सीएम योगी का प्रयागराज दौरा : बायो सीएनजी प्लांट का करेंगे अनावरण, ऐरावत घाट, संगम नोज घाट और स्टील ब्रिज का भी लेंगे जायजा

UPT | सीएम योगी का प्रयागराज दौरा

Dec 30, 2024 23:45

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मंगलवार को महाकुंभ की तैयारियों की समीक्षा करने के लिए एक बार फिर प्रयागराज आएंगे। यह उनका इस महीने का पांचवां दौरा होगा...

Prayagraj News : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मंगलवार को महाकुंभ की तैयारियों की समीक्षा करने के लिए एक बार फिर प्रयागराज आएंगे। यह उनका इस महीने का पांचवां दौरा होगा। इस दौरान वे नैनी स्थित बायो सीएनजी प्लांट का उद्घाटन करेंगे। इसके साथ ही वे ऐरावत घाट, संगम नोज घाट और गंगा सेतु के समानांतर बने स्टील ब्रिज का भी निरीक्षण करेंगे।

महाकुंभ पर होगी समीक्षा बैठक
सीएम योगी लगभग चार घंटे तक प्रयागराज में रहेंगे। जहां वे महाकुंभ के आयोजन की तैयारियों की स्थलीय समीक्षा करेंगे। उनका दौरा 11:55 बजे डीपीएस प्रयागराज हैलिपैड से शुरू होगा और यहां से वे सीधे नैनी बायो सीएनजी प्लांट का उद्घाटन करेंगे। इसके बाद वे संगम ऐरावत घाट और संगम नोज घाट का भी निरीक्षण करेंगे, ताकि महाकुंभ की व्यवस्थाओं का सही तरीके से जायजा लिया जा सके। इसके बाद मुख्यमंत्री आईसीसीसी सभागार में महाकुंभ की प्रगति पर समीक्षा बैठक करेंगे। यहां पर वे अधिकारियों से संवाद करेंगे और मेला क्षेत्र की तैयारियों के बारे में फीडबैक लेंगे।



बायो सीएनजी प्लांट का महत्व
नैनी में स्थापित यह बायो सीएनजी प्लांट प्रतिदिन 21.5 टन बायो सीएनजी और 209 टन जैविक खाद का उत्पादन करेगा। इससे प्रयागराज नगर निगम को प्रतिवर्ष 53 लाख रुपये की अतिरिक्त आय प्राप्त होगी। प्लांट से निकलने वाली जैविक खाद और बायो सीएनजी का उपयोग शहर के विभिन्न उद्योगों और खुदरा ग्राहकों के लिए किया जाएगा।

पर्यावरण को मिलेगा लाभ
इस प्लांट के माध्यम से प्रयागराज में उत्पन्न होने वाले 200 टन गीले कचरे से बायो सीएनजी का उत्पादन किया जाएगा। इसके कारण पर्यावरण को भी बड़ा लाभ मिलेगा, क्योंकि इस प्लांट से प्रतिवर्ष 56700 टन कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन में कमी आएगी। यह परियोजना 125 करोड़ रुपये की लागत से तैयार की गई है और इससे लगभग 200 लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे।

महाकुंभ की तैयारियों की समीक्षा
सीएम योगी के इस दौरे का प्रमुख उद्देश्य महाकुंभ की तैयारियों का निरीक्षण और समीक्षा करना है। वे गंगा सेतु के समानांतर बने स्टील ब्रिज का भी निरीक्षण करेंगे जो मेला क्षेत्र में यातायात व्यवस्था को सुगम बनाने में सहायक होगा। मुख्यमंत्री का यह दौरा महाकुम्भ की सफलता को सुनिश्चित करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।

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