महाकुंभ के लिए रेलवे की खास तैयारी : 13,000 ट्रेनें श्रद्धालुओं की यात्रा को सुगम बनाएंगी, यात्रियों के लिए आश्रय स्थल तैयार

UPT | सांकेतिक फोटो

Dec 30, 2024 17:30

नार्थ सेंट्रल रेलवे के जीएम उपेंद्र चंद्र जोशी ने महाकुंभ से जुड़ी रेलवे की तैयारियों को लेकर मीडिया को जानकारी दी। उन्होंने कहा कि रेलवे ने महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं देने के लिए पूरी तरह से तैयारियां पूरी कर ली हैं।

Prayagraj News : प्रयागराज में 13 जनवरी 2025 से महाकुंभ का शुभारंभ होने जा रहा है। महाकुंभ का यह आयोजन 45 दिनों तक चलेगा, जिसमें करोड़ों श्रद्धालु संगम नगरी में आकर आस्था की डुबकी लगाएंगे। इस ऐतिहासिक आयोजन को लेकर भारतीय रेलवे ने व्यापक और प्रभावी तैयारियां की हैं। नार्थ सेंट्रल रेलवे के जीएम उपेंद्र चंद्र जोशी ने महाकुंभ से जुड़ी रेलवे की तैयारियों को लेकर मीडिया को जानकारी दी। उन्होंने कहा कि रेलवे ने महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं देने के लिए पूरी तरह से तैयारियां पूरी कर ली हैं।

महाकुंभ के लिए विशेष ट्रेनें और सुविधाएं
महाकुंभ 2025 के दौरान रेलवे ने कुल 13,000 ट्रेनों का संचालन करने का फैसला किया है। इसमें 3,000 विशेष ट्रेनें केवल महाकुंभ मेले के लिए चलाई जाएंगी। 10,000 नियमित ट्रेनें भी अपनी सेवाएं जारी रखेंगी। इन ट्रेनों में लंबी और कम दूरी दोनों की सेवाओं को शामिल किया गया है। रेलवे ने घोषणा की है कि देशभर के लगभग 50 रेलवे स्टेशनों से विशेष ट्रेनें प्रयागराज के लिए चलेंगी। इसमें से अधिकांश ट्रेनें कम दूरी की होंगी, ताकि आस-पास के तीर्थ स्थलों से श्रद्धालु आसानी से संगम नगरी पहुंच सकें।

सर्कुलर ट्रेनें: एक नई सुविधा
महाकुंभ के इतिहास में पहली बार प्रयागराज से सर्कुलर ट्रेनें भी चलाई जाएंगी। यह ट्रेनें श्रद्धालुओं को न केवल संगम नगरी तक लाएंगी, बल्कि उन्हें आसपास के अन्य महत्वपूर्ण तीर्थ स्थलों जैसे,अयोध्या, काशी (वाराणसी), और चित्रकूट जाने की भी सुविधा प्रदान करेंगी।

यात्रियों के ठहरने की व्यवस्था
रेलवे ने महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए यात्री आश्रय स्थल तैयार किए हैं। इन आश्रय स्थलों में एक साथ 1,30,000 यात्री ठहर सकते हैं। अतिरिक्त भीड़ के लिए प्रयागराज के खुसरो बाग को भी यात्री आश्रय स्थल के रूप में उपयोग में लाने की योजना है। सभी आश्रय स्थलों को आधुनिक सुविधाओं से लैस किया गया है।

सुरक्षा और क्राउड मैनेजमेंट
महाकुंभ जैसे बड़े आयोजन के लिए रेलवे ने सुरक्षा और भीड़ प्रबंधन को प्राथमिकता दी है। जिसमें सीसीटीवी और एआई कैमरे स्टेशनों पर लगाए गए हैं। इसके साथ कंट्रोल रूम से इन कैमरों की मदद से भीड़ की निगरानी की जाएगी। भीड़ बढ़ने की स्थिति में तुरंत एक्शन लिया जाएगा। फेशियल रिकॉग्निशन कैमरों के जरिए असामाजिक तत्वों पर नजर रखी जाएगी। यह तकनीक किसी भी अप्रिय घटना को रोकने में मदद करेगी। यात्रियों को सुरक्षा के मद्देनजर करीब 13,000 जीआरपी और आरपीएफ जवानों को स्टेशनों और आसपास के क्षेत्रों में तैनात किया गया है। इन क्षेत्रों में 24 घंटे पेट्रोलिंग की जाएगी।

प्रशासन की प्रतिबद्धता
नार्थ सेंट्रल रेलवे के जीएम उपेंद्र चंद्र जोशी ने कहा, “महाकुंभ जैसे बड़े आयोजन में श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो, यह हमारी प्राथमिकता है। रेलवे ने बेहतर व्यवस्थाओं और सुरक्षा प्रबंधन के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। हम उम्मीद करते हैं कि श्रद्धालुओं को महाकुंभ के दौरान यात्रा करने में सुविधा और सुरक्षा का अनुभव होगा।

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