विहिप महामंत्री का ऐलान : महाकुंभ में संतों के चार बड़े कार्यक्रमों का होगा आयोजन, सनातन की चुनौतियों पर करेंगे मंथन

UPT | विश्व हिंदू परिषद के महामंत्री बजरंग लाल बागड़ा

Jan 11, 2025 15:27

बजरंग लाल बागड़ा ने बताया कि इन कार्यक्रमों का उद्देश्य सनातन धर्म के महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा करना और समाज को एक सकारात्मक दिशा में प्रेरित करना है...

Prayagraj News : प्रयागराज शहर देश के सबसे भव्य धार्मिक आयोजन महाकुंभ 2025 के लिए पूरी तरह से तैयार है। मेले में करीब 40 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। इस बीच, विश्व हिंदू परिषद के महामंत्री बजरंग लाल बागड़ा ने कहा कि प्रयाग में होने वाले महाकुंभ के पावन अवसर पर पूरी दुनिया के लाखों संत सनातन हिंदू परंपरा के सम्मान में एकत्रित होंगे। ये संत सनातन धर्म की विजय सुनिश्चित करने के लिए और धर्म के सामने आने वाली चुनौतियों का सामना करने के उद्देश्य से परस्पर विमर्श करेंगे। साथ ही, वे समाज का मार्गदर्शन भी करेंगे, ताकि सनातन धर्म को और मजबूती मिल सके।

विहिप के महामंत्री ने दी जानकारी
इस महाकुंभ के दौरान, विश्व हिंदू परिषद संतों का मार्गदर्शन और आशीर्वाद लेने के लिए कई कार्यक्रमों का आयोजन कर रहा है। बजरंग लाल बागड़ा ने बताया कि इन कार्यक्रमों का उद्देश्य सनातन धर्म के महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा करना और समाज को एक सकारात्मक दिशा में प्रेरित करना है। कार्यक्रमों का आयोजन पूज्य संतों के आदेशानुसार किया जाएगा।



इन कार्यक्रमों का होगा आयोजन
24 जनवरी 2025 को केंद्रीय मार्गदर्शक मंडल की बैठक, 25 जनवरी 2025 को साध्वी सम्मेलन, 25 और 26 जनवरी 2025 को संत सम्मेलन और 27 जनवरी 2025 को युवा संत सम्मेलन आयोजित किए जाएंगे। इन सभी कार्यक्रमों का आयोजन ऋषि भारद्वाज आश्रम, पुराना जीटी रोड, सेक्टर 18, कुम्भ मेला क्षेत्र में किया जाएगा।

संतों से आशीर्वाद प्राप्त करने का अवसर
यह आयोजन समाज में सनातन धर्म के महत्व को फिर से जागरूक करने और संतों से आशीर्वाद प्राप्त करने का एक महत्वपूर्ण अवसर होगा। इस महाकुंभ के आयोजन को लेकर विश्व हिंदू परिषद के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने भी अपनी तैयारियों की जानकारी दी है और इसे ऐतिहासिक घटना बताया है।

कब से शुरू हो रहा महाकुंभ
महाकुंभ मेला 13 जनवरी से 26 फरवरी, 2025 तक आयोजित होगा और इसकी अवधि 30 से 45 दिनों तक रहेगी। इस दौरान विभिन्न प्रमुख स्नान तिथियां होंगी, जिनमें 13 जनवरी को पौष पूर्णिमा स्नान, 15 जनवरी को मकर संक्रांति स्नान, 29 जनवरी को मौनी अमावस्या स्नान (शाही स्नान), 3 फरवरी को बसंत पंचमी स्नान (शाही स्नान), 12 फरवरी को माघी पूर्णिमा स्नान और 26 फरवरी को महाशिवरात्रि स्नान (समापन दिवस) शामिल हैं।

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