महाकुंभ 2025 : खालिस्तानी आतंकी की धमकी, संतों ने दिया करारा जवाब

UPT | सचिव महंत दुर्गा दास और अध्यक्ष महंत रविंद्र पूरी

Dec 26, 2024 00:14

महाकुंभ 2025 को लेकर खालिस्तानी आतंकी और सिख फॉर जस्टिस (SFJ) के प्रमुख गुरपतवंत सिंह पन्नू द्वारा दी गई धमकी के बाद उत्तर प्रदेश की सुरक्षा एजेंसियां पूरी तरह सतर्क हो गई हैं।

Prayagraj News : महाकुंभ 2025 को लेकर खालिस्तानी आतंकी और सिख फॉर जस्टिस (SFJ) के प्रमुख गुरपतवंत सिंह पन्नू द्वारा दी गई धमकी के बाद उत्तर प्रदेश की सुरक्षा एजेंसियां पूरी तरह सतर्क हो गई हैं। इस धमकी ने जहां सुरक्षा प्रबंधों को और मजबूत करने की जरूरत बढ़ाई है, वहीं अखाड़ों से जुड़े साधु-संतों ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए पन्नू को कड़ी चुनौती दी है।

संतों की कड़ी चेतावनी
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रवींद्रपुरी ने पन्नू की धमकी को सिरे से खारिज करते हुए उसे "पागल इंसान" करार दिया। उन्होंने कहा कि पन्नू केवल सनसनी फैलाने के लिए ऐसी बातें करता है। महंत रवींद्रपुरी ने चुनौती दी, "अगर पन्नू महाकुंभ मेले में आने की हिम्मत करता है तो उसे यहां से कपड़े उतारकर भगा दिया जाएगा।" उन्होंने कहा कि हमारे 13 अखाड़ों में तीन सिख समुदाय से जुड़े हैं, और सिख और हिंदू समाज में किसी भी प्रकार का भेदभाव नहीं है। उन्होंने पन्नू पर आरोप लगाया कि वह दोनों समुदायों के बीच दरार पैदा करने की साजिश कर रहा है, लेकिन वह अपने मंसूबों में सफल नहीं होगा। महंत ने नागा संन्यासियों की ओर से भी चेतावनी देते हुए कहा कि अगर पन्नू प्रयागराज आया, तो उसे ऐसा सबक सिखाया जाएगा कि वह लौट नहीं सकेगा।



सिख अखाड़ों का तीखा रूख
श्रीपंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन के मुखिया महंत दुर्गादास जी महाराज ने भी पन्नू के बयान को "गीदड़ भभकी" बताया। उन्होंने कहा कि सिख गुरुओं ने सनातन धर्म और मानवता की रक्षा के लिए अपना बलिदान दिया है। पन्नू सिख धर्म की मूल भावना को नहीं समझता और केवल समाज में फूट डालने का काम कर रहा है। महंत ने सरकार से अपील की कि ऐसे आतंकवादियों को जड़ से खत्म किया जाए।महंत दुर्गादास ने पन्नू को खुली चुनौती देते हुए कहा, "अगर उसमें हिम्मत है तो वह कुंभ मेले में आकर दिखाए। हमारे नागा साधु उसे ऐसा जवाब देंगे जिसे वह जीवनभर याद रखेगा।"

प्रशासन ने कसी कमर
पन्नू की धमकी के बाद प्रयागराज में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गई हैं। केंद्र और राज्य सरकारें महाकुंभ के दौरान सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए विस्तृत रणनीतियां बना रही हैं। साधु-संतों ने स्पष्ट किया कि सिख और सनातन समाज एक-दूसरे के पूरक हैं, और पन्नू जैसे आतंकी इन्हें अलग करने में कभी सफल नहीं होंगे। उन्होंने कहा कि पन्नू की धमकियां केवल ध्यान आकर्षित करने की कोशिश हैं, जो सिख और हिंदू समाज की एकता को कमजोर नहीं कर सकतीं।

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