न्यायालय ने ढांचागत खामियों पर ध्यान दिया और कहा कि परीक्षार्थियों की पहचान सुनिश्चित करना तथा पेपर लीक रोकने के लिए स्टोरेज SOP तैयार करना सरकार और NTA की जिम्मेदारी है। कोर्ट ने NEET की दोबारा परीक्षा की मांग को खारिज कर दिया, लेकिन कहा कि अगर किसी को फैसले से संतुष्टि नहीं है, तो वह हाईकोर्ट जा सकता है।

NTA को दिए कई सुझाव
सुप्रीम कोर्ट ने NTA को परीक्षा आयोजन के तरीकों में सुधार करने का निर्देश दिया है। कोर्ट ने कहा कि एजेंसी को प्रश्न पत्र निर्माण से लेकर परीक्षा समाप्ति तक कड़ी निगरानी सुनिश्चित करनी चाहिए। प्रश्न पत्रों के संचालन के लिए एक विस्तृत SOP बनाने का सुझाव दिया गया। पेपर परिवहन के लिए खुले ई-रिक्शा के बजाय रियल-टाइम लॉक वाले बंद वाहनों का उपयोग करने की सलाह दी गई। कोर्ट ने प्राइवेसी कानूनों का पालन, इलेक्ट्रॉनिक फिंगरप्रिंट्स की रिकॉर्डिंग और साइबर सुरक्षा उपायों पर भी जोर दिया, ताकि डेटा को सुरक्षित रखा जा सके और किसी भी गड़बड़ी का पता लगाया जा सके।

गिरफ्तार किए गए थे कई आरोपी
NEET पेपर लीक मामले में सीबीआई और ईओयू ने गहन जांच की। इस दौरान कई आरोपियों को गिरफ्तार किया गया और जांच में पाया गया कि पेपर लीक झारखंड के हजारीबाग और बिहार के पटना से हुआ था। सीबीआई ने पहली FIR दर्ज की, जिसमें आठ आरोपियों को नामजद किया गया। इनमें संजीव मुखिया, सिकंदर यादवेंदु, अमित आनंद, आयुष राज, नीतीश कुमार, रॉकी, अखिलेश और बिट्टू शामिल थे। सीबीआई ने पटना में तीन स्थानों पर छापेमारी की, जिनमें सिकंदर यादवेंदु का फ्लैट, लर्न एंड प्ले स्कूल, उसका बॉयज हॉस्टल और NH गेस्ट हाउस शामिल थे।

प्रिसिंपल से भी हुई थी पूछताछ
पटना के खेमनीचक स्थित लर्न एंड प्ले स्कूल में संजीव मुखिया ने छात्रों को ठहराया था। आरोप है कि यहीं 35 छात्रों को बैठाकर प्रश्न पत्र के उत्तर रटवाए गए थे। इसके बाद सीबीआई ने हजारीबाग के ओएसिस स्कूल के प्रिंसिपल को गिरफ्तार कर पूछताछ की। एक रिपोर्ट के अनुसार, चार्जशीट में कई आरोपियों के नाम शामिल किए गए, जिनमें नीतीश कुमार, अमित आनंद, सिकंदर यादवेंदु, आशुतोष कुमार, रोशन कुमार, मनीष प्रकाश, अखिलेश कुमार, अवधेश कुमार, अनुराग यादव, अभिषेक कुमार, शिवनंदन कुमार और आयुष राज प्रमुख हैं।

दोबारा परीक्षा की मांग की थी खारिज
15 जुलाई को सुप्रीम कोर्ट ने महत्वपूर्ण फैसला सुनाया था NEET UG 2024 की परीक्षा दोबारा नहीं कराई जाएगी। चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा था कि दोनों पक्षों को सुनने के बाद यह स्पष्ट हो गया है कि परीक्षा की शुचिता भंग नहीं हुई है, इसलिए दोबारा परीक्षा कराने की आवश्यकता नहीं है। कोर्ट ने यह भी कहा कि पेपर लीक व्यापक स्तर पर नहीं हुआ है और NTA को भविष्य में ऐसी लापरवाही से बचना चाहिए। कोर्ट ने NTA को परीक्षा आयोजन के तरीकों में बदलाव लाने का निर्देश दिया है, जिससे भविष्य में पेपर लीक जैसी घटनाओं को रोका जा सके।

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