पुलिस को विशेष प्रशिक्षण देने की तैयारी : महाकुंभ 2025 में विनम्रता और दयालुता से पेश आने के लिए तैयार किया जाएगा

UPT | मेले के दौरान भीड़ को नियंत्रित करता घुड़ सवार पुलिस कर्मी। फाइल फोटो

Oct 09, 2024 15:17

महाकुंभ में देश के कोने-कोने से श्रद्धालु संगम तट पर पहुंचते हैं। विदेशों से भी बड़ी संख्या में पर्यटक आते हैं। इनकी सहूलियत के लिए मेला पुलिस को व्यवहार कुशल होने की ट्रेनिंग इविवि व आईआईटी कानपुर के विशेषज्ञों से दिलाया जाएगा।

Short Highlights
  • पुलिस कर्मियों की आमद अलग-अलग चरणों में की जाएगी, 15 अक्तूबर से प्रथम चरण की शुरुआत होगी
  • इविवि, आईआईटी कानपुर के विशेषज्ञों से मेला पुलिसकर्मियों को प्रशिक्षण दिलाया जाएगा 
Prayagraj News: महाकुंभ 2025 में आने वाले लाखों श्रद्धालुओं और पर्यटकों को बेहतर अनुभव प्रदान करने के लिए इस बार पुलिस बल को विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस प्रशिक्षण का उद्देश्य पुलिसकर्मियों को विभिन्न संस्कृतियों से जुड़े लोगों के साथ विनम्र और सहानुभूतिपूर्ण व्यवहार करने के लिए तैयार करना है, ताकि दूरदराज से आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों को किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े। इसके लिए इलाहाबाद विश्वविद्यालय (इविवि) और आईआईटी कानपुर के विशेषज्ञों की मदद ली जाएगी, जो पुलिसकर्मियों को व्यवहारात्मक प्रशिक्षण देंगे।

देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए बेहतर व्यवस्था
महाकुंभ में हर बार देश के विभिन्न हिस्सों से ही नहीं, बल्कि विदेशों से भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु और पर्यटक संगम तट पर पहुंचते हैं। इनके लिए सुरक्षित और सुखद अनुभव सुनिश्चित करना एक चुनौतीपूर्ण कार्य होता है। महाकुंभ में तैनात पुलिसकर्मी अलग-अलग जिलों और संस्कृतियों से आते हैं, इसलिए उन्हें इस भव्य आयोजन के दौरान विभिन्न संस्कृतियों के प्रति संवेदनशील और सजग रहना जरूरी है। इसके मद्देनजर मेला क्षेत्र में तैनात पुलिसकर्मियों को यह सिखाने की योजना बनाई गई है कि वे विभिन्न प्रकार के श्रद्धालुओं और पर्यटकों से किस तरह का व्यवहार करें।

आईआईटी और इविवि के विशेषज्ञ देंगे प्रशिक्षण
महाकुंभ 2025 के लिए पुलिसकर्मियों के प्रशिक्षण को लेकर एसएसपी राजेश द्विवेदी ने बताया कि इस बार पुलिसकर्मियों के व्यवहार को बेहतर बनाने के लिए विशेषज्ञों की मदद ली जाएगी। योजना के तहत इलाहाबाद विश्वविद्यालय और आईआईटी कानपुर के विशेषज्ञ मेला पुलिसकर्मियों को प्रशिक्षित करेंगे। यह प्रशिक्षण पुलिसकर्मियों को संवेदनशीलता, शिष्टाचार और विभिन्न संस्कृतियों के प्रति समझ विकसित करने के उद्देश्य से दिया जाएगा, ताकि श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की असुविधा न हो और वे महाकुंभ में अच्छे अनुभव के साथ लौट सकें।

प्रशिक्षण की प्रक्रिया जल्द होगी शुरू
15 अक्तूबर से मेला ड्यूटी के लिए चयनित पुलिसकर्मियों की आमद शुरू होने की संभावना है। इस बार पुलिसकर्मियों की तैनाती अलग-अलग चरणों में की जाएगी, जिसमें प्रथम चरण 15 अक्तूबर से शुरू होगा। जैसे ही पुलिसकर्मी मेला क्षेत्र में ड्यूटी पर पहुंचेंगे, उनके लिए व्यवहारात्मक प्रशिक्षण की प्रक्रिया भी शुरू की जाएगी। इसके लिए मेला पुलिस लाइन में तीन बड़े हॉल बनाए गए हैं, जहां विशेषज्ञ उन्हें प्रशिक्षित करेंगे। पुलिस अधिकारियों ने इस संबंध में उच्च अधिकारियों को प्रस्ताव भेजा है और मंजूरी मिलने के बाद प्रशिक्षण कार्यक्रम को लागू किया जाएगा।

इस पहल से महाकुंभ के दौरान श्रद्धालुओं और पर्यटकों के साथ पुलिस का व्यवहार और बेहतर होने की उम्मीद है, जिससे महाकुंभ का अनुभव सभी के लिए अधिक सकारात्मक और सुरक्षित रहेगा। 

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