फ्लैशबैक 2024 : प्रयागराज बड़ी उपलब्धियों का गवाह बना, महाकुंभ से लेकर वंदे भारत तक, परिवहन में आई नई लहर

UPT | अलविदा 2024

Dec 30, 2024 23:46

वर्ष 2024 प्रयागराज के लिए परिवहन के क्षेत्र में कई नई उपलब्धियों का गवाह बना। महाकुंभ के आयोजन को ध्यान में रखते हुए शहर में रेलवे, सड़क और हवाई सेवाओं में बड़े पैमाने पर सुधार किए गए।

Prayagraj News : वर्ष 2024 प्रयागराज के लिए परिवहन के क्षेत्र में कई नई उपलब्धियों का गवाह बना। महाकुंभ के आयोजन को ध्यान में रखते हुए शहर में रेलवे, सड़क और हवाई सेवाओं में बड़े पैमाने पर सुधार किए गए। इन परियोजनाओं ने न केवल प्रयागराज के नागरिकों के लिए सुविधाएं बढ़ाईं, बल्कि इसे एक आधुनिक परिवहन केंद्र के रूप में स्थापित करने में मदद की।

प्रयागराज-वाराणसी रेल मार्ग का दोहरीकरण और गंगा पर नया ब्रिज
2024 में प्रयागराज-वाराणसी रेल मार्ग का पूरा दोहरीकरण कार्य संपन्न हुआ। 13 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट का लोकार्पण किया। इसके तहत प्रयागराज जंक्शन से झूसी के बीच का दोहरीकरण कार्य भी इसी वर्ष पूरा हुआ।

गंगा नदी पर बने दोहरीकरण के तहत प्रदेश का सबसे लंबा रेल पुल भी राष्ट्र को समर्पित किया गया। इसके साथ ही प्रयागराज-जंघई रेलखंड के दोहरीकरण का कार्य भी पूरा हुआ। इन परियोजनाओं ने प्रयागराज से वाराणसी और जंघई के बीच रेल सफर को तेज और सुविधाजनक बना दिया।

स्टेशनों का कायाकल्प और नई ट्रेनें
महाकुंभ की तैयारी के तहत प्रयागराज के रेलवे स्टेशनों पर यात्री सुविधाओं का व्यापक विस्तार किया गया। अमृत भारत योजना के तहत प्रयाग और फाफामऊ रेलवे स्टेशनों का आधुनिकीकरण हुआ। दोनों स्टेशनों को नई इमारतें और 12-12 मीटर चौड़े फुटओवर ब्रिज मिले। प्रयाग स्टेशन को एक अतिरिक्त प्लेटफॉर्म और विस्तारित सुविधाएं दी गईं। रामबाग स्टेशन पर प्लेटफॉर्म की लंबाई बढ़ाई गई और एक नया प्लेटफॉर्म बनाया गया। सूबेदारगंज स्टेशन को भी एक नया प्लेटफॉर्म मिला। इनके साथ झूसी, छिवकी, और सूबेदारगंज स्टेशनों की सुविधाएं प्रयागराज जंक्शन की तर्ज पर विकसित की गईं।

वंदे भारत ट्रेनों की नई सौगात
2024 में प्रयागराज को दो नई वंदे भारत ट्रेनों की सौगात मिली जो निम्न प्रकार से हैं प्रयागराज से गोरखपुर, बनारस से आगरा कैंट इसके साथ, अब प्रयागराज से चार जोड़ी वंदे भारत ट्रेनें संचालित हो रही हैं। यह यात्रियों को तेज और आरामदायक सफर का विकल्प प्रदान कर रही हैं।

ट्रेनों के साथ हवाई सेवाओं का विस्तार
प्रयागराज एयरपोर्ट में भी इस साल कई सुधार हुए जिसमें टर्मिनल भवन की क्षमता 350 यात्रियों से बढ़ाकर 850 कर दी गई। रनवे और टर्मिनल के बीच एक नया टैक्सी-वे बनाया गया, जिससे विमानों की आवाजाही में सुगमता आई। पहली बार हैदराबाद और मुंबई के लिए सीधी उड़ानें शुरू की गईं। अकासा एयर ने मुंबई के लिए अपनी सेवा शुरू की और रायपुर की उड़ान सेवा को भी फिर से शुरू किया गया। आगे कई और जगहों के लिए हवाई सेवा शुरू करने के लिए मंजूरी मिल चुकी है, बस हवाई सेवा शुरू करने की तैयारी है।

दारागंज स्टेशन और पुरानी यादों का अंत
2024 में 110 साल पुराना दारागंज रेलवे स्टेशन हमेशा के लिए बंद हो गया। साथ ही, दारागंज को झूसी से जोड़ने वाला आइजेट पुल भी इतिहास बन गया। इसके अलावा, सप्ताह में दो बार मुंबई जाने वाली तुलसी एक्सप्रेस को प्रयागराज से हटा दिया गया।

2024 प्रयागराज के परिवहन क्षेत्र में एक ऐतिहासिक वर्ष साबित हुआ। रेल, सड़क और हवाई सेवाओं में सुधार ने न केवल महाकुंभ की तैयारी को सशक्त किया, बल्कि शहर के आधुनिक विकास की नींव भी रखी। अगले वर्ष 2025 में इन विकास कार्यों की गति और बढ़ने की उम्मीद है।

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