महाकुंभ 2025 : यूपी सरकार ने सुरक्षा व्यवस्था को लेकर किए पुख्ता इंतजाम, आला अधिकारी रहे मुस्तैद

UPT | आला अधिकारी रहे मुस्तैद

Jan 13, 2025 20:06

महाकुंभ के पहले दिन पौष पूर्णिमा स्नान पर्व पर सुरक्षा व्यवस्था को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार ने पुख्ता इंतजाम किए थे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर सुरक्षा व्यवस्था को लेकर मेला क्षेत्र में व्यापक तैयारियां की गईं।

Prayagraj News : महाकुंभ के पहले दिन पौष पूर्णिमा स्नान पर्व पर सुरक्षा व्यवस्था को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार ने पुख्ता इंतजाम किए थे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर सुरक्षा व्यवस्था को लेकर मेला क्षेत्र में व्यापक तैयारियां की गईं। 50,000 से ज्यादा सुरक्षा कर्मी पूरे मेला क्षेत्र में तैनात थे, जबकि आला अधिकारी लगातार स्थिति का जायजा ले रहे थे।

आला अधिकारियों की मुस्तैदी
महाकुंभ की सुरक्षा की जिम्मेदारी संभालने के लिए एडीजी भानु भास्कर, डीआईजी महाकुंभ वैभव कृष्ण और एसएसपी महाकुंभ राजेश द्विवेदी जैसे आला अधिकारी खुद मौके पर मौजूद रहे। एडीजी भानु भास्कर ने मेला क्षेत्र का पैदल भ्रमण किया और संगम नोज पर वॉच टॉवर पर चढ़कर श्रद्धालुओं के लिए की गई सुरक्षा व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया। उन्होंने श्रद्धालुओं से भी बातचीत की और उनकी सुरक्षा के लिए किए गए प्रबंधों पर संतुष्टि जताई।



संगम नोज पर सुरक्षा जांच
वहीं डीआईजी महाकुंभ वैभव कृष्ण और एसएसपी महाकुंभ राजेश द्विवेदी भी सुरक्षा व्यवस्था की कमान संभालने के लिए घोड़ों पर सवार होकर मेला क्षेत्र का निरीक्षण करते नजर आए। एसएसपी राजेश द्विवेदी तो गंगा में भी उतरे और वहां सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। इन सभी अधिकारियों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशों का पालन करते हुए श्रद्धालुओं की सुरक्षा को प्राथमिकता दी और किसी भी प्रकार की असुविधा से बचने के लिए सभी प्रयास किए।

घोड़ों पर निरीक्षण
मेलाधिकारी विजय किरण आनंद ने भी मेला क्षेत्र का दौरा किया और खुद एक बटालियन के साथ संगम नोज पहुंचे। उन्होंने वहां की व्यवस्थाओं का निरीक्षण करते हुए सभी सेक्टर मजिस्ट्रेट को अपने-अपने क्षेत्रों में सुरक्षा और अन्य व्यवस्थाओं को चाक-चौबंद रखने के निर्देश दिए। मेलाधिकारी ने सभी अधिकारियों को लगातार 45 दिन तक पूरी मुस्तैदी से कार्य करने के लिए प्रेरित किया और सुनिश्चित किया कि किसी भी श्रद्धालु को कोई भी असुविधा न हो। महाकुंभ के पहले दिन की यह सुरक्षा व्यवस्था एक आदर्श के रूप में सामने आई, जो न केवल प्रशासनिक क्षमता बल्कि योगी सरकार की प्रतिबद्धता को भी दर्शाती है।

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