जामिया हबीबिया मदरसे पर नकली नोट मामले में बड़ी कार्रवाई : सील कर बैनर लगाया, अब पीडीए करेगी दस्तावेजों की जांच

UPT | पीडीए की ओर से सील किया गया मदरसा।

Sep 05, 2024 00:25

प्रयागराज के जिस जामिया हबीबिया मदरसे में नकली नोट छापने का मामला सामने आया था। उस मदरसे पर बुधवार को बड़ी कार्रवाई कर सील कर दिया गया।

Prayagraj News : प्रयागराज के अतरसुईया इलाके में स्थित जामिया हबीबिया मदरसे में नकली नोट छापने की फैक्ट्री पकड़े जाने के बाद आज प्रशासन ने इस मदरसे पर बड़ी कार्रवाई की है। सिविल लाइन्स पुलिस और प्रयागराज विकास प्राधिकरण (पीडीए) की संयुक्त टीम ने मदरसे को खाली कराकर उसे सील कर दिया। यह कार्रवाई मदरसे के अवैध निर्माण और उसमें हो रही गैरकानूनी गतिविधियों के खिलाफ की गई। मदरसे पर सीलिंग का बैनर भी लगा दिया गया है और अब पीडीए इस जमीन के कागजातों की जांच करेगा। 

मदरसे में 100 छात्र इस्लामिक शिक्षा ग्रहण कर रहे थे, अधिकांश बिहार और झारखंड के थे 
मदरसे में करीब सौ छात्र इस्लामिक शिक्षा ग्रहण कर रहे थे, जिनमें से अधिकांश बिहार और झारखंड के थे। जैसे ही मदरसे को सील करने की प्रक्रिया शुरू हुई, सभी छात्र और मौलाना वहां से अपना सामान समेटकर घर लौट गए।

प्रिंसिपल के कमरे से एक लाख 30 हजार रुपये के नकली नोट बरामद किए गए थे 
मदरसे के प्रिंसिपल तफसिरुल और मौलाना जाहिर खान पर नकली नोटों की छपाई का आरोप है। प्रिंसिपल के कमरे से एक लाख 30 हजार रुपये के नकली नोट बरामद किए गए थे। इसके अलावा, वहां से स्पीड पोस्ट की पर्चियां और कुछ भड़काऊ किताबें भी मिलीं, जिनकी वजह से खुफिया एजेंसियां भी सतर्क हो गई हैं। एजेंसियां अब प्रिंसिपल और अन्य मौलानाओं के कट्टरपंथी संगठनों से संबंधों की जांच कर रही हैं।

जकात के तौर पर विदेशों से मदरसे को पैसा भेजे जाने की बात सामने आई
इसके अलावा, मदरसे की फंडिंग के स्रोतों की भी जांच की जा रही है, क्योंकि जकात के तौर पर विदेशों से मदरसे को पैसा भेजे जाने की बात सामने आई है। पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियां मदरसे में पिछले पांच वर्षों के दौरान पढ़े छात्रों का रिकॉर्ड भी खंगाल रही हैं, ताकि यह पता चल सके कि कहीं ये छात्र आतंकी गतिविधियों में शामिल तो नहीं हुए हैं।

इस कार्रवाई के दौरान प्रयागराज विकास प्राधिकरण ने मदरसे के नक्शे का कोई रिकॉर्ड न मिलने पर इसे सील कर दिया। मदरसे की संदिग्ध गतिविधियों और उसके प्रिंसिपल की कट्टरपंथी विचारधारा को देखते हुए इस मामले में आगे की जांच जारी है। 

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