प्लास्टिक फ्री होगा महाकुंभ 2024 : मिट्टी के बर्तनों के उपयोग का लिया गया संकल्प, किन्नर अखाड़े ने की पहल

UPT | प्लास्टिक फ्री होगा महाकुंभ 2024

Sep 22, 2024 18:10

प्रयागराज में कुछ महीनों बाद महाकुंभ का आयोजन होने जा रहा है। इस बार के महाकुंभ को "प्लास्टिक फ्री" कर ग्रीन और स्वच्छ कुंभ के रूप में आयोजित किया जाएगा।

Short Highlights
  • प्लास्टिक फ्री होगा महाकुंभ 2024
  • किन्नर अखाड़े ने की पहल
  • मिट्टी के बर्तनों के उपयोग का संकल्प
Prayagraj News : प्रयागराज में कुछ महीनों बाद महाकुंभ का आयोजन होने जा रहा है। इस बार के महाकुंभ को "प्लास्टिक फ्री" कर ग्रीन और स्वच्छ कुंभ के रूप में आयोजित किया जाएगा। इसके लिए महाकुंभ प्रशासन ने प्लास्टिक और फाइबर के बर्तनों के बजाय दोना पत्तल और मिट्टी के बर्तनों को बढ़ावा देने की पहल की है। महाकुंभ प्रशासन की इस पहल का प्रचार-प्रसार करते हुए किन्नर समाज के लोग भी लोगों को जागरूक करने का काम कर रहे हैं। इसी कड़ी में संगम नगरी प्रयागराज में आज किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर और यूपी किन्नर कल्याण बोर्ड की वरिष्ठ सदस्य स्वामी कौशल्यानंदन गिरि उर्फ टीना मां ने इस विषय पर लोगों को जागरूक करने के लिए एक कार्यक्रम आयोजित किया।

मिट्टी के बर्तनों के उपयोग का संकल्प
यह कार्यक्रम जॉर्ज टाउन स्थित जगत तारन गोल्डन जुबली स्कूल के ऑडिटोरियम में हुआ। इस मौके पर वहां मौजूद लोगों को महाकुंभ में प्लास्टिक और फाइबर के सामानों के बजाय दोना पत्तल और मिट्टी के बर्तनों के उपयोग का संकल्प दिलाया गया। कार्यक्रम में अपर मेलाधिकारी विवेक चतुर्वेदी ने कहा कि सरकार श्रद्धालुओं के लिए बेहतर व्यवस्था कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार का उद्देश्य महाकुंभ को दिव्य, भव्य और नव्य स्वरूप में आयोजित करना है। उन्होंने मेले के आयोजन को सफल और यादगार बनाने के लिए सभी से सहयोग करने की अपील की।

सभी से सहभागिता की अपील
कार्यक्रम में किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर टीना मां ने कहा कि उनका समाज प्रयागराज में होने वाले इस विश्व स्तरीय आयोजन को सफल बनाने में प्रशासन और सरकार की हर संभव मदद करेगा। कार्यक्रम में अपर नगर आयुक्त दीप शिखा पांडेय और गोल्डन जुबली स्कूल की प्रिंसिपल सुष्मिता कानूनगो, साथ ही आर्य कन्या पीजी कॉलेज के चेयरमैन पंकज जायसवाल ने भी स्वच्छता के महत्व पर जोर देते हुए सभी से इसमें सहभागिता की अपील की।

किन्नरों के प्रति जागरूकता बढ़ाने पर जोर
इस कार्यक्रम में किन्नरों के प्रति जागरूकता बढ़ाने पर भी जोर दिया गया। बताया गया कि किन्नर भी समाज का हिस्सा हैं और समाज की तरक्की और एकता में उनका योगदान महत्वपूर्ण है। समाज को चाहिए कि वह उनके साथ भेदभाव न करे और समान रूप से उनका सम्मान करे। इस अवसर पर कई सांस्कृतिक कार्यक्रम भी पेश किए गए और शिक्षा व समाज सेवा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वालों को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के आयोजन में कई सामाजिक संस्थाओं का योगदान रहा।

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