महाकुंभ से पहले स्मार्ट होंगे ढाबे और रेस्टोरेंट : 75 प्रतिनिधियों का चयन, प्रशिक्षण के बाद योगी सरकार देगी सब्सिडी

UPT | महाकुंभ से पहले स्मार्ट होंगे ढाबे और रेस्टोरेंट

Jun 21, 2024 20:36

उत्तर प्रदेश की योगी सरकार आगामी महाकुंभ मेले को एक अभूतपूर्व स्तर पर आयोजित करने के लिए निरंतर प्रयास कर रही है...

Prayagraj News : उत्तर प्रदेश की योगी सरकार आगामी महाकुंभ मेले को एक अभूतपूर्व स्तर पर आयोजित करने के लिए निरंतर प्रयास कर रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में, राज्य सरकार इस आध्यात्मिक महोत्सव को भव्य, दिव्य और आधुनिक स्वरूप प्रदान करने की दिशा में कार्य कर रही है। इस दौरान  मुख्य मार्गों पर स्थित ढाबों, रेस्तरां और होटलों को उन्नत करने की योजना बनाई गई है। इसके लिए योगी सरकार उन्हे सब्सिडी दे रही है।

योजना का यह है लक्ष्य
प्रयागराज की क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी अपराजिता सिंह ने बताया कि  प्रयागराज शहर में पर्यटन क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण पहल की घोषणा हुई है। राज्य सरकार का लक्ष्य है कि प्रयागराज आने वाले यात्रियों और श्रद्धालुओं को उत्कृष्ट अनुभव मिले। इस उद्देश्य से, मुख्य मार्गों पर स्थित प्रमुख ढाबों, भोजनालयों और विश्राम गृहों को आधुनिक और स्मार्ट बनाने की योजना है। इसके लिए इनके 75 प्रतिनिधियों का चयन किया गया है, जिन्हे शुक्रवार से ऑनलाइन प्रशिक्षण दिया जा रहा है।



इन मार्गों पर सुविधाएं शामिल
क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी अपराजिता सिंह ने बताया कि इस परियोजना के अंतर्गत, विभिन्न मार्गों से 75 प्रतिनिधियों का चयन किया गया है। इनमें लखनऊ, कानपुर, रीवा, चित्रकूट, मिर्जापुर और वाराणसी से प्रयागराज तक के मार्गों पर स्थित खान-पान और आवास सुविधाएं शामिल हैं। यह पहल न केवल पर्यटकों के अनुभव को बेहतर बनाएगी, बल्कि स्थानीय व्यवसायों को भी लाभान्वित करेगी, जो प्रयागराज के समग्र पर्यटन विकास में योगदान देगा।

महाकुंभ मेले की तैयारियों में जूटी सरकार
उत्तर प्रदेश सरकार महाकुंभ मेले की तैयारियों को लेकर एक व्यापक योजना पर कार्य कर रही है। इस योजना का एक प्रमुख पहलू है मुख्य मार्गों पर स्थित ढाबों, भोजनालयों और विश्राम गृहों का उन्नयन। इस पहल के अंतर्गत, चयनित स्थलों के प्रतिनिधियों को विशेष प्रशिक्षण दिया जा रहा है। यह प्रशिक्षण मुख्यतः खाद्य गुणवत्ता, आतिथ्य सत्कार और स्वच्छता पर केंद्रित है। साथ ही, इन स्थलों के रसोईघर, बैठक क्षेत्र और वाहन पार्किंग सुविधाओं के नवीनीकरण की योजना भी बनाई गई है।

प्रशिक्षण में इन बिंदुओं पर फोकस
राज्य सरकार इन व्यवसायों को आर्थिक सहायता और सब्सिडी के रूप में समर्थन प्रदान कर रही है। यह कदम उत्तर प्रदेश की नवीन पर्यटन नीति का हिस्सा है, जो कृषि और पारिस्थितिक पर्यटन के साथ-साथ धार्मिक, आध्यात्मिक और सांस्कृतिक पर्यटन को बढ़ावा देने पर केंद्रित है। इस नीति में 22 नई गतिविधियों को शामिल किया गया है, जिनमें स्वास्थ्य केंद्र, विरासत होम स्टे, किफायती होटल, ऐतिहासिक होटल, उच्च श्रेणी के होटल, पारिस्थितिक पर्यटन इकाइयां, कारवां पर्यटन, प्रदर्शनियां, तीर्थयात्रा सुविधाएं, धर्मशालाएं, सभी मौसम के लिए उपयुक्त शिविर, जलाशय, झील, स्वास्थ्य पर्यटन और साहसिक पर्यटन शामिल हैं।

इस योजना के तहत, प्रमुख मार्गों पर स्थित बड़े ढाबे, रेस्तरां और होटल भी शामिल किए गए हैं। इन व्यवसायों को निवेश राशि पर 25 प्रतिशत तक की सब्सिडी प्रदान की जा रही है, जो उनके विकास और आधुनिकीकरण में सहायक होगी।

12 साल में होता है कुंभ मेले का आयोजन
प्रयागराज में कुंभ मेले का आयोजन 13 जनवरी 2025 में होगा। महाकुंभ मेले का आयोजन हर 12 साल में किया जाता है। इससे पहले यह आयोजन वर्ष 2013 में हुआ था। इसे मेले का संबंध ज्‍योतिष और आस्‍था दोनों से माना जाता है।

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