संगम पर शांति का महायज्ञ : रूस-यूक्रेन के साधु-संन्यासियों का अनोखा मिलन, एक साथ समर्पित करेंगे आहुति

UPT | रूस और यूक्रेन के संतों के लिए तैयार किया जा रहा वुडेन कॉरिडोर और कॉटेज

Dec 30, 2024 13:35

संगम की रेती पर आयोजित महाकुंभ में रूस और यूक्रेन के विदेशी संत एक ही शिविर में शांति की साधना करेंगे। इसके लिए एक विशेष लकड़ी और कांच से बने "रूस-यूक्रेन आध्यात्मिक गलियारे" का निर्माण किया जा रहा है।

Prayagraj News : तीन साल से चल रहे विनाशकारी रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच, दोनों देशों के संतों का एक साथ शांति के लिए साधना करना महाकुंभ का एक अनोखा और ऐतिहासिक पहलू बनकर सामने आ रहा है। संगम की रेती पर आयोजित महाकुंभ में रूस और यूक्रेन के विदेशी संत एक ही शिविर में शांति की साधना करेंगे। इसके लिए एक विशेष लकड़ी और कांच से बने "रूस-यूक्रेन आध्यात्मिक गलियारे" का निर्माण किया जा रहा है। जिसमें दोनों देशों के संन्यासी एक ही हवन कुंड पर विश्व शांति के लिए आहुति देंगे। इस शिवशक्ति महायज्ञ में एक हजार से अधिक विदेशी संत हिस्सा लेंगे, जो एकता और शांति का संदेश देंगे।


संगम तट पर दो देशों का अद्भुत मिलन
गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती के त्रिवेणी तट पर इस बार एक नया और ऐतिहासिक दृश्य देखने को मिलेगा। वेद-पुराणों में प्रसिद्ध इस तट पर जहां भिन्न-भिन्न संस्कृतियां और मत-मजहब मिलते हैं। अब दुनिया के दो जानी दुश्मन देशों, रूस और यूक्रेन के संत एकत्र होंगे। विरोधी देशों के संतों का एक ही शिविर में साधना करना न केवल धार्मिक समरसता का प्रतीक होगा, बल्कि यह विश्व को यह संदेश भी देगा कि धर्म और शांति के मार्ग पर चलते हुए मतभेदों को पार किया जा सकता है। यह दृश्य दुनिया के लिए एक सशक्त संदेश होगा। जहां दोनों देशों के संन्यासी शांति के लिए एक साथ ध्यान, जप और तप करेंगे। महाकुंभ में आकर इस अद्भुत मिलन का साक्षी बनने के लिए देश-विदेश से श्रद्धालु संगम तट पर जुटेंगे।

स्वामी पायलट बाबा के नेतृत्व में रूस-यूक्रेन संतों का शिविर
महाकुंभ में रूस और यूक्रेन के संतों के लिए एक विशेष शिविर तैयार किया जा रहा है। हाल ही में ब्रह्मलीन हुए श्री पंचदशनाम जूना अखाड़े के महायोगी महामंडलेश्वर स्वामी सोमनाथ गिरी उर्फ पायलट बाबा के मार्गदर्शन में इस आयोजन की योजना बनाई गई है। संगम लोवर पर सेक्टर-18 में आयोजित इस आयोजन में पश्चिमी देशों के बीच चल रहे हथियारों के व्यापार और अरबों रुपये डॉलर के धन प्रवाह के बीच रूस और यूक्रेन के संतों का एक साथ शांति की साधना करना सांस्कृतिक समागम का अद्भुत उदाहरण होगा। स्वामी पायलट बाबा के शिविर में रूस-यूक्रेन के संतों के लिए शाही वुडेन कॉटेज बनाए जा रहे हैं। जो एक-दूसरे के आमने-सामने होंगे। इन कॉटेजों में संन्यासियों के लिए आधुनिक सुविधाओं से युक्त शाही संत निवास तैयार किए जा रहे हैं। जहां वे ध्यान, साधना और शांति की साधना करेंगे।

जापान की योगमाता के आचार्यत्व में शांति की साधना
रूस-यूक्रेन के संतों की इस शांति साधना में जापान की योगमाता, महामंडलेश्वर स्वामी कैला माता (केको आईकावा) के नेतृत्व में यह कार्य संपन्न होगा। स्वामी कैला माता के आचार्यत्व में इन संतों को शांति साधना के विशेष उपाय बताए जाएंगे। इस दौरान एक विशेष दो मंजिला लकड़ी और शीशे से बना रूस-यूक्रेन गलियारा भी तैयार किया जाएगा। जहां संतों को ध्यान और साधना के लिए आरामदायक माहौल मिलेगा।

विश्व शांति के लिए महायज्ञ
यह महायज्ञ 25 से 30 जनवरी तक चलेगा और इसमें जापान, अमेरिका, कनाडा, स्विट्जरलैंड, ऑस्ट्रेलिया, नेपाल के साथ ही भारत के विभिन्न हिस्सों से आए संतों का समावेश होगा। इन संतों के लिए शाही संत निवास बनाए जा रहे हैं, जिनमें लग्जरी बेड और सत्संग हाल के साथ आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध होंगी। इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य केवल धार्मिक साधना नहीं, बल्कि दोनों देशों के बीच शांति की स्थापना के लिए एक सशक्त संदेश भेजना है।

महाकुंभ में रूस-यूक्रेन के 50 से अधिक संत
महाकुंभ में आने वाले रूस-यूक्रेन के 50 से अधिक संत श्री पंचदशनाम जूना अखाड़े से संन्यास दीक्षा प्राप्त कर चुके हैं। इनके लिए विशेष रूप से दो मंजिला लकड़ी से बने वुडेन कॉटेज तैयार किए जा रहे हैं। इन कॉटेजों में एक ही गलियारे में रूस और यूक्रेन के संतों के निवास होंगे और इस अद्वितीय मिलन का दृश्य संगम तट पर सभी को देखने को मिलेगा।

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