महाकुंभ 2025 : 18 अरब रुपये से नगर निगम लगायेगा शहर को विकास के पंख, 90 करोड़ से होगा गलियों का निर्माण

UPT | सदन की बैठक में भाग लेते अधिकारी

Feb 29, 2024 18:31

प्रयागराज महाकुंभ 2025 से पहले नगर निगम द्वारा 18.01 अरब रुपये से शहर का विकास करेगा। इसके लिए एक सप्ताह पहले नगर निगम कार्यकारिणी में 16.56 अरब रुपये का ही बजट पास...

Prayagraj News (Sachin Prajapati) : प्रयागराज महाकुंभ 2025 से पहले नगर निगम द्वारा 18.01 अरब रुपये से शहर का विकास करेगा। इसके लिए एक सप्ताह पहले नगर निगम कार्यकारिणी में 16.56 अरब रुपये का ही बजट पास हुआ था, लेकिन अब इसमें 1.45 अरब रुपये की बढ़ोतरी हो गई है। इसके साथ ही सदन की बैठक में जलकल विभाग के वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए 2.69 अरब रुपये के बजट पर भी मोहर लगा दी है।

आगामी वर्ष के लिए तीन करोड़ अधिक बजट 
सदन की बैठक में नगर निगम और जलकल के 2023-24 के पुनरीक्षित बजट को भी मंजूरी दो गई। इसके अनुसार वर्तमान वित्तीय वर्ष का 15.89 अरब रुपये का बजट है। वहीं 2024- 25 के लिए 18.01 अरब रुपये का भारी भरकम बजट तैयार किया गया है। निगम की ओर से प्रस्तावित बजट में महाकुंभ के मद्देनजर ज्यादा कार्य शामिल किए गए हैं। 4.50 अरब रुपये महाकुंभ के बजट से ही मिले हैं। इसके अलावा महाकुंभ के दौरान स्वच्छता पर भी जोर रहेगा। इसके तहत शहर को साफ रखने के साथ महाकुंभ आयोजन से पहले बसवार में डंप लाखों टन कूड़े के निस्तारण का भी लक्ष्य रखा गया है। इसी तरह से पुनरीक्षित बजट के अनुसार जलकल विभाग का वर्तमान वित्तीय वर्ष के लिए 2.66 अरब रुपये का बजट है। इस तरह से आगामी वर्ष के लिए तीन करोड़ अधिक का बजट तैयार किया गया है।

90 करोड़ रुपये से आंतरिक गलियों का भी होगा विकास 
महाकुंभ के अंतर्गत शहर की आंतरिक गलियों का भी विकास किया जाएगा। इसके तहत, गलियों की मरम्मत, चौड़ीकरण, सुंदरीकरण और नालियों का निर्माण होगा। नगर निगम के इस प्रस्ताव को मेला प्राधिकरण की ओर से मंजूरी दे दी गई है। इसके लिए 90 करोड़ स्वीकृत किए गए हैं। इसके अलावा 88.96 करोड़ से 198 अन्य सड़कों का भी विकास होगा।

शहर में 5000 कूड़ादान रखे जायेंगे 
सदन की बैठक में स्वच्छता अभियान पर विस्तार से चर्चा की गइ। घर रंगोली प्रतियोगिता के प्रस्ताव को भी मंजूरी दी गई। इसके तहत हर महीने 50 परिवारों को प्रमाण पत्र दिए जाएंगे। स्वच्छता सर्वे में प्रथम आने वाले वार्ड में 15 लाख, द्वितीय रहने वाले में 10 लाख व तृतीय रहने वाले वार्ड में पांच लाख के विकास कार्य कराने का निर्णय लिया गया।

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