Prayagraj News : डिजिटल अरेस्ट कर अफसर की पत्नी से करोड़ों की ठगी, आईपी कॉल का इस्तेमाल...

UPT | साइबर क्राइम सांकेतिक फोटो

Apr 30, 2024 13:03

प्रयागराज के जार्जटाउन थाना क्षेत्र में डिजिटल अरेस्ट का एक मामला सामने आया है। इसमें एक अफसर की पत्नी काकोली दासगुप्ता से 1.48 करोड़ की ऑनलाइन ठगी की गई। इस ठगी में आईपी...

Short Highlights
  • इंटरनेशनल कोरियर कंपनी का कर्मचारी बनकर संपर्क किया।
  • महिला को ड्रग्स वाला पार्सल ताइवान भेजने की बात कहकर डराया।
Prayagraj News : प्रयागराज के जार्जटाउन थाना क्षेत्र में डिजिटल अरेस्ट का एक मामला सामने आया है। इसमें एक अफसर की पत्नी काकोली दासगुप्ता से 1.48 करोड़ की ऑनलाइन ठगी की गई। इस ठगी में आईपी (वाइसओवर इंटरनेट प्रोटोकॉल) काॅल का इस्तेमाल किया गया। पुलिस अब उस आईपी एड्रेस को ट्रेस करने में जुटी है, जिसके जरिए यह कॉल की गई। उस बैंक खाते की भी जानकारी जुटाई जा रही है, जिस खाते में रकम ट्रांसफर कराई गई थी।

ऐसे फंसाया जाल में 
प्रयागराज में इस तरह का पहला केस है, जिसमें महिला को डिजिटल अरेस्ट कर उससे साइबर ठगी की गई। महिला का कहना है कि उनके नाम पर ड्रग्स, लैपटॉप व क्रेडिट कार्ड वाला पार्सल ताइवान भेजने की बात कहकर पहले इंटरनेशनल कोरियर कंपनी का कर्मचारी बनकर एक व्यक्ति ने उनसे संपर्क किया। पार्सल के बारे में जानकारी न होने की बात कहने पर शिकायत दर्ज कराने को कहा। फिर एक पुलिस अफसर बनकर एक अन्य व्यक्ति ने वीडियो कॉल पर बात की और डरा-धमकाकर रकम खातों में जमा करवा लिए।

आईपी एड्रेस ट्रेस करने में जुटी पुलिस
मामला हाई प्रोफाइल होने के चलते पुलिस भी तेजी से जांच में जुट गई है। फिलहाल जांच में यह बात सामने आई है कि साइबर ठगों ने महिला से संपर्क करने के लिए नॉर्मल कॉल की जगह आईपी कॉल का इस्तेमाल किया था। इस तरह की कॉल इंटरनेट के जरिए की जा सकती है। इसके लिए कॉल करने वाले के पास फोन का होना जरूरी नहीं है। पुलिस वह आईपी एड्रेस ट्रेस करने में जुटी है, जिस पर चल रहे इंटरनेट कनेक्शन से यह कॉल की गई।

एक बैंक खाते को होल्ड कराया
पुलिस उन बैंक खाताें के बारे में भी जानकारी जुटाने में जुटी है, जिस खाते में महिला से रकम जमा करवाई गई थी। इनमें से एक खाता एसबीआई व दूसरा खाता यस बैंक का है। इन्हीं में से एक खाते में भेजी गई 40 लाख की रकम को तत्परता दिखाते हुए होल्ड करा दिया गया था। यह खाते किन केवाईसी पर लिए गए, पुलिस उसका पता लगाने में जुटी है। बैंक से संपर्क कर यह भी पता लगाया जाएगा कि कहीं इन खाताें से बाकी की रकम अन्य खातों में तो ट्रांसफर नहीं कराई गई।

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